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अब 6 मार्च तक चलेगा फाइलेरिया उन्मूलन का एमडीए अभियान





● जनपद में अब तक 28 लाख 43 हज़ार 381 लाभार्थियों ने खाई दवा

बलिया।।जनपद में 27 फरवरी तक चलने वाला फाइलेरिया उन्मूलन का एमडीए अभियान अब 6 मार्च तक चलेगा। इस अभियान की तारीख बढ़ाने के पीछे अधिकाधिक लोगों को दवा खिलाने का उद्देश्य है।जनपद में अब तक 28 लाख 43 हज़ार 381 लाभार्थियों ने दवा का सेवन कर लिया है। यह जानकारी जिला मलेरिया अधिकारी सुनील कुमार यादव ने दी।

उन्होंने बताया कि फाइलेरिया उन्मूलन के तहत जनपद में 10 फरवरी को एमडीए  अभियान शुरू हुआ था। यह अभियान 27 फरवरी तक चलना था। परन्तु अब यह अभियान 6 मार्च तक चलेगा। उन्होंने बताया कि जिले में बुधवार को शहिद मंगल पाण्डेय राजकीय महिला महाविद्यालय, समेत कई स्थानों पर फाइलेरिया की दवा खिलाई गई। अभियान के दौरान 30 लाख,25 हज़ार 109 आबादी को दवा खिलाने का लक्ष्य निर्धारित है। वहीं अभियान की शत प्रतिशत सफलता के लिए 5444 ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर, 439 सुपरवाइजर और 2772 प्रशिक्षित टीम घर-घर जाकर दवा खिला रही है।







जिला मलेरिया अधिकारी ने स्पष्ट किया कि दवा स्वास्थ्य कार्यकर्ता के सामने ही खानी है और दवा खाली पेट नहीं खानी है। डी ई सी को पानी के साथ खाना है और  एल्बेंडाजॉल को चबाकर ही खाना है। फाइलेरिया की दवा एक वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती व अत्यधिक बीमार लोगों को नहीं खानी है। शेष सभी लोग साल में एक बार और लगातार पांच वर्ष तक दवा खाकर भविष्य में फाइलेरिया बीमारी  से मुक्ति पा सकते हैं। उन्होंने कहा कि दवा खाने से बचने के लिए बहाने बिल्कुल भी न करें। दवा खाने के बाद जी मिचलाना, चक्कर या उल्टी आए तो घबराएं नहीं। ऐसा शरीर में फाइलेरिया के परजीवी होने से हो सकता है, जो दवा खाने के बाद मरते हैं। ऐसी प्रतिक्रिया कुछ देर में स्वतः ठीक हो जाती है। यह बीमारी इस मामले ज्यादा खतरनाक है कि इसके लक्षण ही 10-15 वर्ष बाद दिखते हैं और जब दिखते हैं तब इसका कोई खास उपचार नहीं बचता है। वहीं शुरू में संक्रमित व्यक्ति बिना किसी लक्षण के दूसरे स्वस्थ व्यक्ति को संक्रमित करता रहता है।

जिला मलेरिया अधिकारी ने जनपदवासियों से अपील की है कि अभी तक जो लाभार्थी दवा नही खाए हैं ।वह आशा कार्यकर्ता से संपर्क स्थापित कर दवा अवश्य खा लें, जिससे जनपद को फाइलेरिया से मुक्त किया जा सके।