नहीं लिख रही है एफआईआर बांसडीह पुलिस, प्रियंका मौआर का कल से शुरू होगा जिलाधिकारी कार्यालय पर आमरण अनशन
कर्मचारी संगठनों ने शुरू की आर पार की लड़ाई
बलिया।। बांसडीह के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात अधीक्षक डॉ वेंकटेस मौआर की वाराणसी जेल मे मौत के बाद बलिया मे कर्मचारी संगठनों मे उबाल ला दिया है। मृतक अधीक्षक की पत्नी प्रियंका मौआर ने भी अपने पति को मरने के बाद निर्दोष साबित करने के लिये कर्मचारियों के साथ आर पार की लड़ाई शुरू कर दी है। प्रियंका मौआर ने अपने पति को रिश्वत के नाम पर विजिलेंस टीम द्वारा गिरफ्तार कराने वाले अजय तिवारी के और वाराणसी जेल के जेलर व अन्य के खिलाफ साजिश के तहत हत्या कराने का आरोप लगा कर बांसडीह कोतवाली मे मुकदमा दर्ज करने की तहरीर दी है। लेकिन खबर लिखें जाने तक मुकदमा दर्ज नहीं हुई थी।
मुकदमा दर्ज न होने से आक्रोषित प्रियंका मौआर ने जिलाधिकारी को पत्रक देकर मुकदमा न लिखें जाने पर शुक्रवार से जिलाधिकारी कार्यालय पर आमरण अनशन शुरू करने की घोषणा की है। प्रियंका मौआर के इस आमरण अनशन मे जनपद के सभी कर्मचारी संगठनों ने सहयोग देने की भी घोषणा की है। अब देखना है कि जिलाधिकारी अपनी शक्ति का उपयोग करके एफआईआर दर्ज करवाते है या मजबूरन प्रियंका को आमरण अनशन शुरू करना पड़ेगा?