आपातकाल की 50 वी वर्षगांठ पर बोले रामगोविंद चौधरी : आज 11 सालों से लगा है अघोषित आपातकाल, इंदिरा गांधी सरकार से ज्यादे तानाशाह है मोदी सरकार
मधुसूदन सिंह
बलिया।। लोकतंत्र सेनानियों ने शहीद पार्क चौक मे आपातकाल की 50 वी वर्षगांठ को काला दिवस के रूप मे मनाया। साथ ही यह भी कहा कि पचास साल पहले तो घोषित आपातकाल था लेकिन आज पिछले 11 सालों से देश मे अघोषित रूप से लगा हुआ है। इंदिरा गाँधी सरकार ने संवैधानिक नियमों का सहारा लेकर विपक्ष व जानता के आंदोलन को क्रूरता के साथ कुचला था लेकिन आज की सरकार बिना आपातकाल घोषित किये ही विपक्ष, मीडिया व आमजन के अभिव्यक्ति के अधिकार को पिछले 11 सालों से कुचलने का काम कर रही है।
बता दे कि आपातकाल के दौरान विभिन्न जेलों मे बंद तब के छात्र नेता व बाद मे सक्रिय राजनीति मे आने वाले लोकतंत्र सेनानियों ने शहीद पार्क चौक बलिया मे आपातकाल के 50 वर्ष पूर्ण होने पर काला दिवस मनाया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जनपद के एक मात्र जीवित स्वतंत्रता सेनानी पंडित राम विचार पांडेय ने किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तरप्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री व पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने उत्तरप्रदेश सरकार से दो वर्ष पूर्व विधानसभा मे लोकतंत्र सेनानियों को दी जाने वाली सुविधाओं के संबंध मे की गयी घोषणा को तत्काल लागू करने की मांग की। साथ ही श्री चौधरी ने केंद्र सरकार से भी लोकतंत्र सेनानियों को स्वतंत्रता सेनानी की तरह से केंद्रीय सुविधा देने की मांग की।
कांग्रेस सरकार ने घोषित, बीजेपी सरकार ने लगाया अघोषित आपातकाल
पूर्व मंत्री रामगोविंद चौधरी ने कहा कि कांग्रेस की इंदिरा गाँधी सरकार ने 25 जून 1975 को संवैधानिक प्रावधानों क्व तहत आपातकाल घोषित कर विपक्षी नेताओं, छात्रों, आमजन को प्रताड़ित करते हुए संवैधानिक अधिकारों से वंचित किया था। तत्कालीन सरकार ने महंगाई बेरोजगारी के खिलाफ आंदोलन न हो, इसके लिये आपातकाल लगाया था। जिसका जयप्रकाश नारारायण के नेतृत्व मे छात्रों व विपक्षी नेताओं ने विरोध करते हुए इंदिरा सरकार को उखाड़ फेका था।
आज पिछले 11 सालों से यही परिस्थिति बनी हुई है। महंगाई बेरोजगारी चरम पर है। अपने हक के लिये संविधान मे प्रदत्त अधिकारों का प्रयोग करके कोई आंदोलन करता है तो उसके खिलाफ मुकदमा करके प्रताड़ित किया जा रहा है। इंदिरा गांधी के घोषित आपातकाल से सैकड़ो गुना प्रताड़ना बीजेपी के अघोषित आपातकाल मे चाहे विपक्षी नेता हो, पत्रकार हो, छात्र हो, मजदूर हो, को दी जा रही है। जिस मकसद से आज से 50 साल पहले लगे आपातकाल का विरोध किया गया था, वह आज भी हासिल नहीं हुआ है। इंदिरा सरकार को तो बदल दिया गया लेकिन व्यवस्था परिवर्तन नहीं हुआ। आज एक बार फिर से नौजवानों को अघोषित आपातकाल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर व्यवस्था परिवर्तन कराने की जरूरत है।
इंदिरा गांधी की कांग्रेस सरकार से अधिक तानाशाह है मोदी की बीजेपी सरकार
आपातकाल की 50 वी वर्षगांठ पर काला दिवस के रूप मे संगोष्ठी का आयोजन करने वाले सहकारी बैंक के पूर्व चेयरमैन चंद्रशेखर सिंह ने बीजेपी की मोदी सरकार को कांग्रेस की इंदिरा सरकार से ज्यादे व क्रूर तानाशाह बताया है। श्री सिंह ने कहा कि बीजेपी की मोदी सरकार अघोषित रूप से आपातकाल लगाये हुए है। इस सरकार मे मीडिया भी स्वतंत्र नहीं रह पायी है। सरकार के खिलाफ बोलने व लिखने पर जेल जाना तय है। बीजेपी सरकार मे रोज लोकतान्त्रिक अधिकारों की हत्या हो रही है। जनता महंगाई बेरोजगारी से तंग है लेकिन इस सरकार के ऊपर कोई असर नहीं है।
संगोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे पंडित राम विचार पांडेय ने आपातकाल मे हुई ज्यादतियों को बताया। साथ ही यह भी बताया कि कैसे बलिया के जयप्रकाश नारायण व चंद्रशेखर जी ने विरोध की ज्वाला को धधकाया कि पूरी इंदिरा सरकार सत्ता से बेदखल हो गयी। कार्यक्रम का संचालन चंद्रशेखर सिंह ने किया। इस अवसर पर लोकतंत्र सेनानियों मे प्रमुख रूप से द्विजेंद्र मिश्र, पूर्व मंत्री राजधारी सिंह, सपा प्रवक्ता सुशील पांडेय कान्ह जी, संतोष शुक्ल आदि पचास से अधिक गणमान्य लोग मौजूद रहे।