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रुस्तमे हिन्द दारा सिंह को शतशत नमन : देखे कैसे अपने से दुगने वजन के किंग कांग को फेक दिए थे रिंग के बाहर

 


बलिया ।। पहलवान से एक्टर बने दारा सिंह को 200 किलो के ऑस्ट्रेलियन किंग कॉन्ग के साथ कुश्ती में मात देने के लिए हमेशा याद किया जाएगा। 19 नवंबर 1928 को अमृतसर में जन्मे दारा सिंह ने ना केवल पहलवानी बल्कि अभिनय जगत में भी अपनी गहरी छाप छोड़ी।अपने प्रतिद्वंदी की तुलना में लगभग आधे वजन वाले दारा सिंह ने किंग कॉन्ग को दोनों हाथों से उठा कर हवा में लहरा दिया। इससे वह इतना डर गया कि रेफरी से सहायता के लिए चिल्लाने लगा।

वही जब रेफरी दारा सिंह को रोकने के लिए आगे आया तो दारा सिंह ने कॉन्ग को हवा में घुमा कर रिंग के बाहर फेंक दिया। वह लोगों से सिर्फ कुछ ही दूरी पर गिरा। उस दिन उनके इस मुकाबले के पश्चात् उनकी फैन फॉलोइंग में लोगों की संख्या और अधिक बढ़ गई। कॉन्ग और दारा सिंह के अतिरिक्त फ्लैश गॉर्डन तीसरा ऐसा पहलवान था जिसने रिंग में राज किया।


                         (वीडियो साभार)

उस समय मीडिया के एक तबके से ऐसा माहौल बना दिया था कि इन तीनों पहलवानों को पराजित कर पाना असंभव है। यही करण था कि इन तीनों को मुकाबला करते देखने के लिए बेहिसाब भीड़ जुटी। लोगों के लिए इन पहलवानों को लड़ते देखना तीन अजेय पुरुषों की कुश्ती देखने जैसा था। जहां तक डाइट की बात है तो दारा सिंह ढेरों रोटियां खाया करते थे ,तो उधर किंग कॉन्ग कई दर्जन चिकन खत्म कर देता था। 





दारा सिंह ने लगभग 500 प्रोफेश्नल फाइट्स कीं तथा वह इन सभी फाइट्स में जीते। उन्होंने 'रुस्तम-ए-पंजाब' एवं 'रुस्तम-ए-हिंद' जैसे अवार्ड अपने नाम किए तथा पहलवानी के क्षेत्र में भारत ही नहीं विश्व भर में अपना नाम किया। पहलवानी के क्षेत्र में बेहिसाब नाम कमाने के पश्चात् दारा छोटे एवं बड़े पर्दे पर भी दिखाई दिए। उन्होंने रामानंद सागर की रामायण में हनुमान का किरदार निभाया था जिसके लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा। साथ ही बड़े पर्दे की बात करें तो फौलाद और कॉन्ग जैसी फिल्मों में उनका काम काबिल-ए-तारीफ रहा। वह 12 जुलाई 2012 यानी आज ही के दिन हमें छोड़ कर चले गए थे ।

(साभार )