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सच्चे राष्ट्र सेवक अमीर चंद जी की स्मृति को अक्षुण्ण रखने में सहायक होगा यह सामुदायिक भवन : सुनील बंसल

 



मधुसूदन सिंह

बलिया ।। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री (संगठन) सुनील बंसल ने आरएसएस के अनुवांशिक संगठन संस्कार भारती के पूर्व राष्ट्रीय महामंत्री स्व अमीर चंद जी की स्मृति में सांसद निधि से बनने वाले सामुदायिक भवन की विधि विधान के साथ पूजा अर्चना कर भूमि पूजन कर आधारशीला रखी । यह सामुदायिक भवन जीराबस्ती हनुमानगंज में बन रहा है । इसके लिये बलिया लोकसभा के सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने अपनी निधि से 25 लाख रुपये दिया है । इसका उपयोग सार्वजनिक कार्यक्रमों, शादी विवाह, आदि में किया जायेगा ।






इस अवसर पर आयोजित एक छोटी जनसभा को संबोधित करते हुए श्री बंसल ने कहा कि स्व अमीरचंद जी भारत माता के सच्चे सपूत थे । स्व अमीर चंद जी  ने अपना पूरा जीवन राष्ट्र सेवा में और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को जन जन तक पहुंचाने में लगा दिया । कहां कि जहां भाषायी दुश्वारियां है, उस पूर्वोत्तर राज्यों में भी संस्कार भारती के माध्यम से लोगो मे संघ को पहुंचाने का असंभव कार्य किया और अपनी मृत्यु तक रहकर राष्ट्र प्रेम की अलख जगाते रहे ।





कहा कि ऐसी महान विभूति की स्मृति में बनने वाला यह सामुदायिक भवन निश्चय ही स्व अमीर चंद जी की कृति को अमरत्व प्रदान करने में सहायक होगा । इस अवसर पर सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त द्वारा श्री बंसल को स्मृति चिन्ह के रूप में स्व अमीर चंद का चित्र और अंग वस्त्रम से अभिनंदन किया गया । इस अवसर पर प्रदेश सरकार के मंत्री द्वय दयाशंकर सिंह व दयाशंकर मिश्र,सांसद नीरज शेखर, सांसद रविंद्र कुशवाहा ,पूर्व मंत्री उपेन्द्र तिवारी,पूर्व मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल, पूर्व विधायक संजय यादव आदि भी मौजूद थे ।


                      कौन थे अमीर चंद

 बलिया के हनुमानगंज में जन्मे अमीरचंद 1981 में संघ के स्वयंसेवक बने। 1985 में आजमगढ़ में संघ के तहसील प्रचारक बने। 1987 में संस्कार भारती में पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र की जिम्मेदारी मिली। संस्कार भारती के विभिन्न दायित्वों पर रहते हुए मृत्यु के समय तक  अखिल भारतीय महामंत्री की जिम्मेदारी का निर्वहन किया। 

संस्कार भारती के राष्ट्रीय महामंत्री रहे अमीरचंद का शनिवार 16 अक्टूबर 2021 की शाम अरुणाचल प्रदेश में निधन हो गया था।रविवार 17 अक्टूबर 2021 की देर रात उनका पार्थिव शरीर पैतृक गांव हनुमानगंज पहुंचा। 18 अक्टूबर 2021 को इनका राजकीय सम्मान के साथ गंगा तट पर अंतिम संस्कार किया गया ।

प्रमुखों की नजर में स्व अमीर चंद



पीर पराई जाने रे,के माध्यम से कलाकारों को पहुंचाई सहायता : दत्तात्रेय होसबाले

अमीर चंद जी की मृत्यु के बाद अपने शोक संदेश में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि कला और संस्कृति के लिए कार्य करते रहना अमीर चंद को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने कहा कि अमीर चंद ने अपने प्रयासों से देश में हज़ारों लोगों को संस्कार भारती से जोड़ा और कला के माध्यम से भारत भक्ति की। जब देश में महामारी के चलते सैकड़ों कला साधक आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे तब उन्होंने पीर परायी जाने रे, के नाम से एक अभियान शुरू कर उन्हें सहायता पहुंचाई। ये बातें बताते हुए होसबाले भावुक हो गए। उन्होंने भरे गले से कहा कि 56 साल की उम्र विदा लेने की उम्र नहीं होती। अमीर चंद जैसे साधक किसी न किसी विधा के माध्यम से हमेशा जीवित रहेंगे।

असमय चले जाने से हुई अपूरणीय क्षति : सुरेश सोनी

 अमीर चंद को श्रद्धांजलि देेते हुए संघ के पूर्व सह सरकार्यवाह सुरेश सोनी ने कहा कि कला और संस्कृति के आधार पर पूर्वोत्तर भारत के लोगों को जोड़ने का उनका कार्य अद्वितीय और अनुकरणीय है। उन्होंने पूर्वोत्तर भारत की विविधता, कला और संस्कृति को उस समय प्रचारित किया जिस समय कार्य करने में अधिक चुनौतियां थी। ऐसे गुणवान प्रचारक का असमय चला जाना बहुत बड़ी क्षति है जिसकी पूर्ति शायद कभी नहीं होगी।


हिमालय की गोद मे समा कर अमरत्व को प्राप्त हुए अमीर चंद : रामबहादुर राय

वरिष्ठ पत्रकार एवं इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के अध्यक्ष राम बहादुर राय ने अमीर चंद को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि बलिया में जन्मे भारत माता के सपूत हिमालय की गोद में समा कर अमरत्व को प्राप्त हुए हैं। उन्होंने पूर्वोत्तर भारत में कला और संस्कृति के माध्यम से भारतीयता को स्थापित करने का कार्य किया। यह हमारी स्मृतियों में सदैव बसा रहेगा। उल्लेखनीय है कि संस्कार भारती के राष्ट्रीय महामंत्री अमीर चंद का 16 अक्तूबर 2021 को अरुणाचल प्रदेश में निधन हो गया था। उस दौरान वो संस्कार भारती के कार्यकर्ताओं के साथ सांगठनिक कार्य से पूर्वोत्तर के दौरे पर थे।