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सुनील बंसल ने बलिया में की बूथ सशक्तिकरण अभियान की शुरूआत, सशक्तिकरण के लिये दिये टिप्स

 


मधुसूदन सिंह

बलिया। भाजपा का बूथ सशक्तिकरण अभियान की शनिवार को विधिवत शुरुआत की गई । भाजपा जिला कार्यालय पर आयोजित बलिया लोकसभा की कार्यशाला में भाजपा के प्रदेश संगठन मंत्री  सुनील वंसल ने कार्यकर्ता को बूथ मजबूती के लिए टीप्स दिया। कार्यक्रम का शुभारंभ पं दीनदयाल उपाध्याय व डा श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।

बलिया लोकसभा के प्रत्येक विधानसभा से आए कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए श्री बंसल ने कहा कि सभी बूथों पर टोली बना कर काम किया जाएगा।सभी सांसद, विधायक को बूथ मजबूती की जिम्मेदारी दी जाएगी‌।कहा कि विधानसभा के चुनाव में कुछ कमियां किसी बूथ पर रह गई होगी, जिसको हमको मिलकर दूर करना है। उन्होंने बताया कि जो बूथ हमरा कमजोर है वहां मंत्री व विधायक प्रवास कर वहां की बूथ मजबूती की व्यवस्था करें।कहा कि आगामी लोकसभा के चुनाव में प्रयास हो कि सभी बूथ पर पहले से बेहतर प्रदर्शन हो । 





क्षेत्रीय अध्यक्ष डा धर्मेंद्र सिंह ने भी कार्यकर्ताओ‌ को बूथ प्रबंधन  कैसे करें कि अपना बूथ सबसे मजबूत हो,के लिए टिप्स देते हुए इसके लिए टोली बनाकर काम करने का सुझाव दिया।इस मौके पर जिलाध्यक्ष जयप्रकाश साहू, सांसद विरेन्द्र सिंह मस्त, सांसद रविन्द्र कुशवाहा,सांसद नीरज शेखर, मंत्री दयाशंकर सिंह, दिनेश प्रताप सिंह, मंत्री दयाशंकर मिश्र , सांसद सकलदीप राजभर, पूर्व मंत्री उपेन्द्र तिवारी ‌, पूर्व मंत्री आंनद स्वरुप शुक्ला ,विजय बहादुर दूबे आदि लोग उपस्थित रहे। संचालन प्रदीप सिंह ने किया।





चार श्रेणियों में बांटे गये बूथ

बूथ सशक्तिकरण के लिये आयोजित इस कार्यशाला में प्रमुख कार्यकर्ताओ के माध्यम सभी बूथों को चार श्रेणियों में बांटा गया । 

पहली श्रेणी को श्रेणी ए का नाम दिया गया है । इस श्रेणी में 2014,2017,2019 व 2022 के लोकसभा और विधान सभा के उन बूथों को रखा गया है जिनमे भाजपा पिछले चुनावो में लगातार जीतती आयी है ।

दूसरी श्रेणी को श्रेणी बी का नाम दिया गया है । इसमें उन बूथों को रखा गया है जिनमे भाजपा लोकसभा में जीती है तो विधानसभा में हार गई है या विधानसभा में जीती है तो लोकसभा में हार गई है । इन बूथों पर विशेष प्रयास करने का निर्देश दिया गया है जिससे हमेशा भाजपा की इन बूथों पर जीत होती रहे ।

तीसरी श्रेणी को श्रेणी सी कहा गया है । इस श्रेणी में उन बूथों को रखा गया है जिनमे भाजपा कभी भी नही जीती है । इन बूथों पर विशेष ध्यान देते हुए मंत्रियों व सांसदों विधायको को प्रवास करके श्रेणी बी में पहुंचाने का लक्ष्य दिया गया है ।

चौथी श्रेणी को श्रेणी सी कहा गया है । इस श्रेणी में उन बूथों को रखा गया है जहां जातीय समीकरणों के चलते भाजपा की हालत पतली रहती है । इस बूथों वाले क्षेत्रों में भी मंत्रियों, सांसदों,विधायको, पदाधिकारियों को प्रवास कर स्थिति को बदलने का निर्देश दिया गया है । साथ ही यहां के कार्यकर्ताओं में जोश भरने का निर्देश भी दिया गया है ।