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जेल से रिहा होने के बाद बोले बागी बलिया के पत्रकार : 27 दिनों की जेल यातना का डीएम एसपी से लेंगे हिसाब







 कलेक्ट्रेट परिसर में पहुंचे ओमप्रकाश राजभर ,बोले आपकी लड़ाई संविधान बचाने की 

मधुसूदन सिंह

बलिया ।।  पेपर लीक मामले में 30 मार्च से ही बलिया के तीन पत्रकार जेल में डीएम एसपी के द्वारा फर्जी तरीके से गिरफ्तार कराकर जेल भेजे गये थे । सोमवार को अजित ओझा को जमानत मिलते ही तीनो पत्रकारों का जेल से बाहर निकलने का मार्ग प्रशस्त हो गया । बता दे कि दिग्विजय सिंह व मनोज गुप्ता की पिछले हफ्ते ही जमानत हो गयी थी लेकिन अजित ओझा की जमानत न होने के कारण ये लोग बाहर नही निकले थे । मंगलवार को आजमगढ़ कारागार से पत्रकार अजीत ओझा, दिग्विजय सिंह तथा मनोज गुप्ता के बाहर निकलते ही आजमगढ़ के पत्रकार साथियो ने फूल मालाओं से लाद कर गर्मजोशी के साथ स्वागत किया । इसके बाद इन साथियो के सम्मान में स्थानीय होटल में स्वागत अभिनंदन का कार्यक्रम किया गया ।







आजमगढ़ से निकलने के बाद इन लोगो का मऊ के पत्रकार साथियों द्वारा भी गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया । यहां भी तीनो पत्रकार साथियों का स्वागत अभिनंदन विजेताओं की तरह किया गया । यहां से जब निकल कर पत्रकारों का काफिला बलिया जनपद की सीमा में प्रवेश किया तो रसड़ा के साथियों द्वारा जोरदार स्वागत करने के  साथ ही डीएम एसपी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।पत्रकारों द्वारा सवाल पूंछने पर अजित ओझा ने कहा कि सवाल तो डीएम एसपी से पूंछा जाना चाहिये कि जब हम लोगो की कोई खता ही नही थी तो 27 दिन जेल के अंदर क्यो रखा गया ।  दिग्विजय सिंह ने कहा कि बलिया जिला प्रशासन की कलई खुल गयी है । न्यायालय के सामने हम लोगो के ऊपर से संगीन धाराओं को हटा कर प्रशासन ने यह स्वीकार कर लिया कि हम लोग निर्दोष है । मनोज गुप्ता ने कहा कि बलिया के डीएम एसपी के खिलाफ हम लोगो की लड़ाई जारी रहेगी ।




  बता दें कि 29 मार्च की रात 12वीं के अंग्रेजी परीक्षा का पेपर लीक हुआ था।जो 30 मार्च को पेपर में प्रकाशित हुआ।वहीं बलिया सहित 24 जिलों में उक्त पेपर को शासन ने निरस्त कर दिया।इतना ही उस इंटर की परीक्षा को 13 अप्रैल को पुनः करवा दिया गया।ऐसे में तीन पत्रकारों को जेल भेज दिया गया।उसी को देखते हुए क्रमिक अनशन चल रहा है। हालांकि तीनों पत्रकारों पर लगे मुकदमें में धारा 420, 467,471 हटा दिया गया है, अब केवल परीक्षा अधिनियम एवं आईटी एक्ट 66 ही बची हुई है। 





पत्रकारों के आंदोलन के समर्थन में पहुचे ओम प्रकाश राजभर,संग्राम यादव

बलिया ।। इंटरमीडिएट अंग्रेजी पेपर लीक मामले में फर्जी मुकदमें गिरफ्तार 3 पत्रकारों की बाइज्जत रिहाई और डीएम एसपी के निलंबन की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे पत्रकारों के समर्थन में जिलाधिकारी कार्यालय पहुँचे सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पेपर लीक मामले में पत्रकार की नही, केंद्र व्यवस्थापक की जिम्मेदारी होती है। जिन्होंने सच दिखाया उन्हें जेल भेज दिया गया जो गलत है । हम सभी लोग पत्रकारों के साथ है। 10 मई को जब विधानसभा सत्र चलेगा तो इस मुद्दे को उठाएंगे। पत्रकारों पर दर्ज मुकदमे वापस हो।हमारी कोशिश रहेगी कि बलिया के पत्रकारों को न्याय मिले।

फेफना विधायक संग्राम सिंह यादव ने कहा कि संविधान के चौथे स्तंभ को कुचलने के किसी भी प्रयास को समाजवादी पार्टी सफल नही होने देगी । अगर मीडिया की आवाज खामोश हो जायेगी तो लोकतंत्र बचेगा ही नही । मीडिया आम जनता की आवाज है, जहां विपक्ष नही होता है, वहां विपक्ष की भूमिका में रहती है । कहा कि जब भी आप लोगो को जरूरत महसूस हो सड़क से सदन तक के आंदोलन में मैं अपनी पार्टी के साथ आप लोगो के साथ खड़ा रहूंगा ।


बाइट--सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर





बाइट--पत्रकार जेल से बाहर आने के बाद