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योगी सरकार गैर भाजपाई जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा को लेकर कर रही है भेदभावपूर्ण कार्यवाही- रौशन सिंह चंदन



बलिया ।। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी सूचना का अधिकार विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष रौशन सिंह चंदन ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पांच बार विधानसभा के सदस्य रहे  अजय राय की व्यक्तिगत सुरक्षा, निजी शस्त्र लाइसेंस को निरस्त करना योगी सरकार की कांग्रेस पार्टी के नेताओं प्रति विद्वेषपूर्ण वैमनस्यता और बदले की कार्यवाही से प्रेरित है। प्रभारी  ने प्रदेश के राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर श्री राय की सुरक्षा को लेकर चिन्ता व्यक्त करते हुए सुरक्षा व्यवस्था हटाने एवं शस्त्र लाइसेंस निरस्त करने पर गंभीर सवाल उठाये हैं तथा अविलम्ब सुरक्षा व्यवस्था बहाल किये जाने एवं शस्त्र लाइसेंस पुनः जारी किये जाने की मांग की है।


उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी सूचना का अधिकार विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष/ प्रभारी आजमगढ मण्डल व झांसी मण्डल  रौशन सिंह चंदन  ने कहा कि आज योगी सरकार द्वारा कांग्रेस की आवाज को येन-केन-प्रकारेण दबाना चाहती है। जनप्रतिनिधि रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता श्री अजय राय की सुरक्षा एवं व्यक्तिगत शस्त्र लाइसेंस निरस्त करना इसका जीता-जागता उदाहरण है। आज पूरे प्रदेश में कांग्रेस की आवाज को बलपूर्वक दबाया जा रहा है और लोकतंत्र की हत्या की जा रही है।


रौशन सिंह  ने कहा कि मा0 उच्चतम न्यायालय ने जघन्य अपराधों जैसे हत्या आदि के मामलों में गवाहों की सुरक्षा को लेकर वर्ष 2018 के गवाह संरक्षण योजना का खुला उल्लंघन योगी सरकार कर रही है। श्री अजय राय अपने भाई की हत्या के मामले में चश्मदीद गवाह हैं। ऐसे में उनकी सुरक्षा हटाना और उनके निजी शस्त्र लाइसेंस निरस्त करना मा0 उच्चतम न्यायालय के उक्त निर्देश की अवहेलना है। यह भी उल्लेखनीय है कि श्री राय को प्रदेश सरकार ने दस प्रतिशत निजी व्यय पर सुरक्षा उपलब्ध कराई थी।


श्री चंदन ने कहा कि पुलिस उपाधीक्षक, प्रज्ञान वाराणसी नेे पत्र 31 मार्च 2021 को पत्र लिखकर वाराणसी पुलिस को आख्या भेजी कि श्री अजय राय को सुरक्षा की कोई आवश्यकता नहीं है। इसी आधार पर इसी माह अप्रैल 2021 में पुलिस उपायुक्त वाराणसी ने स्पेशल जज एमपी/एमएलए इलाहाबाद को पत्र के माध्यम से श्री अजय राय की सुरक्षा हटाये जाने की सूचना देते हुए श्री अजय राय को सिर्फ जिन मुकदमों में वह साक्षी हैं वाराणसी से न्यायालय तक आने-जाने तक ही सुरक्षा देने का निर्णय लिया है जो पूरी तरह योगी सरकार के इशारे पर किसी भी राजनीतिक दल के जनप्रतिनिधि की जानमाल के साथ खिलवाड़ है। यह स्पष्ट रूप से राजनीतिक विद्वेष एवं बदले की भावना से भाजपा सरकार द्वारा की जा रही कार्यवाहियों का उदाहरण है।


प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि श्री अजय राय विगत दो लोकसभा चुनावों में वाराणसी संसदीय क्षेत्र से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं तथा योगी सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ सोशल मीडिया व आन्दोलनों के माध्यम से सरकार को घेरते रहते हैं यही कारण है कि सरकार द्वारा राजनीतिक विद्वेष के तहत श्री अजय राय पर बदले की भावना से कार्यवाही की गयी है। यह लोकतंत्र में कतई उचित नहीं है।


श्री रौशन सिंह चंदन ने मांग की है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक श्री अजय राय की तत्काल सुरक्षा बहाल करते हुए उनके निजी शस्त्र लाइसेंस पुनः बहाल किये जाएं।