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बलिया :सरकार नही भगवान भरोसे प्रयाग जाकर कुम्भ स्नान करने को मजबूर श्रद्धालु

सरकार नही भगवान भरोसे प्रयाग जाकर कुम्भ स्नान करने को मजबूर श्रद्धालु 
शशिकुमार की रिपोर्ट



बलिया 2 फरवरी 2019 ।।
     सरकार भरोसे नही ,भगवान भरोसे प्रयाग यात्रा ।जी हां यही हकीकत है अर्द्ध कुम्भ के अवसर पर मौनी अमावस्या के दिन प्रयागराज में संगम में स्नान की चाहत के लिये बलिया रेलवे स्टेशन पहुंचे श्रद्धालुओ की ,जो रेलवे और प्रदेश सरकार द्वारा समुचित व्यवस्था न देने के कारण लटक झटक अटक कर यानी किसी भी तरह यात्रा करने को मजबूर है । बलिया रेलवे स्टेशन पर अर्द्ध कुम्भ के अवसर पर प्रयागराज जाकर संगम स्नान की ख्वाहिश लेकर घर से निकले बुजुर्गो से पूंछा गया कि इतनी भीड़ में कैसे यात्रा कर पाएंगे तो जबाब मिला भगवान भरोसे ।







यह नजारा तब है जब यूपी सरकार ने अर्द्ध कुम्भ के आयोजन पर लगभग 5 हजार करोड़ रुपये खर्च किये है लेकिन प्रयागराज पहुंचने के लिये यात्रियों को कितनी सुविधायें दी गयी है वह स्पष्ट रूप से दिख रहा है ,वही रेलवे ने भी कुम्भ स्पेशल के नाम पर एक ट्रेन चलाकर अपनी ड्यूटी से मुक्ति पा ली है । यह व्यवस्था तब है ज  सबको पता है कि मौनी अमावस्या के अवसर पर संगम स्नान को जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में आम दिनों की अपेक्षा बेतहाशा वृद्धि होती है । प्रयाग पहुंचने की होड़ में जो भी ट्रेन आ रही है उसमें चढ़ने के लिये यात्रियों का रेला उमड़ जा रहा है ।इस दौरान पहले से आरक्षण कराकर भोपाल बॉम्बे दिल्ली आदि जगह जाने वाले यात्रियों को चढ़ने का भी मौका नही मिल पा रहा है ।



यूपी के बलिया में कुम्भ मेले में गंगा स्नान करने वाले यात्रियों में गंगा में संगम स्नान के प्रति श्रद्धा तब देखने को मिली जब बलिया रेलवे स्टेशन पर हजारो की संख्या में यात्री ट्रेनों की टक टकी लगाए इन्तजार कर रहे थे।इंतजार का समय बिता और और प्लेट फार्म न.एक पर प्रयाग के रास्ते मुंबई जाने वाली ट्रेन पवन एक्सप्रेस आ पहुंची। फिर क्या था ट्रेन का एक भी डिब्बा ऐसा नही बच्चा जिसमे यात्री खचाखच न भरे हो ।



 रेलवे पुलिस भी थी और यात्रियों की भीड़ भी । वही यात्रियों के सुरक्षा को लेकर रेलवे पुलिस काफी चौकस भी दिखी और यात्रियों के सुरक्षा का दावा भी किया पर आप को बता दे कि सुरक्षा के साथ आराम से सफर कर अपने मंजिल तक पहुंचाने का फर्ज ट्रेनों का है भगवान का नही वो तो श्रद्धा है। पर नजारा ऐसा की यात्रा करने से पहले रूह कांप जाए।प्रयाग जाने को यात्री किसी भी तरह जान जोखिम में डाल कर ट्रेन पर चढ़ गए और बहुतो के लिए प्रयाग की गंगा तक पहुचने का वक्त बेवक्त में बदल गया।चलती ट्रेन में कुछ यात्री लटकते दिखे और कुछ ने खौफ से चढ़ना मुनासिफ नही समझा। ये नजारा हम इस लिए नही दिखा रहे कि आप भी भगवान भरोसे गंगा नहाने प्रयाग चले जाएं बल्कि हम इस लिए दिख रहे है कि यूपी के मुख्य मंत्री योगी और रेलवे मंत्री भी देख ले कि प्रयाग जाने वाले श्रद्धालुओं की श्रद्धा।कुम्भ मेले में प्रयाग के नाम पर करोड़ो रुपये खर्च करने के बाद भी अगर यात्री जान जोखिम में और यात्रा भगवान भरोसे करने को मजबूर है तो यह सरकार और रेलवे प्रशासन के लिये शर्म की बात होनी चाहिये।ट्रेनों के रफ्तार पर ठंड का कहर जिसके कारण कई रदद्र तो कई घण्टो बिलम्बित, उस पर भी मेला स्पेशल के नाम पर महज 1 ट्रेन के भरोसे यात्री यात्रा कर गंगा में डुबकी लगाने को व्याकुल दिखे और ट्रेनों के प्रति अपनी व्यथा बताते हुए भगवान भरोसे प्रयाग पहुंचने की बात कह रहे है ।