बलिया : चेयरमैन प्रतिनिधि रसड़ा के खिलाफ अतिक्रमण करने का मैने कराया है एफआईआर , पर इंस्पेक्टर रसड़ा ने जब कब्जा कर लिया सड़क और नाला तो क्या इनके ऊपर कराएंगे एफआईआर, तो बहकाने लगे नोडल सरकार



चेयरमैन प्रतिनिधि रसड़ा के खिलाफ अतिक्रमण करने का मैने कराया है एफआईआर ,
 पर इंस्पेक्टर रसड़ा ने जब कब्जा कर लिया सड़क और नाला तो क्या इनके ऊपर कराएंगे एफआईआर,
 तो बहकाने लगे नोडल सरकार 
बलिया में छोटा नाला की सफाई के लिये आईजीआरएस के माध्यम से की जा रही मांग पर इशारों में बोले नोडल अधिकारी जनता गुनाहगार , करे साफ
मधुसूदन सिंह

बलिया 6 दिसम्बर 2018 ।। शारदा सहायक परियोजना के अध्यक्ष/प्रशासक और बलिया के नोडल अधिकारी संतोष राय भी आमजन की तरह पुलिस के खिलाफ कार्यवाई करने के सवाल पर बचते नजर आये । नगर पालिका परिषद रसड़ा के चेयरमैन प्रतिनिधि पर तो नाले का अतिक्रमण कर घर बनाने के लिये 56 इंच का सीना तान कर बोले कि मैने इंस्पेक्टर रसड़ा से एफआईआर लिखवाई है और यह भी कहा कि अतिक्रमण नही हटाते है तो इनको गिरफ्तार भी करो , लेकिन जब यह कहा गया कि इंस्पेक्टर रसड़ा ने ही नाला और सड़क कब्जा करके बाउंड्री बना दी है तो नोडल अधिकारी के सुर ही बदल गये । चेयरमैन रसड़ा के खिलाफ जिस 56 इंच के सीने को फुलाकर गिरफ्तारी की बात कहे थे , इंस्पेक्टर रसड़ा पर एफआईआर कराने की पहले जैसे ही आदेश देने से बचते हुए इसे इंडिविजुअल मैटर कहकर बच निकले । अब सवाल यह उठ रहा है कि ठेला वाला , खोमचे वाला , फुटपाथ पर ओड़िया में सब्जी बेचने वाले के खिलाफ कड़ी कार्यवाई का आदेश तत्काल देने वाले नोडल अधिकारी ही सरकारी सेवकों के द्वारा किये गये अतिक्रमण को हटाने में असमर्थ है तो कौन हटवाएंगे ?
    वही नालियों के जाम होने , सड़कों पर गंदगी के लिये भी श्री राय ने आम लोगो को ही जिम्मेदार ठहराते हुए यहां तक कह डाला कि जनता खुद सफाई करें । जब इनसे कहा गया कि क्या जनता नाला भी साफ करे जबकि इसके लिये प्रतिमाह लाखों रुपये सरकार खर्च करती है तो इन्होंने तब कहा कि मीटिंग में सफाई के निर्देश दे दिया हूं ।
  बता दे कि रसड़ा में कोतवाली पुलिस ने उत्तरी पुलिस चौकी की बाउंड्री को नाला कब्जा करते हुए फुटपाथ तक कब्जा करके बना दिया है जिसके उद्दघाटन के लिये पुलिस अधीक्षक बलिया की राह देखी जा रही है ।
 वही नगर पालिका बलिया के आनन्दनगर मुहल्ले के छोटे नाले को , जो पूरी तरह से मिट्टी से भर गया है ,सफाई कराने के लिये अक्टूबर माह से नगर पालिका अध्यक्ष (इनका सपना है नगर को गंदगी मुक्त करना , पर गंदगी को हटवाने का नही कर रहे है प्रयास), अधिशासी अधिकारी से प्रयास करने के बाद भी जब साफ नही हुई तो अक्टूबर में ही जिले के लोकप्रिय जिला अधिकारी से चार बार व्यक्तिगत रूप से मिलकर और 31 अक्टूबर को लिखित रूप से सफाई कराने का अनुरोध किया गया लेकिन नाला साफ नही हुआ । 1 नवम्बर को आईजीआरएस के माध्यम से शिकायत की गई , लखनऊ से आदेश भी आया है पर साफ नही हुआ । दीपावली के पहले कमिश्नर आजमगढ़ से भी शिकायत की गई लेकिन इनके आदेश भी नगर पालिका बलिया में कही पानी भर रहा है । अब बुधवार को नोडल अधिकारी संतोष राय का भी इस मुद्दे पर गोलमटोल जबाब देना , यह दर्शाने के लिये काफी है कि योगी सरकार में अधिकारी निरकुंश होते जा रहे है , इनको जन समस्याओं से कोई लेना देना नही रह गया है । श्री राय ने कहा कि जन प्रतिनिधि आप लोगो ने चुना है उनसे कहिये , अधिकतर समस्या जन प्रतिनिधियों के कारण ही उतपन्न हो रही है ।

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