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सीएमओ ने सीडीओ के पत्र को आधार बनाकर मुन्ना बाबू को लेखा अनुभाग का चार्ज देने से किया इंकार, सीएमओ के खिलाफ फिर हुई भ्रष्टाचार की शिकायत



बलिया।। सीएमओ कार्यालय में भ्रष्टाचार का जिन्न अब बाहर आने लगा है। मैरीटार बांसडीह निवासी अरविन्द कुमार उपाध्याय ने शपथ पत्र के साथ निदेशक प्रशासन, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं लखनऊ से सीएमओ बलिया द्वारा किये गये भ्रष्टाचार की शिकायत की है। इस शिकायत में भी मद बदलकर भुगतान करने,टेंडर में घालमेल करके अपने चहेतो को टेंडर देने, टोकन बदल कर भुगतान करने, बलरामपुर की एक फर्म को सीएमओ डॉ जयंत कुमार के मित्र का होना बताने , कई फर्मो को अनियमित भुगतान करने का गंभीर आरोप लगाया है। यह तत्कालीन लेखा लिपिक पुनीत श्रीवास्तव द्वारा शिकायत करने के बाद, दूसरी शिकायत है।






वही सीएमओ डॉ जयंत कुमार ने वरिष्ठ सहायक मुन्ना बाबू को निदेशक प्रशासन द्वारा लेखा का चार्ज देने के आदेश को न मानते हुए सीडीओ बलिया के द्वारा लिखें गये पत्र के आधार पर निदेशक प्रशासन को डीओ लेटर भेज दिया गया है। सीएमओ ने अपने डीओ लेटर में तत्कालीन सीएमओ डॉ पीके मिश्र के द्वारा मुकदमा कराकर जेल भेजवाने के दस्तावेज को भी संलग्न किया है। यही नही सीडीओ बलिया द्वारा लिखें गये पत्र को भी संलग्न किया है जिसमे लिखा गया है कि मुन्ना बाबू के खिलाफ जांच इनके द्वारा की जा रही है, इस कारण वित्तीय चार्ज देना ठीक नही होगा।

बता दे कि स्वास्थ्य विभाग के तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के खिलाफ कार्यवाही करने का अधिकार निदेशक प्रशासन को है और निदेशक प्रशासन सीडीओ से सीनियर आईएएस अधिकारी होते है।बता दे कि जिस प्रकरण के आधार पर मुन्ना बाबू को सीएमओ द्वारा वित्तीय चार्ज न देने का आधार बनाया गया है, उसमे मुन्ना बाबू को एडी आजमगढ़ द्वारा क्लीनचिट देने के बाद ही बहाली मिली है।निदेशक प्रशासन के आदेश को एसीएस हेल्थ के द्वारा ही रोक लगाया जा सकता है।सीएमओ कार्यालय में आये भूचाल को मुन्ना बाबू प्रकरण से भी जोड़ कर देखा जा रहा है।