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पत्रकारों पर जुल्म प्रेस की आजादी पर कुठाराघातः मुनेश्वर मिश्रा




प्रयागराज की धरती से पत्रकारों  की सुरक्षा के लिये उठायी आवाज

 रमाकांत त्रिपाठी  

प्रयागराज।। पत्रकारों   पर जुल्म प्रेस की आजादी पर कुठाराघात है, जिसे कतई  बर्दाश्त नहीं किया जाएगा  । उक्त उद्गार  भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुनेश्वर मिश्र ने  एक  विशेष भेंट  में व्यक्त किया। श्री कहा कि एक हिंदी दैनिक समाचार पत्र के संपादक पवनेश  उपाध्याय के पुत्र  उत्कर्ष उपाध्याय  (  18  वर्ष  ) की आकस्मिक दुःखद मृत्यु पत्रकार जगत के लिए बहुत बड़ी चुनौती है ।



उन्होंने कहा कि जिन परिस्थितियों में संपादक के पुत्र की मौत हुई है निश्चित तौर पर उसकी जांच होनी चाहिए परंतु दुर्भाग्य है कि तमाम लिखा पढ़ी और अधिकारियों के निर्देश के बावजूद भी मामला ज्यों का त्यों पड़ा हुआ है । अगर इसी ढंग से हो मामला चलता रहा तो भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ शांत होकर कदापि नहीं  बैठेगा  । इसके लिए वह हर संघर्ष के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि इधर कई पत्रकारों के विरुद्ध फर्जी मुकदमे दर्ज कराए गए हैं जो पुलिसिया उत्पीड़न का ताजा उदाहरण है । 





भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ  प्रदेश  सरकार में बैठे  अति  जिम्मेदार  लोगों से मिलकर  पूरे प्रदेश में  हो रहे  पत्रकार उत्पीड़न  कर्ताओं  के विरुद्ध कार्यवाही करने की मांग करेगा।  श्री मिश्र ने आगे कहा कि भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ द्वारा विभिन्न तहसील जिला मंडल इकाइयों द्वारा ज्ञापन देने की योजना क्रियान्वित हो चुकी है इसके बावजूद भी यदि पत्रकारों का उत्पीड़न नहीं रुका तो बड़े पैमाने पर आंदोलन की रूपरेखा सुनिश्चित की जाएगी। 

श्री मिश्र ने कहा कि यह कृत्य प्रेस की स्वतंत्रता पर कुठाराघात है। पत्रकारों की आवाज दबाने की कोशिश करने वालों के खिलाफ प्रदेश सरकार कठोर  कार्रवाई सुनिश्चित करे  अन्यथा पत्रकार  कठपुतली बनी पुलिस के खिलाफ बड़ा आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।