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डेंगू के डंक से बचाने के लिए सरकार ने किया उत्कृष्ट प्रयास,एक से 31 अक्टूबर तक चला संचारी रोग नियंत्रण अभियान




बलिया।।स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में बुखार के साथ ही खांसी और सांस लेने तकलीफ और दिमागी बुखार वाले मरीजों की तलाश और दिमागी बुखार पर नियंत्रण के लिए एक अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया गया।

जिला मलेरिया अधिकारी सुनील कुमार यादव ने बताया कि आशा कार्यकर्त्ता और आगंनबाड़ी कार्यकर्ता  घर-घर जाकर डेंगू, चिकनगुनिया, जेई, एईएस आदि संचारी रोगों के प्रति पोस्टर, बैंनर, पैम्पलेट, संचारी गोष्ठियों एवं रैलियों द्वारा लोगो को जागरूक की। इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग, नगर विकास, पंचायती राज, पशुपालन विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग, दिव्यांग जन कल्याण विभाग, कृषि एवं सिंचाई विभाग सहित अन्य विभाग समन्वय बनाकर कार्य किए।

जिला मलेरिया अधिकारी सुनील कुमार यादव ने बताया कि जिले में  संचारी रोग नियंत्रण अभियान एक अक्टूबर से 31अक्टूबर  तक चलाया गया।






 विभिन्न विभागों की ओर से संपादित गतिविधियों की प्रगति रिपोर्ट 

स्वास्थ्य विभाग ने 5291 सामुदायिक बैठकें की, 2761 रैली निकाली,591217 घरों का सर्वेक्षण किया गया। इन घरों मे 1068 बुखार रोगी मिले।जिसमे से 650 लोगो की डेंगू जांच की गयी 84 लोग डेंगू धनात्मक पाए गए। 23159 जल पात्रों को देखा गया। इसमें 2543 जल पात्रों में लार्वा मिला। 

पंचायती राज विभाग द्वारा 2771 ग्राम सभाओं एवं पुरवों में नालियों की सफाई करायी गयी साथ ही 2771ग्रामों एवं पुरवों में झाड़ियों की कटाई कराई गई। ग्राम प्रधानों द्वारा  3760 जन जागरूकता बैठकें आयोजित कर लोगों को जागरूक किया गया। 1349 उथले हैंडपंपों को चिन्हित  कर उसका पानी न पीने के लिए लोगों को प्रेरित किया गया। बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा 2250 नोडल अध्यापकों को संवेदीकृत कर 2047जन जागरूकता गोष्ठियां कराई गई एवं 2001प्रार्थना सभाओं में संचारी रोगों के प्रति बच्चों को जागरूक किया गया। 

माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा 489 स्कूल रैलियां आयोजित की गई एवं 489  चित्रकला प्रतियोगिता की गई। बाल विकास पुष्टाहार विभाग द्वारा 42 कुपोषित बच्चों को चिन्हित किया गया एवं उसमें से 30 बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र में संदर्भित किया गया। पशुपालन विभाग द्वारा 542 पशुपालकों को संचारी रोगों के बारे में जागरूक किया गया एवं 542 पंपलेट वितरित किए गए। सिंचाई विभाग द्वारा एक माइनर की सफाई कराई गई। नगर विकास विभाग द्वारा 368 स्थानों पर फागिंग कराई गई एवं 2326 नाले – नालियों  की सफाई करायी गयी। इसमें 23159 जल पात्रों को देखा गया। इसमें 2543 जल पात्रों में लार्वा मिला। 

पंचायती राज विभाग द्वारा 2771 ग्राम सभाओं एवं पुरवों में नालियों की सफाई करायी गयी साथ ही 2771ग्रामों एवं पुरवों में झाड़ियों की कटाई कराई गई। ग्राम प्रधानों द्वारा  3760 जन जागरूकता बैठकें आयोजित कर लोगों को जागरूक किया गया। 1349 उथले हैंडपंपों को चिन्हित  कर उसका पानी न पीने के लिए लोगों को प्रेरित किया गया। बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा 2250 नोडल अध्यापकों को संवेदीकृत कर 2047जन जागरूकता गोष्ठियां कराई गई एवं 2001प्रार्थना सभाओं में संचारी रोगों के प्रति बच्चों को जागरूक किया गया। 

माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा 2490 स्कूल रैलियां आयोजित की गई एवं 2739  चित्रकला प्रतियोगिता की गई। बाल विकास पुष्टाहार विभाग द्वारा 42 कुपोषित बच्चों को चिन्हित किया गया एवं उसमें से 30 बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र में संदर्भित किया गया। पशुपालन विभाग द्वारा 542 पशुपालकों को संचारी रोगों के बारे में जागरूक किया गया एवं 542 पंपलेट वितरित किए गए। सिंचाई विभाग द्वारा एक माइनर की सफाई कराई गई। नगर विकास विभाग द्वारा 368 स्थानों पर फागिंग कराई गई एवं 2326 नाले – नालियों  की सफाई करायी गयी।