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आयुर्वेद से दूर हो जायेगा आपका सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस : डॉ अमरेश मिश्र

 


मधुसूदन सिंह 

बलिया।। सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस से परेशान रोगियों के लिये खुशखबरी है। आयुर्वेद के विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ अमरेश मिश्र ने बलिया एक्सप्रेस से बातचीत मे दांवे के साथ कहा कि सर्वाइकल  स्पॉन्डिलाइटिस को आयुर्वेद से एक दम ठीक किया जा सकता है और इन्होने दांवे के साथ कहा कि इन्होने लगभग तीन हजार के आसपास ऐसे रोगियों को ठीक किया है।

 डॉ मिश्र ने बताया कि रीढ़ की हड्डी (कशेरुकाओं) की सूजन,रीढ़ के जोड़ों में सूजन (स्पॉन्डिलाइटिस) एक ऐसी स्थिति है कि जिसमें रीढ़ के जोड़ सूज जाते है। संक्रमण, चोट, या उम्र के साथ कटना-फटना इसका कारण हो सकता है। इसका सामान्य स्वरूप रीढ़ के जोड़ों में गतिविधि-रोधक सूजन है जो एक तरह का गठिया होता है।

सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस ऐसी समस्‍या है जो गर्दन के हिस्‍से में स्थित जोड़ों को प्रभावित करता है। इससे गर्दन के आस-पास के हिस्‍से में दर्द होने लगता है। आमतौर पर यह समस्‍या उम्र से संबंधित होती है क्‍योंकि सर्वाइकल स्‍पाइन की हड्डियों और कार्टिलेज समय के साथ कमजोर होने लगते है। हालांकि अन्‍य कई कारक जैसे गर्दन दर्द किसी पुरानी चोट या स्वास्‍थ्‍य संबंधी जटिलताओं जैसे लंबे समय तक डेस्क का काम, उठने-बैठने, सोने की गलत पोजीशन या कठोर तकिए का इस्तेमाल और हड्डियों का अपनी जगह से खिसक जाना, ट्यूमर या मसल्‍स में मोच, गर्दन के स्पाइन में अर्थराइटिस, भारी वस्तु्ओं को उठाने का काम आदि से भी यह समस्‍या बढ़ सकती हैं। अगर आप भी सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस के दर्द से परेशान हैं तो यहां दिये कुछ घरेलू उपाय आपके लिए मददगार साबित हो सकते हैं।









 कहा कि आयुर्वेद उपचार इस बीमारी के लिए एक स्थायी इलाज प्रदान करता है । उपचार में ग्रीक बस्ती, अभ्यंगम, किज़ी आदि जैसे बाहरी उपचार शामिल हैं। साथ ही कुछ चिकित्सीय आहार और आहार और आंतरिक दवा भी शामिल है। इसलिए आयुर्वेद से सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस का पूरी तरह से इलाज संभव है।



कहा कि मेरे द्वारा ऐसे रोगियों को योगासन की सलाह भी दी जाती है। ऐसे रोगियों को जो आसन राहत दिलाते है उनमे निम्न है ---

मत्स्यासन - जमीन पर सीधे लेट जाएं. ...

मकरासन - मकरासन करने के लिए सबसे पहले पेट के बल लेट जाएं. ...

भुजंगासन - इसको करने के लिए किसी खुली जगह पर पेट के बल लेट जाएं. ...

धनुरासन ...

सूर्य नमस्कार

खाने मे क्या खाये 

 ब्रोकली और एवाकाडो जैसे फल और सब्जियों में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। इससे शरीर में सूजन की समस्या कम होती है। इसके अलावा एंटी-इंफ्लेमेटरी से भरपूर चीजें खाने से सर्वाइकल का दर्द कम होता है। यह फूड मांसपेशियों में आई सूजन को कम करते हैं, जिससे दर्द में राहत मिलती है।


कुछ हर्ब्‍स भी है मददगार

हर्ब्‍स जैसे हल्‍दी, अदरक, मेथी, अश्‍वगंधा और गुग्‍गुल को अपने रूटीन में शामिल करें। इन हर्ब्‍स में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेंटरी गुणों के कारण यह सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस के दर्द को कम करने में मददगार साबित होते हैं। लेकिन इस बात को ध्‍यान में रखें कि कुछ हर्ब्‍स जैसे मेथी, अदरक, हल्‍दी जैसे हर्ब्‍स को अपने डेली रूटीन का हिस्‍सा बनाया जा सकता है लेकिन गुग्‍गुल और अश्‍वगंधा का इस्‍तेमाल किसी एक्‍सपर्ट से पूछकर ही करना चाहिए।


गाय का घी भी लाभकारी 

आयुर्वेद के अनुसार, गाय का घी में जोड़ों को लुब्रिकेट करने के गुण होते हैं। इसके अलावा, यह सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस के लिए जिम्मेदार वात तत्‍व को शांत करने के लिए भी जाना जाता है। साथ ही कब्‍ज इस समस्‍या को बढ़ाने वाले कारकों में से एक माना जाता है और गाय का घी नियमित रूप से मुलायम दस्‍त पारित करने में मदद करता है। इसलिए गाय का घी सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस के लिए सबसे अच्‍छे घरेलू उपचारों में से एक माना जाता है।

इसके अलावा कुछ गर्दन की एक्‍सरसाइज की हेल्‍प से भी आप सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस की समस्‍या को कम कर सकती हैं। साथ ही सोते, बैठते, और पढ़ते समय आरामदायक मुद्रा को बनाये रखना और ठंडी हवा से बचने के लिए गर्दन के चारों ओर स्‍कार्फ का उपयोग करने से सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस में होने वाली परेशानी को कम करने में मदद मिलती है।