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जाने क्यों बैठी कर्मचारी नेता सत्या सिंह सीएमओ कक्ष मे साथियों संग दरी पर



शहरी पीएचसी काजीपुरा पर तैनात एएनएम के साथ नीलेश वर्मा ने किया दुर्व्यवहार, सीएमओ ने बैठाई जाँच,3 दिनों मे रिपोर्ट तलब

मधुसूदन सिंह

बलिया।। उच्चधिकारियो की शह मिलने से शहरी स्वास्थ्य मिशन मे तैनात संविदा कर्मी डाटा कम लेखा सहायक नीलेश वर्मा की महिला कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार की घटनाएं इतनी बढ़ गयी है कि सोमवार को शाम के लगभग 5 बजे कर्मचारी नेता सत्या सिंह, पूनम पांडेय और 5 एएनएम सीएमओ के कक्ष मे जमीन पर बैठ कर विरोध किया। जिसके बाद सीएमओ के और अन्य लोगों के बार बार के आग्रह के बाद सत्या सिंह फर्श से उठकर कुर्सी पर बैठी।




सीएमओ डॉ जयंत कुमार ने सत्या सिंह के साथ आयी एएनएम की समस्याओ को ध्यान से सुनी और सोनी सिंह की शिकायती प्रार्थना पत्र जो नीलेश वर्मा के द्वारा किये गये दुर्व्यवहार से संबंधित था, पर एक जांच समिति गठित करते हुए 3 दिनों मे रिपोर्ट तलब की। साथ ही स्थानांतरण आदेश संबंधी शिकायत को भी दूर करने का आश्वासन दिया। इस जांच समिति के गठित होने के बाद निश्चित ही नीलेश वर्मा की मुश्किलें बढ़ेगी और संविदा के जारी रहने पर भी प्रश्नचिन्ह लग गया है।

क्या है आज का विवाद

बता दे कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ जयंत कुमार और एनएचएम के नोडल अधिकारी डॉ एसके तिवारी के हस्ताक्षर से शहरी पीएचसी काजीपुरा बेदुआ मे कार्यरत एएनएम के कार्य क्षेत्रों मे बदलाव किया गया है। इस बदलाव के आदेश की प्रति ग्रुप मे पड़ते ही 5 एएनएम ने इसका विरोध करते हुए नोडल अधिकारी डॉ एसके तिवारी से मोबाइल के माध्यम से शिकायत दर्ज करायी। सोनी सिंह ने डॉ तिवारी से कहा कि यह माइक्रो प्लान किसने बनाया है, तो डॉ तिवारी ने कहा कि नीलेश वर्मा ने बनाया है। डॉ तिवारी ने यह भी कहा कि आदेश पर हस्ताक्षर करने से पूर्व मैने नीलेश वर्मा से पूंछा था कि क्या यह बदलाव सभी एएनएम को मान्य है तो नीलेश द्वारा हां कहा गया, तब मैने हस्ताक्षर किया।



बता दे कि शहरी पीएचसी काजीपुरा पर तैनात एएनएम सोनी सिंह की इस आदेश के बाद एससी कालेज से चित्तू पांडेय चौराहे तक का, फिर यहां से बहादुरपुर तक का इलाका और रामपुर तक का इलाका, अब बढ़कर आनंद नगर टैगोर नगर के साथ ही केशरवानी टोला तक बढ़ा दिया गया है, इसी को लेकर सोनी सिंह ने विरोध किया।

सोमवार को अपनी एक साथी एएनएम के साथ काजीपुरा पीएचसी पर कार्य कर रही सोनी सिंह ने वहां पहुंचे नीलेश वर्मा से जब क्षेत्र परिवर्तन कराने के संबंध मे जब पूंछा तो वह आग बबूला हो गया और मां बाप तक अपशब्द बोलते हुए पहुंच गया। इस पर सोनी सिंह द्वारा भी विरोध किया गया तो वह और भड़क गया। सोनी सिंह के अनुसार नीलेश ने गुस्से मे उनका बाल पकड़ कर गिरा दिया जिसको देखते ही साथी एएनएम मौर्या ने बीच बचाव कर अलग किया। इस पर नीलेश द्वारा कहा गया कि जाओ और अपनी नेता सत्या सिंह से कहना कि मेरा जी बिगाड़ना है बिगाड़ ले। इसी बात को लेकर गुस्से मे सत्या सिंह ने मुख्यचिकित्साधिकारी कक्ष मे अपना गुस्सा दिखाया। सत्या सिंह ने साफ चेताया है कि अगर नीलेश वर्मा के खिलाफ कार्यवाही नही होती है तो महिला कर्मियों द्वारा पल्स पोलियो अभियान का बहिष्कार कर दिया जायेगा जिसकी सारी जिम्मेदारी मुख्यचिकित्साधिकारी की होगी।