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बलिया लोकसभा क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित लोगो को लेकर सांसद मस्त चिंतित, सीएम योगी को पत्र भेज कर रखी यह मांग



मधुसूदन सिंह

बलिया।। संसदीय क्षेत्र बलिया के सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने सीएम योगी को पत्र लिखकर पूरे संसदीय क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित लोगो की परेशानियों से अवगत कराते हुए राहत दिलाने की गुहार लगायी है। श्री मस्त ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रो मे बाढ़ चौकियों की स्थापना की मांग, बिजली उपकरणो और जेनरेटर के माध्यम से प्रभावित क्षेत्रो मे प्रकाश की मांग की है, तो वही बाढ़ क्षेत्र के पशुओ के लिये भी चिंता करते हुए भूसा चारे की व्यवस्था करने की भी मांग की है।

श्री मस्त ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों मे बाढ़ चौकियों की स्थापना के साथ ही प्रभावित क्षेत्रों को छोटे छोटे सेक्टरों मे बाँट कर सेक्टर प्रभारियों की तैनाती की भी मांग उठायी है। यही नही बलिया लोक सभा क्षेत्र के सभी प्रभावित इलाकों के लिए अधिकाधिक संख्या मे एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम को लगाने की मांग की है जिससे अधिकाधिक लोगो को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया जा सके। इसके साथ ही सभी प्रभावितो को खाने पीने की व्यवस्था के साथ राहत कैम्पो की व्यवस्था करने की भी मांग की है।




सांसद मस्त जी द्वारा सीएम योगी को लिखा गया पत्र निम्न है ---

पूज्य महाराज जी.

आपसे हुई वार्ता के क्रम में आपको अवगत करान है कि मेरे संसदीय क्षेत्र बलिया के अंतर्गत जनपद बलिया तथा गाजीपुर जनपद का हिस्सा आता है, इन दोनों जनपदों में बाढ़ की संभावना बताई जा रही है। इस क्रम में प्रशासन द्वारा दोनों जनपद में नदी के किनारे बसी आबादी के सुरक्षा के लिए निम्र कार्यों को करने को निर्देशित करने की कृपा करें ----


1. बाढ़ से प्रभावित लोगों के रहने की व्यवस्था व बाढ़ राहत कैंप की स्थापना।


2. बाढ़ से प्रभावित लोगों को खाने की व्यवस्था

3. बाढ़ ग्रस्त इलाकों में स्वास्थ्य संबंधी चौकिया स्थापित की जाए।


4. बाढ़ से प्रभावित पशुओं के लिए भूसा चारे की व्यवस्था।

5. बाढ़ प्रभावित इलाकों में बिजली उपकरणों की व्यवस्था, जिसमें जनरेटर अन्य प्रकाश के उपकरण


6.प्रभावित क्षेत्रो को छोटे छोटे सेक्टरों में बाँटकर हर सेक्टर में एक प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया जाय जो उस इलाके में 24 घंटे हेल्प -लाइन सुविधा सुनिश्चित करें जिससे कोई भी समस्या होने पर उस समस्या का समाधान किया जा सके।


अतः आपसे अनुरोध है कि उपरोक्त के त्वरित क्रियान्वयन तथा आपके द्वारा एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीमों को दोनों जनपदों में ज्यादा संख्या में तैनात किया जाए ताकि कोई भी दुर्घटना होने से पहले लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा सके और किसी भी अनहोनी और क्षति को रोका जा सके।