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बलिया और गाज़ीपुर में गंगा खतरे के निशान से ऊपर, निचले इलाकों मे पहुंचा बाढ़ का पानी



मधुसूदन सिंह 

बलिया /गाजीपुर।। राजस्थान से छोड़ा गया पानी उत्तर प्रदेश मे जलप्रलय लाने को आतुर दिख रहा है। बनारस के घाटों के डूबने की बात करें या गाजीपुर व बलिया मे गंगा की मछलती लहरों की करें, ये दोनों जिलों मे तांडव मचाने की कगार पर पहुंचने को आतुर दिख रही है। बलिया मे गंगा नदी खतरे के निशान से एक मीटर से भी अधिक पर शाम 4 बजे थी और 2-3 सेमी प्रति घंटे की रफ़्तार से बढ़ रही है। यही हाल गाजीपुर का भी है। यहां भी गंगा 3 सेमी प्रति घंटे की रफ़्तार से बढ़ रही है। दोनों जनपदों मे गंगा का बिकराल रूप दिख रहा है। लाखों की आबादी प्रभावित हुई है।




बलिया शहर के निचले हिस्से मे बनी निहोरा नगर कालोनी पूरी तरह से डूब गयी है। कालोनी के लोगो के घरों मे पानी घुस चुका है। लोग घरों को छोड़कर राहत कैम्प मे शरण लेने को मजबूर हो गये है।

जिलाधिकारी बलिया सौम्या अग्रवाल का बयान





उत्तर प्रदेश के गाज़ीपुर से है। जहां आज गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ाव पर है, बताया जा रहा है कि पूर्वांचल में गंगा का रौद्र रूप प्रयागराज से लेकर बनारस और गाजीपुर से बलिया तक दिखाई दे रहा है और ये बढ़ाव लगातार जारी है। गाजीपुर में आज सुबह शुक्रवार को ही गंगा खतरे के निशान को पार कर चुकी हैं, और जलस्तर के लगातार बढ़ोत्तरी से गाज़ीपुर जनपद की सैदपुर, सदर, मोहम्दाबाद, सेवराई और ज़मानियाँ तहसील में गंगा के तटवर्ती गांवों में पानी घुस गया है और सैकड़ों बीघा खेत जलमग्न हो गए हैं। कटान वाली जगहों पर बालू की कुछ बोरियों को डालकर कटान रोकने का प्रयास भी किया जा रहा है। जो प्राथमिक स्तर पर नाकाफी है।





वही आपको बता दें कि गाजीपुर में गंगा जनपद के मध्य भाग से बहती हैं, और जब भी गंगा में बाढ़ आती है तो सबसे ज्यादा तटवर्तीय हिस्से खासतौर से ग्रामीण इलाके खासे प्रभावित होते हैं। गंगा के बढ़ते जलस्तर के बारे में केंद्रीय जल आयोग के साईट इंचार्ज मेराजुद्दीन बताते हैं कि गाज़ीपुर में गंगा का जलस्तर 2 से 3 सेंटीमीटर प्रतिघंटे की दर बढ़ाव पर है, जो अभी खतरे के निशान 63.105 मीटर को पार कर  63.300 मीटर पहुंच गया है, जो खतरे के निशान से लगभग 195 सेंटीमीटर ऊपर है। 


आपको बता दें कि गंगा के खतरा बिंदु पार करते ही हडकंप मच गया है, कई जगह गांवों के संपर्क मार्ग प्रभावित हो गए हैं।  पुलिस और प्रशासन की टीमों ने गंगा किनारे के क्षेत्रो में अपनी गश्त बढ़ा दी है। डीएम के निर्देश पर राजस्व टीम को कैंप करने और हर गतिविधि की सूचना कंट्रोल रूम को देने का निर्देश दिया गया है।


बाईट - मेराजुद्दीन, केंद्रीय जल आयोग गाजीपुर ।



बनारस में बाढ़, लाल निशान के पास पहुंची गंगा, घाटों को डूबोकर शहर में घुसा पानी




वाराणसी में गंगा अपने रौद्र रूप में हैं। गंगा ने गुरुवार को दोपहर एक बजे ही चेतावनी बिंदु (70.26 मीटर) को पार कर लिया था। केंद्रीय जल आयोग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार गंगा का जलस्तर सुबह आठ बजे 70.86 मीटर पर पहुंच गया। गंगा अब खतरे के निशान 71.26 मीटर से 40 सेंटीमीटर नीचे है।