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अन्य जिलों की अपेक्षा विकास के मामले में बलिया फिसड्डी,विकास पर हो विशेष जोर : दयाशंकर सिंह

 



मधुसूदन सिंह

बलिया। माननीय राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) परिवहन विभाग, उ0 प्र0 शासन, श्री दया शंकर सिंह जी का आगमन जनपद में हुआ।  उन्होंने कलेक्ट्रेट सभागार में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक के दौरान उन्होंने बलिया के ऐतिहासिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बलिया एक विशिष्ट जिला है जो आजादी के पहले ही आजाद हो गया था। अतः बलिया को विशेष महत्व देने की जरूरत है।



अन्य जिलों के सापेक्ष विकास में बलिया फिसड्डी

 माननीय मंत्री जी ने बताया कि जनपद का विकास अन्य जनपदों की अपेक्षा कम हो पाया है। जिसका कारण उन्होंने गंगा नदी और कटहल नाले की समस्या को बताया।  उन्होंने बताया कि बलिया में प्राकृतिक आपदा के कारण विकास नहीं हो पा रहा है। अतः बलिया में बाईपास और बंधा बनाने की जरूरत है।  कहा कि उन्होंने  केंद्रीय परिवहन मंत्री श्री गडकरी जी से बलिया में बाईपास बनवाने के लिए बात की है। साथ ही माननीय मंत्री जी ने कहा कि फेफना से हल्दी तक बाईपास बन जाने से इस क्षेत्र के लोगों को बाढ़ से राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि कटहल नाले की समस्या अंग्रेजों के जमाने से है। सुरहाताल में जलजमाव होने से 28 गांव जलमग्न हो जाते हैं । जहां खेती नहीं हो पाती है ।





मेडिकल कालेज बनाने की कही बात

 परिवहन मंत्री ने जनपद के लिए एक मेडिकल कॉलेज बनाने की बात की। उन्होंने कहा कि यहां के अस्पतालों की स्थिति पहले से खराब है।  कहा कि बलिया में मेडिकल कालेज बन जाने से यहां के छात्रों को पढ़ने के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। साथ ही यहां के लोगों को बनारस तथा लखनऊ जैसे जनपदों में रेफर नहीं होना पड़ेगा । इसे गंभीरता से लिया जाए यह जनपद के लोगों के स्वास्थ्य का मामला है। उन्होंने कहा कि जनपद को विशेष पैकेज देकर इसका विकास किया जाएगा।

महापुरुषों के गांवों को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने का सुझाव

माननीय मंत्री जी ने कहा कि आजादी का इतिहास बलिया के बिना नहीं लिखा जा सकता। उन्होंने यहां के महापुरुषों के योगदान की चर्चा की और कहा कि उनके गांव तथा क्षेत्रों को भी विकसित किया जाए जिससे कि वह पर्यटन क्षेत्र बन सके और लोगों को रोजगार के अवसर मिल सके।इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा कि बलिया के धार्मिक स्थलों को भी विकसित किया जाए जिससे कि पर्यटन को बढ़ावा मिले।

आर्युवेद व होमियोपैथी को बढ़ाना सरकार का लक्ष्य

माननीय मंत्री जी ने आयुर्वेद और होम्योपैथिक को बढ़ावा देने के लिए यहां के अस्पतालों को और अधिक विकसित करने की बात की। उन्होंने कहा कि सरकार का भी ध्यान आयुर्वेद और होम्योपैथिक मेडिसिन की ओर है। इसको अधिक से अधिक बढ़ावा दिया जाए।

सुरहताल को विकसित कर पर्यटक स्थल बनाने की योजना

माननीय मंत्री जी ने कहा कि सुरहाताल को विकसित करके इसको ईको-टूरिज्म बनाया जाए जिससे ना केवल जलभराव की समस्या समाप्त हो बल्कि लोगों को एक पर्यटन स्थल भी मिल सकेगा। कटहल नाले को ठीक कराने के लिए उन्होंने निर्देश दिया ।उन्होंने यह भी कहा कि गंगा नदी में जो भी नाले का पानी जाता है उसे फिल्टर करके भेजा जाए। जिससे कि गंगा प्रदूषित ना हो। उन्होंने कहा कि सुरहाताल पर्यटन की दृष्टि से बहुत ही संपन्न है। 

विकास कार्यो का डीएम ने प्रस्तुत किया लेखा जोखा

 मंत्री जी के उपरांत जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह ने माननीय मंत्री जी को जनपद के विकास कार्यों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि इस दिशा में काम हो रहा है। विकास के  लिए सभी अच्छे प्रोजेक्ट बनाए गए हैं और सरकार के पास भेजे गए हैं । उन्होंने  मंत्री जी को भरोसा दिलाया कि बलिया के विकास के लिए हम लोग हर संभव प्रयास करेंगे ।

पुर्वांचल एक्सप्रेस वे से जोड़ने की डीएम ने उठाई मांग

जिलाधिकारी ने परिवहन मंत्री का ध्यान पूर्वांचल एक्सप्रेस वे की तरफ भी दिलाया और कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे जनपद से न जुड़ा होने के कारण लोगों को समस्या होती है । जिसके लिए माननीय मंत्री जी ने उन्हें भरोसा दिलाया कि इस संदर्भ में आवश्यक कार्यवाही की जाएगी ।साथ ही जिलाधिकारी ने  मंत्री जी को अवगत कराते हुए कहा कि जनपद में एसटीपी 2006 से बना हुआ है परंतु उसका रखरखाव न होने से प्रदूषित पानी गंगा में जाता है अगर उसे ठीक करा दिया जाए तो गंगा में प्रदूषित पानी नहीं मिलेगा।

सुरहताल के पानी को शुद्ध करके पीने योग्य बनाकर सप्लाई का सुझाव

उन्होंने  माननीय मंत्री जी का ध्यान बलिया के पीने की पानी की समस्या की ओर आकृष्ट करते हुए कहा कि यहां के पानी में आर्सेनिक  की अधिकता होने के कारण वह पीने के योग्य नहीं है । यदि सुरहाताल के पानी को शुद्ध करके लोगों तक पहुंचाया जाए तो इससे ना केवल सुरहाताल का जलस्तर कम होगा बल्कि लोगों को शुद्ध पानी भी मिलेगा। इस पर माननीय मंत्री जी ने सहमति जताई और जिलाधिकारी को भरोसा दिलाया कि वह माननीय मुख्यमंत्री जी से इस संबंध में बजट दिलाएंगे।

 शहर से 8 किमी दूर बनाया जाय मेडिकल कालेज : डीएम

 जिलाधिकारी ने मेडिकल कॉलेज के संबंध में  कहा कि क्योंकि जनपद मुख्यालय पर जमीन की उपलब्धता कम है अतः मेडिकल कॉलेज को शहर से 8 किलोमीटर दूर कहीं अन्य स्थान पर बनाया जाए जिससे आसपास का एरिया विकसित होगा और लोगों को आने-जाने में सुविधा भी होगी। जिला आयुर्वेदिक अस्पताल के संबंध में जिलाधिकारी ने बताया कि इस अस्पताल को साफ सुथरा कर दिया गया है परंतु यहां पर स्टाफ की कमी होने की वजह से यह अस्पताल चल नहीं पा रहा है यदि स्टाफ मिल जाए तो यह अस्पताल चलने लगेगा ।इस संदर्भ में माननीय मंत्री जी ने उन्हें भरोसा दिलाया कि सभी जरूरी कार्यों के लिए सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।


इस बैठक में जिला अधिकारी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजकरण नैयर, मुख्य विकास अधिकारी प्रवीण वर्मा ,डीएफओ  श्रद्धा यादव के अतिरिक्त सभी विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।