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तम्बाकू है जानलेवा, रहें सतर्क,राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण अभियान 15 जून तक : डॉ तिवारी

 



बलिया ।। राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत विशेष अभियान 15 जून तक चलाया जा रहा है  । इस दौरान समुदाय में तम्बाकू के दुष्प्रभावों के बारे में  व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। जनमानस को तम्बाकू उत्पादों का सेवन न करने के बारे में प्रेरित किया जा रहा है, जिससे कैंसर जैसी  घातक बीमारी से बचा जा सके। यह कहना है नोडल अधिकारी व अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुधीर कुमार तिवारी का। 

डॉ तिवारी ने बताया कि विश्व तम्बाकू निषेध दिवस (31 मई) को सफल  बनाने के लिए ग्रामीण क्षेत्र में आशा व एएनएम के माध्यम से तम्बाकू सेवन एवं धूम्रपान करने से व्यक्ति के शरीर में होने वाले दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक किया जा रहा है।  जन सामान्य को स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इस बार विश्व तंबाकू निषेध दिवस की  थीम “टोबैको थ्रीट टू अवर एनवायरमेंट” तय की  गई है। पर्यावरण को तम्बाकू जैसे जहर से बचाना है क्योंकि तम्बाकू के सेवन से हर जगह गंदगी व्याप्त रहती है, साथ ही पर्यावरण भी दूषित होता है।

स्वास्थ्य विभाग पुलिस विभाग के साथ मिलकर संयुक्त रूप से छापेमारी एवं जुर्माना, चालान की कार्रवाई की जा रही है। नोडल अधिकारी ने बताया कि तम्बाकू एक धीमा जहर है जो हमारे शरीर को धीरे-धीरे खत्म कर देता है तम्बाकू के कारण हमें ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारियों से जूझना पड़ता है। उन्होंने बताया कि जनपद में तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम की टीम राज्य स्तर से प्राप्त निर्देशों के क्रम में कार्य करती है | इसका मकसद तम्बाकू के दुष्प्रभाव से हर एक व्यक्ति को जागरूक करना है। वहीं महिलाओं को आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के माध्यम से जागरूक किया जाता है, ताकि बच्चों को तम्बाकू के दुष्प्रभाव से बचाया जा सके। 

तम्बाकू के दुष्प्रभाव

जो लोग तम्बाकू व धूम्रपान जैसे जहर का सेवन कर रहे हैं, वह  तम्बाकू परामर्श केंद्र पर दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। स्वयंसेवी संस्थाओं एवं जन-जन के सहयोग से जनपद को तम्बाकू मुक्त बनाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि  धूम्रपान करने वाला व्यक्ति न केवल अपने जीवन के लिए बल्कि अपने परिवार व समाज के लिए भी कैंसर का खतरा उत्पन्न करते हैं । तम्बाकू के सेवन से हृदय रोग, टीबी, लकवा, मधुमेह, दृष्टिहीनता, फेफड़े एवं श्वास संबंधी रोग भी हो सकते हैं।





तम्बाकू छोड़ने के फायदे

हृदय की धड़कन और रक्तचाप घटकर सामान्य हो जाता है,साथ ही रक्त संचार व फेफड़े   बेहतर कार्य करते हैं । हृदयाघात का जोखिम कम हो जाता है, खांसी, थकान और सांस टूटने की शिकायत कम हो जाती  है, मुंह, गले, भोजन नली,  गर्भाशय, ग्रीवा और पाचक ग्रंथि के कैंसर का जोखिम कम हो जाता है। तम्बाकू की लत भी बहुत ही बुरी होती है, यह लत आसानी से नहीं किसी व्यक्ति से छूटती है | इस लत को छुड़ाने के लिये व्यक्ति को बहुत ही नियमों का पालन एवं अपने प्रति कठोरता का होना अनिवार्य है। तम्बाकू की लत भी धीरे-धीरे ही लगती है और जब लत लग जाती है तो यह चीज हर वक्त चाहिये ही है। तब जाकर कहीं तम्बाकू की लत छूट सकती है।

तम्बाकू शरीर के लिये है जहर

तम्बाकू वह पदार्थ है जिसके सेवन से शरीर को बहुत ही नुकसान होता है, तम्बाकू के सेवन से व्यक्ति में अनेक बीमारियां उत्पन्न होने लगती हैं , जैसे मुंह का कैंसर, शरीर में अन्य कैंसर यह सभी तम्बाकू के अत्यधिक सेवन के कारण ही होता है। तम्बाकू का सेवन हर व्यक्ति के शरीर के लिये बहुत ही नुकसानदायक माना जाता है | तम्बाकू को साधारण भाषा में शरीर के अंदर जाने वाला कठोर तीखा जहर भी माना जाता है।