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बलिया सीएमओ का नया खेल,वरिष्ठ को बैठा कर कनिष्ठ को दिये है चार्ज : लेवेल वन के चिकित्सकों से ले रहे है लेवेल 3 के चिकित्सकों का काम

 



मधुसूदन सिंह

बलिया ।। सीएमओ डॉ नीरज कुमार पांडेय ने वरिष्ठ चिकित्सको की मौजूदगी/उपलब्धता के बावजूद कनिष्ठ चिकित्सको को प्रभारी बनाने का नया ट्रेंड शुरू किया है । जिस चिकित्सको की तैनाती ग्रामीण अंचलों की अतिरिक्त पीएचसी पर होनी चाहिये, उनको सीएचसी का प्रभारी और अन्य योजनाओं का प्रभारी बनाया गया है । कनिष्ठों को वरिष्ठों के ऊपर तरजीह देने से वरिष्ठों में अंदर अंदर ही आक्रोश बढ़ रहा है । वही समय से पहले प्रभारी बन गये चिकित्सको के अपने अधीनस्थों के साथ दुर्व्यवहार की घटनायें भी बढ़ती जा रही है । यही कारण है कि सीएमओ के सामने ऐसे दो प्रभारियों के खिलाफ शिकायतें एक सप्ताह के अंदर आ चुकी है । डिप्टी डीआईओ ने तो महिला एएमएन के साथ जूम मीटिंग में इतनी अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया था,जिसकी सीएमओ से कर्मचारी नेता सत्या सिंह ने न सिर्फ शिकायत की बल्कि सीएमओ के सामने ही प्रभारी को मांफी मांगनी पड़ी । वही दूसरी घटना में प्रभारी सीएचसी दुबहड़ डॉ शैलेश कुमार के खिलाफ सीएमओ कार्यालय पर फार्मासिस्ट एसोसिएशन द्वारा दो दिन धरना दिया गया । दूसरे दिन सीएमओ ने डॉ शैलेश कुमार को चेतावनी पत्र जारी करके धरना को खत्म कराया । यही नही इनकी एक एएनएम अनिता भारती ने सीएमओ से शिकायत की तो उसी का तबादला करा दिये ।





लेवल वन के वो चिकित्सक जो सीएमओ की मेहरबानी से बने है प्रभारी

  वर्तमान सीएमओ बलिया डॉ नीरज कुमार पांडेय न तो शासनादेश की परवाह कर रहे है, न ही कनिष्ठ वरिष्ठ का ही ख्याल कर रहे है । बस देख रहे है तो अपने गृह प्रदेश बिहार का है या नही है । बिहार का होने पर चिकित्सक के लिये कही भी पोस्टिंग मिल सकती है । वर्तमान में जिन लेवल वन के चिकित्सकों को लेवल 3 की अर्हता वाले पद का प्रभार दिया गया है, वे निम्न है ---

डॉ शैलेश कुमार अधीक्षक सीएचसी दुबहड़

डॉ शैलेश कुमार इनकी नियुक्ति अतिरिक्त पीएचसी अखार बयासी पर है लेकिन इनको सीएचसी दुबहड़ का अधीक्षक बना दिया गया है । जबकि अधीक्षक लेवल 3 से नीचे के चिकित्सक नही बन सकते है । डॉ शैलेश कुमार के खिलाफ दलित एएनएम अनिता भारती ने जब दुर्व्यवहार और जातिसूचक शब्दो के साथ अपमानित करने की शिकायत सीएमओ से की गई तो सीएमओ द्वारा गठित जांच टीम ने डॉ शैलेश कुमार की जगह शिकायत करने वाली एएनएम का ही तबादला करा दिया । जांच टीम के सदस्य भी एक ही क्षेत्र के लोग रह रहे है । दूसरी घटना में शुक्रवार को फार्मासिस्ट एसोसिएशन के धरने के बाद डॉ शैलेश कुमार के खिलाफ चेतावनी का पत्र जारी करना पड़ा ।

डिप्टी डीआईओ डॉ शशि प्रकाश

डॉ शशि प्रकाश (लेवल 1) को डिप्टी डीआईओ बनाया गया है ,जबकि यह पद लेवल 3 के चिकित्सक के लिये है । बिहार निवासी होना,इनको फायदा पहुंचाया है । जूम मीटिंग में अपनी बदजबानी के चलते महिला कर्मी के साथ भाषायी दुर्व्यवहार करने के कारण इनको सीएमओ के चेम्बर में मांफी भी मांगनी पड़ी है ।

डॉ शत्रुघ्न पांडेय (लेवल 1) प्रभारी वायना

डॉ शत्रुघ्न पांडेय लेवल 1 के चिकित्सक है लेकिन इनको भी सीएमओ ने एमओआईसी वायना बना दिया है । इनका भी बिहार का होना लाभदायक रहा है ।

डॉ धर्मेंद्र यादव (लेवल 1) अधीक्षक सीएचसी रेवती

अपने कृत्यों से विगत एक सप्ताह में चर्चा में बने रहने वाले डॉ धर्मेंद्र यादव को भी बिहार का निवासी होने का भरपूर फायदा मिला हुआ है । लेवल 3 के चिकित्सक को जहां सीएचसी का अधीक्षक बनाया जाता है लेकिन सीएमओ बलिया ने दरियादिली दिखाते हुए इनको अर्हता नही होने के बावजूद अधीक्षक बना दिया है । अधीक्षक के रूप में अपने कृत्यों से ये काफी चर्चा में है । अभी पिछले हफ्ते ही एक बच्ची को सांप के काटने के बाद सीएचसी रेवती लाया गया था जहां सांप काटने के बाद लगने वाला इंजेक्शन होने के बावजूद बलिया के लिये रेफर कर दिया गया था । बलिया पहुंचते पहुंचते बच्ची ने दम तोड़ दिया था । 

इस घटना के बाद क्षेत्रीय विधायक केतकी सिंह ने जमकर हंगामा किया था । किसी तरह यह मामला शांत हुआ था कि शुक्रवार को सीएचसी रेवती पर ही एम्बुलेंस में तेल नही होने के कारण मजबूर परिजनों को मरीज को ठेला पर ले जाते हुए वायरल वीडियो में दिखाया गया है । यही नही मरीज को जब बेड से ठेला पर सुलाया जा रहा था तब स्ट्रेचर भी नही था ।

डॉ पीपी सिंह प्रभारी न्यू पीएचसी जयप्रकाश नगर

बता दे कि मूलरूप से बिहार निवासी डॉ पीपी सिंह एमडी है । एक विशेषज्ञ चिकित्सक के रूप में इनकी पोस्टिंग सीएचसी पर होनी चाहिये लेकिन इन्होंने अपनी पोस्टिंग न्यू पीएचसी जयप्रकाश नगर पर करा रखी है जबकि यह शासनादेश के खिलाफ है । वही सीएचसी सोनबरसा पर विशेषज्ञ डॉक्टर की जरूरत भी है । लेकिन डॉ सिंह ने अपनी पोस्टिंग जानबूझ कर ऐसी जगह करायी हुई है जहां से जब चाहे अपने घर जाकर प्रेक्टिस कर सके । 

डॉ मुकेश वर्मा प्रभारी पीएचसी बघुडी

डॉ मुकेश वर्मा लेवल 3 के चिकित्साधिकारी है । इनकी पोस्टिंग किसी भी सीएचसी पर होनी चाहिये थी लेकिन इन्होंने अपनी पोस्टिंग जानबूझ अपने गृह जनपद के करीब बघुड़ी करा रखी है ताकि जब चाहे घर चले जाय ।

डॉ सिद्धि रंजन अधीक्षक बेरुआरबारी

डॉ सिद्धि रंजन भी अभी लेवल 1 के ही चिकित्सक है लेकिन इनको बिहारी होने का सबसे ज्यादे फायदा मिला है ।एक तरफ जहां इनको सीएचसी बेरुआरबारी का अधीक्षक बनाया गया है, तो दूसरी तरफ इनको झोलाछाप डॉक्टरों और नर्सिंग होम का नोडल भी बनाया गया है । जबकि ये सभी पद लेवल 3 के चिकित्सक के लिये है ।

उपरोक्त चिकित्सको की पोस्टिंग और व्यवहारों को देखने के बाद साफ झलक रहा है कि सीएमओ बलिया की नजर  जनपद के लोगो को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिये योग्य वरिष्ठ चिकित्सको की सभी सीएचसी पर नियुक्ति की बजाय बिहार के कनिष्ठ चिकित्सको की पोस्टिंग करने में ज्यादे है । जबकि बलिया में लगभग 10 लेवल 3 के चिकित्सक उपलब्ध है । बलिया एक्सप्रेस की शासन प्रशासन से मांग है कि बलिया में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिये बिहार से सटी सीमाओं पर अपनी तैनाती करके यूपी से वेतन लेकर बिहार में प्रेक्टिस करने वाले चिकित्सको पर नकेल कसी जाय । साथ ही विशेषज्ञ चिकित्सको को पीएचसी की जगह सीएचसी पर तैनात किया जाय, जिससे अत्यधिक ग्रामीण जनता को लाभ मिल सके ।