Breaking News

महाभारत के श्लोक ने रोक रखा है मिडिल क्लास को मिलने वाली टैक्स स्लैब की छूट,जाने क्या है श्लोक

 


मधुसूदन सिंह

बलिया ।। आज देश की वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट 2022-23 को संसद में पेश किया । पिछले 7 बजट से टैक्स स्लैब में रियायत की राह देख रहे मिडिल क्लास को इस बार उम्मीद थी कि 5 राज्यो में हो रहे विधानसभा चुनावों के चलते टैक्स स्लैब में रियायत जरूर मिलेगी । लेकिन मध्यम वर्ग के लोग यह भूल गये कि यह सरकार संविधान के साथ साथ धार्मिक ग्रंथों के आधार पर अपनी नीतियां बनाती है ।  पिछले 8 बजटों से मध्यम वर्ग को टैक्स स्लैब में रियायत क्यो नही मिल रहा है, इसका खुलासा इस बजट में वित्तमंत्री जी ने किया है । रियायत न मिलने की राह में रोड़ा कहे या खलनायक,आप कुछ भी कह सकते है, वह महाभारत का एक श्लोक है जो रियायतों को देने से रोक देता है ।



केंद्र सरकार के बजट से देश का मिडिल क्लास पिछले 8 सालों से टैक्स स्लैब में बदलाव की उम्मीद लगाए बैठा है ।लेकिन इस बार भी मध्य वर्ग को टैक्स में कोई राहत नहीं मिली है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करने के दौरान बताया कि आखिर मध्य वर्ग को टैक्स में राहत क्यों नहीं दी गई है ।

वित्त मंत्री ने महाभारत के एक श्लोक का उदारहण देते हुए कहा कि राजा को किसी भी प्रकार की ढिलाई न करते हुए और धर्म के अनुरूप करों का संग्रहण करना चाहिए । वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने महाभारत के शांति पर्व के अध्याय 72 के श्लोक 11 का पढ़ते हुए अपनी बात समझाई. उन्होंने कहा-

दापयित्वाकरंधर्म्यंराष्ट्रंनित्यंयथाविधि।

अशेषान्कल्पयेद्राजायोगक्षेमानतन्द्रितः॥११॥

यानी कि, राजा को किसी भी प्रकार की ढिलाई न करते हुए और धर्म के अनुरूप करों का संग्रहण करने के साथ-साथ, राज धर्म के अनुसार शासन करके लोगों के योगक्षेम (कल्याण) के लिए अवश्य व्यवस्थाएं करनी चाहिए ।

निर्मला सीतारमण ने कहा,"अपने प्राचीन ग्रंथों से ज्ञान एवं मार्गदर्शन प्राप्त करते हुए हमने प्रगति के पथ पर चलना जारी रखा है. इस बजट के प्रस्तावों का उद्देश्य स्थिर और जानी-पहचानी कर व्यवस्था की हमारी घोषित नीति पर कायम रहते हुए, और अधिक ऐसे सुधारों को लाना है जो एक विश्वसनीय कर व्यवस्था स्थापित करने की हमारी संकल्पना को आगे बढ़ा सके । यह कर प्रणाली को और भी अधिक सरल बनाएगा, करदाताओं को स्वैच्छिक अनुपालन के लिए प्रोत्साहित करेगा, और मुकदमेबाजी को कम करेगा ।

          कर दाताओं के प्रति जताया आभार

इससे पहले वित्त मंत्री ने देश के करदाताओं का आभार किया और कहा कि उन्होंने जरूरत की इस घड़ी में सरकार के हाथों को मजबूत किया है ।

वित्त मंत्री ने कहा, "मैं इस अवसर पर देश के सभी करदाताओं के प्रति आभार व्यक्त करना चाहती हूं जिन्होंने अत्यधिक सहयोग दिया है और जरूरत की इस घड़ी में अपने साथी नागरिकों की सहायता करके सरकार के हाथों को मजबूत किया है."


अब 2 साल पुरानी गलती को भी कर सकेंगे ठीक

वित्त मंत्री ने कर प्रणाली को लचीला बनाने की घोषणा करते हुए कहा कि कुछ करदाताओं को यह महसूस हो सकता है कि उन्होंने कर अदायगी के लिए अपनी आमदनी का ठीक-ठीक आकलन करने में चूक या गलतियां की हैं । ऐसी गलतियों को सुधारने का मौका देने के लिए मैं अतिरिक्त कर की अदायगी करके अपडेटेड टैक्स स्टेटमेंट दाखिल करने के लिए करदाताओं को अनुमति देने के एक नए प्रावधान का प्रस्ताव कर रही हूं । अब करदाता 2 साल पुराने टैक्स रिटर्न में भी सुधार कर सकेंगे ।