रविवार से पूर्व सांसद भरत सिंह की पदयात्रा होगी शुरू,21 अक्टूबर को हल्दी में होगा समापन,जनता की उपेक्षा व विकास न होने से आहत होकर सड़क पर उतर रहे है पूर्व सांसद
बलिया ।। पूर्व सांसद भरत सिंह ने एक प्रेसवार्ता के माध्यम से रविवार 17 अक्टूबर से लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जन्मभूमि से शुरू होकर हल्दी में समाप्त होने वाली अपनी पदयात्रा के संबंध में कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की । पूर्व सांसद ने साफ तौर पर कहा कि क्षेत्र का विकास नही हो रहा है,कटान रोकने के लिये अधिक धन खर्च करके भी किसानों के खेतों व घरों को कटान से नही बचा पाना दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है । पूर्व सांसद ने बलिया बैरिया मार्ग की दुर्दशा को भी प्रमुखता से उठाते हुए साफगोई के साथ कहा कि आज इस पर चलने से लोग डर रहे है ।
कहा कि बैरिया मेरी जन्मभूमि और कर्मभूमि है तथा मेरा राजनीतिक जीवन यहां की जनता के लिये समर्पित है। यह भी सत्य है कि हमारा जनता से जुड़ाव है तथा जनहित के मामलों के प्रति सजग रहना अनिवार्य है । इसका छोटा सा उदाहरण बलिया बैरिया राष्ट्रीय राजमार्ग यानि एच. एच. हैं ,जो अब तक के इतिहास में सबसे दुर्दिन दशा का शिकार है। इस पर यात्रा करने से लोग डर रहे है । इसे अबतक तैयार हो जाना चाहिए। यदि ऐसा नहीं हो रहा है तो यह दुर्भावपूर्ण स्थिति है ।
कहा कि आजतक कटान की समस्या का समाधान नहीं हो सका। मेरे कार्यकाल में बने ठोकरों के चलते गंगा नदी उससे दूर चली गयी। आज जब उससे अधिक खर्च हुआ पर गांव नहीं बचे । जनता के इस दर्द का मैं मूकदर्शक नहीं बना सकता तथा पद यात्रा के माध्यम से उत्पन्न समस्याओं को सुनना चाहता हूं। इसी के लिये यह यात्रा आयोजित की गयी है।
पूर्व सांसद की यह पदयात्रा एक तरफ जहां अपने जनाधार को फिर से टटोलने की है तो वही भाजपा के वर्तमान सांसद हो या विधायक उनको नसीहत देने के लिये भी है कि जनता की समस्याओं से दूरी भविष्य के लिये अच्छे संकेत नही है । वही कटान रोधी कार्य मे अधिक धनराशि खर्च होने के बाद भी कटान से गांवो व खेतो के न बचने को लेकर श्री सिंह ने अपरोक्ष रूप से इसमें हुए भ्रष्टाचार की तरफ ध्यान भी आकृष्ट कराया है ।