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शिक्षकों को सम्मानित कर भारतीय गौरव को बढ़ा रही है सरकार : उपेन्द्र तिवारी

 

 




बलिया: शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में उ. प्र. सरकार के निर्देश पर जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय की ओर से रविवार (05 सितंबर) को शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन हुआ। विश्वविद्यालय परिसर में जलभराव के कारण यह समारोह जमुना राम पीजी कॉलेज, चितबड़ागांव के सभागार में हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। इसके बाद मां सरस्वती एवं डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र पर अतिथियों द्वारा माल्यार्पण किया गया। इस मौके पर नयी शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन में विशिष्ट योगदान करने वाले विश्वविद्यालय परिसर व सम्बद्ध से जुड़े 75 शिक्षक-शिक्षिकाओं को अंगवस्त्र, स्मृति चिह्न और प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया। साथ ही इन शिक्षाविदों के कार्यों की प्रशंसा भी की गई।



कार्यक्रम के सारस्वत अतिथि उप्र सरकार के माननीय राज्यमंत्री ( स्वतंत्र प्रभार) उपेन्द्र तिवारी ने कहा कि सरकार शिक्षकों को सम्मानित कर भारतीय संस्कृति के गौरव को बढ़ा रही है। सरकार का प्रयास है कि शिक्षा को वर्तमान परिस्थितियों के अनुरूप तैयार किया जाए और शिक्षकों को परेशानियों का त्वरित समाधान किया जाय। मुख्य अतिथि हेमवतीनंदन बहुगुणा विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो लल्लन जी सिंह ने कहा कि वर्तमान समय चुनौतियों से भरा हुआ है। ऐसे में शिक्षकों से उम्मीदें बढ़ी हैं। शिक्षकों की जिम्मेदारी है कि वे राष्ट्र के नव निर्माण में जुट जाएं। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो कल्पलता पाण्डेय ने सभी सम्मानित शिक्षकों को बधाई दी और कहा कि शिक्षक राष्ट व समाज की धुरी होता है। इसलिए उसका सम्मान राष्ट्र का सम्मान  होता है।






    अतिथियों के स्वागत  कॉलेज के प्रबंधक डॉ धर्मात्मानंद ने किया। संचालन डॉ प्रमोद शंकर पाण्डेय व धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव संतलाल पाल ने किया। कुलगीत एवं गुरुवंदना की प्रस्तुति डॉ अरविंद उपाध्याय और उनके साथियों ने दी। सरस्वती वंदना जमुना राम महाविद्यालय की छात्राओं ने प्रस्तुत किया। इस अवसर पर सम्मानित होने वाले शिक्षकों के अलावा विभिन्न महाविद्यालयों के प्रबंधक, प्राचार्य, शिक्षक, विद्यार्थी, कर्मचारी-अधिकार और गणमान्य लोग उपस्थित रहे


 सम्मानित होने वाले प्राध्यापकों की सूची --