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आये थे महंथ बनाने,पुलिस ने अनुमति न होने पर लौटाया बैरंग

 




अभियेश मिश्र

बेल्थरारोड ( बलिया )। क्षेत्र के खैरा स्थित  ऐतिहासिक मठ पर  सोमवार को मठाधीश्वर  विशंभर दास जी महाराज बगही कुटी कुशीनगर के द्वारा  चार पहिया वाहनों से दर्जनों की संख्या में साधुओं के साथ बभनौली गोपालगंज बिहार के महन्थ दिनेश त्यागी जी महाराज को खैरा मठ का महन्थ बनाने के लिए  और भंडारा करने के उद्देश्य से पहुँचने की मिली सूचना पर उभांव पुलिस मौके पर पहुँचकर सभी को वाहनों के साथ उभांव थाने लेकर चली आयी। उभांव पुलिस द्वारा कहा गया कि एसडीएम बेल्थरारोड द्वारा खैरा मठ पर कोई कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति नही दिये जाने के कारण मठ पर कोई कार्यक्रम आयोजित नही होगा।

 इसके बाद महन्थ और सभी  साधु बैरंग वापस लौट गए। ज्ञात हो कि खैरा मठ के महन्थ के निधन हो जाने के बाद मठ की महंथी विवादों में है। जिसको लेकर कुछ लोगो द्वारा अपना अपना दावा किया जाता रहा है। इसी बीच सोमवार को खैरा मठ का  महन्थ बनाने के लिए बगही कुटी के मठाधीश्वर द्वारा दिनेश त्यागी को  मठ का महन्थ बनाने के लिए दर्जनों साधुओं के साथ पहुँचने पर उभांव पुलिस के कान खड़े हो गये। सूचना के बाद उभांव पुलिस तुरन्त पहुँचकर मठ के गेट में प्रवेश करने से मना कर दिया और सभी को थाने पर  लेकर चली गयी। 

पुलिस ने कहा कि एसडीएम द्वारा कोई कार्यक्रम करने की अनुमति नही है तो मठ पर कोई कार्यक्रम नही होगा। इसके बाद सभी वापस चले गए। बभनौली कुटी के महन्थ दिनेश त्यागी जी का कहना था कि उपजिलाधिकारी सर्वेश यादव को अनुमति के लिए पत्रक दिया गया था । हमारे बड़े महन्थ  विशम्भर दास जी जो कई मठो को देखते है। यहाँ की महन्थी  खाली होने पर बड़े महन्थ द्वारा आज भंडारा आयोजित कर मुझे चादर ओढ़ाकर  महन्थ बनाने का कार्यक्रम था। किंतु पुलिस द्वारा नही कर देने के कारण कार्यक्रम निरस्त कर दिया गया।

  वही मठ के महन्थ के निधन के बाद मठ के सेवादार संजय तिवारी का कहना है कि मठ का इस समय कोई महन्थ नही है।  जिसके चलते हम मन्दिर में दीपक जलाते है और पूजा करते है। हमे इससे कोई लेना देना नही है। दूसरे लोग देखते है। इस सम्बन्ध में इंस्पेक्टर उभांव का कहना है कि खैरा मठ पर महंथी को लेकर विवाद है। पूर्व में कुछ लोग द्वारा एक फर्जी महन्थ बना दिया गया था जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। कहा कि महन्थ का कहना था कि यह मठ भी कुशीनगर कुटी से ही संचालित होता है। इसपर हमने कहा कि कोई आदेश लेकर आइये और कार्यक्रम कर मठ का महन्थ बनाये, पुलिस को कोई एतराज नही है।