Breaking News

एक गांव जहां कोरोना ने मचा रखा है कोहराम : एक माह में 42 की जा चुकी है जान,क्या सीएम योगी करेंगे इस गांव का दौरा



मधुसूदन सिंह

नरहीं बलिया ।। जनपद में स्वास्थ्य सेवाएं और प्रशासनिक तंत्र किस तरह कोरोना को खत्म कर रहा है,इसका जीता जागता सोहांव ब्लॉक का सोहांव गांव है, जहां कोरोना ने कोहराम मचा रखा है लेकिन न तो स्वास्थ्य विभाग ,न ही प्रशासनिक अधिकारियों की ही कुम्भकर्णी निद्रा टूट रही है ,नतीजन इस गांव में श्मसान की वीरानी छा गयी है । यह तब है जब यह क्षेत्र प्रदेश सरकार के मंत्री उपेन्द्र तिवारी जी का है । एक माह में लगभग 42 मौतों के बाद भी न तो मंत्री जी इस गांव की सुधि लिये है, न ही स्वास्थ्य विभाग की टीम इस गांव में जाकर ट्रेसिंग की है,न ही गांव को सेनिटाइज ही किया गया है । अब लोगो की एक आस सीएम योगी से है, लोग यह आस लगाये है कि सीएम हो सकता है कि इनके गांव को बचाने के लिये दौरा कर दे ।

कोरोना महामारी  गांवों में कैसे पांव पसार चुकी है इसकी एक बानगी क्षेत्र के सोहांव गांव में देखने को मिल रही है । जहां एक ही परिवार के पांच लोगों ने सांस एवं बुखार की दिक्कतों के कारण दम तोड़ दिया है । इस परिवार पर दुखों का ऐसा पहाड़ टूटा है कि परिवार उबरने की स्थिति में नहीं है। इस गांव में कोरोनावायरस की ऐसी वीभत्स त्रासदी दिख रही है कि एक माह में गांव में करीब 42 लोगों ने अपनी जान गवांई है । चौंकाने वाली बात तो यह है कि सीएचसी नरहीं पर कोरोनावायरस से मौत की पुष्टि सोहांव गांव के केवल विजय विचित्र राय के रूप में ही की गई है। चारो तरफ कोहराम मचने के बाद शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की दो टीमें गांव में जांच करने के लिए पहुंची थी।





बता दे कि नरहीं थाना क्षेत्र के सोहांव गांव सभा एक पुरवा है रामापुर । इस गांव की मतदाता संख्या 5600 है जबकि आबादी 6200 है लेकिन इस गांव में कोरोनावायरस ने ऐसा कहर बरपाया है कि गांव में दहशत फैल गई है । लोगों का कहना है कि 1 महीने में इतनी मौतें हमने कभी नहीं देखी थी । सोहाव गांव के पूर्व प्रधान गिरीजा राय के भतीजे लल्लन राय 62 वर्ष सर्दी बुखार से परेशान थे ,जिनकी मौत 19 अप्रैल को हो गयी । 30 अप्रैल को इनकी तेरही में सगे संबंधियों सहित रिश्तेदारियों से भी लोगों ने भी शिरकत किया था । नतीजा यह हुआ कि बहन मंजू 60 वर्ष 11 मई को चल बसी। चचेरे भाई विजय विचित्र नारायण राय 58 वर्ष का भी निधन 20 मई को हो गया । दामाद श्यामा कांत राय 28 वर्ष का भी निधन 20 मई को हो गया। इनके पटटीदार रामाचारी उर्फ मनीष राय 46 वर्ष का भी निधन 18 मई को हो गया । इतनी मौतों के बाद गांव में कोहराम मच गया । इसके बावजूद भी गांव में मौतों का सिलसिला जारी रहा । ग्राम प्रधान प्रतिनिधि जयपाल यादव ने बताया कि सोहांव गांव में पिछले एक महीने के अंदर 42 मौतें हो चुकी है । इस दौरान न कोई स्वास्थ्य विभाग की टीमें आई और न ही गांव में कोई छिड़काव कराया गया । शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच करने पहुंची थी। प्रधान प्रतिनिधि जयपाल यादव ने अपने स्तर से सफाई कर्मियों के द्वारा कुछ जगहों पर छिड़काव कराया है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नरही के प्रभारी डॉ पंकज कुमार ने बताया कि शनिवार को एक टीम सोहांव तथा दूसरी टीम कोठियां सेन्दुरिया गांव में भेजी गई है जिसमें 50लोगों की सैम्पलिंग की गई है । कोरोनावायरस से एक मौत की पुष्टि की है वह भी सोहांव के विजय विचित्र राय के रूप में । समाजसेवी अनिल राय ने कहा कि पंचायत चुनाव के बाद गांव में घर घर खांसी बुखार के मरीज हो गए थे, उस दौरान न किसी की जांच की गई और ना ही दवा का वितरण किया गया । नतीजनगांव से लाशों का निकलने का सिलसिला 19 अप्रैल से जो शुरू हुआ वह बदस्तूर जारी है ।कई घरों के लोग गांव छोड़कर दूसरी जगह रहने वाले अपने परिजनों के पास जान बचाने के लिये चले गये है ।आज भी गांव में मौत से दहशत व्याप्त है।













सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नरही बना कर्मचारियों का वेतन आहरण केंद्र

गड़हांचल के लोगो को स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिये नरही में एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र है । कहने को तो इस अस्पताल पर लगभग आधा दर्जन स्थायी चिकित्सको और इतने ही एनएचएम के तहत चिकित्सको की नियुक्ति है । लेकिन अगर किसी अधिकारी या नेता का निरीक्षण न हो तो स्थायी चिकित्सको में से एक दिख जाए तो मरीजो का सौभाग्य जाने । यहां पर बक्सर निवासी पति पत्नी दो स्थायी चिकित्सक है जिनका बक्सर में नर्सिंग होम भी है,अपनी राजनैतिक पकड़ के चलते नरही कम बक्सर ज्यादे रहते है, हां उत्तर प्रदेश सरकार से वेतन लेना नही भूलते है । एक चिकित्सक की आरा में तो दूसरे की पटना में नर्सिंग होम खूब फल फूल रहा है,बस नरही क्षेत्र के लोगो की सांसे फूल रही है यो ये लोग क्या कर सकते है । सीएमओ बलिया कोई कार्यवाही करेंगे नही और राजनेताओ का वरदहस्त प्राप्त है ही,तो जनता शिकायत करके कर ही क्या सकती है ।

 

समर्थक के मरते ही चुनाव लड़ने से हट गये पीछे

सोहांव गांव में कोरोनावायरस के प्रकोप के चलते ब्लॉक प्रमुख की तैयारी कर रहे डॉक्टर अखिलेश राय ने चुनाव लड़ने से कदम पीछे खींच लिया है । सोहांव गांव से इनकी धर्मपत्नी पुनीता राय क्षेत्र पंचायत की सदस्य चुनी गई है । इनके प्रस्तावक रामाचारी राय उर्फ मनीष राय थे जिनका निधन होने के बाद डॉक्टर अखिलेश राय पूरी तरह से टूट चुके हैं और उन्होंने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है । कहा कि ऐसे माहौल में मेरा चुनाव लड़ना कहीं से भी उचित नहीं है।