बलिया में कोरोना विस्फोट,महामारी का दिखने लगा प्रचंड प्रकोप
मधुसूदन सिंह
बलिया ।। एक बार फिर बलिया में पिछली कोरोना लहर की तरह ,दूसरी लहर भी खतरनाक होती जा रही है । शुक्रवार को जनपद में 459 नये कोरोना के मरीज पाये गये है । इस समय एक्टिव मरीजो की संख्या 2137 हो गयी है । अबतक जनपद में कुल 10719 पॉजिटिव केस मिले है । वही मौत का आंकड़ा भी 121 पहुंच गया है ।
जबकि जनपद में रविवार को जहां कुल एक्टिव कोरोना मरीजो की संख्या एकाएक उछल कर 721 पहुंच गई थी,तो वही 23 मार्च के बाद से अबतक 14 लोगो की मौत के साथ कुल मौत का आंकड़ा 121 तक पहुंच गया है ।
रविवार को आये रिपोर्ट के अनुसार बलिया में कुल 212 नये पॉजिटिव मिले थे । इस रिपोर्ट के आते ही पर प्रशासनिक अमले में हड़कम्प मच गया था। स्वास्थ्य विभाग जो अबतक खानापूर्ति में लगा हुआ था,एकाएक सक्रिय होने की कोशिश करता दिखा । लेकिन पिछले कोरोना काल की तरह इस बार प्रशासनिक अमले में क्रियाशीलता नही दिख रही है । पिछले साल कोरोना से जंग के लिये कई समितियां सक्रिय थी,जो इस बार कही नजर नही आ रही है । वही इस बार प्रशासनिक अमले के सामने पंचायत चुनाव का भी दबाव है ।
इस समय गांव देहात में कोरोना का नही पंचायत चुनाव का बुखार चढ़ा हुआ है । शासन प्रशासन का निर्देश है कि एक साथ 5 से अधिक लोग प्रचार नही कर सकते है,लेकिन प्रत्याशी है कि 20-25 से कम समर्थको के साथ प्रचार कर ही नही रहे है । इनको कोई जिये या मरे इससे क्या,इनको तो किसी भी कीमत पर चुनाव जो जीतना है । वही इनके खिलाफ जिला प्रशासन द्वारा कार्यवाही न होने से भी प्रत्याशियों का मनोबल बढ़ा हुआ है ।
बलिया की जनता जनार्दन भी कोरोना को फैलाने के लिये कम जिम्मेदार नही है । न लोगो के मुंह पर मास्क दिख रहा है, न ही सोशल डिस्टेंसिंग ही । ऐसे में आज 459 आया है तो कल 5 सौ के पार संख्या पहुंच जाए तो कोई अचम्भे की बात नही होगी । ऐसे में बलिया एक्सप्रेस की सबसे हाथ जोड़कर विनती है कि अपना,अपने परिवार व बलिया को बचाने के लिये मास्क जरूर लगाये और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए समय समय पर साबुन से हाथ जरूर धोये । साथ ही बारी आने पर टीका जरूर लगवाये क्योकि जिनको टीका लगा है उनको पॉजिटिव होने पर भी खतरा कम है ।
कोरोना की दूसरी लहर बलिया में भी हाहाकार मचाने को तैयार दिख रही है । ऐसा यहां के निवासियों की कोरोना के प्रति घोर लापरवाहियों और जिला प्रशासन की उदासीन रवैये के कारण होता सम्भव दिख रहा है । अबकी बार कोरोना का ज्यादे कोप देहाती क्षेत्रो में दिख रहा है । दूसरे फेज में हुई मौत का आंकड़ा भी ग्रामीण अंचलों में ही अधिक होने के बावजूद लोगो मे इसके प्रति कोई खौफ दिख ही नही रहा है । वही पहले फेज के कोरोना संक्रमण से निपटने की जो प्रशासनिक प्रतिबद्धता दिखती थी,शीर्ष अधिकारियों ,चाहे जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही हो,कोरोना नोडल अधिकारी डॉ विपिन जैन हो या इनकी आईएएस पत्नी अन्नपूर्णा गर्ग हो,सीएमओ डॉ पीके मिश्र हो या कोरोना के संक्रमण को रोकने की जंग में अपनी जान गंवाने वाले सीएमओ डॉ जितेंद्र पाल हो,सबने आगे रहकर लोगो को न सिर्फ जागरूक किया बल्कि कोरोना के संक्रमण को नियंत्रित भी किया । लेकिन कोरोना के इस दूसरे फेज में अबतक अधिकारियों की वह नेतृत्व क्षमता अबतक दिखी ही नही । वर्तमान में यही लग रहा है कि अधिकारियों को पंचायत चुनाव कराना प्रथम वरीयता और कोरोना संक्रमण से निपटना दूसरी वरीयता का काम है ।
प्रशासनिक स्तर पर आज जागरूकता करने वाली मुहिम दिख ही नही रही है ।जिनको दुसरो की रक्षा करनी है वो अधिकारी खुद को जनता से दूरी बनाये हुए है । पूरे देश मे खतरनाक ढंग से कोरोना का कहर चल रहा है लेकिन बलिया का जिला प्रशासन पहले फेज में कार्य करने वाली समितियों की बैठक तक करना जरूरी नही समझ रहा है । ऐसे में बलिया वासियो को किसी अधिकारी के भरोसे रहने से अच्छा है कि अपनी सुरक्षा खुद करने के लिये जागरूक हो और दूसरों को भी जागरूक करें । दूसरी फेज का कोरोना बूढों बच्चो जवानों में कोई फर्क नही कर रहा है और जो मिल रहा है उसको शिकार बना रहा है ।
हम बलिया वासी यह जानते हुए भी कि कोरोना ने हमारे सीएमओ डॉ जितेंद्र पाल की जान ली है,अबतक 121 लोगो को मार चुका है,हम लोग इतने लापरवाह है ? हम को अपना न सही अपने परिवार के लिये जागरूक होना पड़ेगा । लापरवाहियों की ही देन है कि हर सुविधाओ से युक्त पुणे शहर में सेना को बुलाना पड़ा है, तो फिर हमारी क्या बिसात है,यहां तो स्वास्थ्य सुविधाओं का तो ईश्वर ही मालिक है ।
इससे भी ले सबक
बता दे कि दयानंद सिंह पुत्र केदार नाथ सिंह निवासी मुंडाडीह बलिया की 26 मार्च को बीएचयू वाराणसी में मौत हुई थी,जो बलिया की कोरोना से होने वाली 107 वी मौत थी । 28 मार्च को बलिया में मात्र 11 एक्टिव केस थे जो संख्या 16 अप्रैल को बढ़कर 2169 तक पहुंच गई है । वही इन 22 दिनों में 14 लोगो की जान भी चली गयी है । पॉजिटिव केस मिलने का आलम यह है कि 5 अप्रैल को नये 60 पॉजिटिव के साथ 161 एक्टिव केस और मौतों की संख्या 2 बढ़कर 209 पहुंच गई । वही 6 अप्रैल को 72 नये पॉजिटिव केस के साथ 240 एक्टिव केस और मृतकों की संख्या 113 पहुंच गई । 7 अप्रैल को 65 नये पॉजिटिव केस के साथ एक्टिव मरीजो की संख्या 288 पहुंच गई । 8 अप्रैल को 82 नये पॉजिटिव के साथ एक्टिव केसों की संख्या 400 ,9 अप्रैल को नये 102 एक्टिव केस के साथ 685 पहुंच चुकी थी।









