डिजिटल लाइब्रेरी ‘ज्ञान सिन्धु’ का सीएम योगी ने किया लोकार्पण ,छात्रो से किया संवाद
ए कुमार
गोरखपुर ।।उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एनेक्सी सभागार में मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, गोरखपुर की डिजिटल लाइब्रेरी ‘ज्ञान सिन्धु’ का लोकार्पण किया| लोकार्पण समारोह के दौरान विवि के कुलपति प्रो जे पी पाण्डेय, जिलाधिकारी श्री के विजयेन्द्र पांडियन, कुलसचिव प्रो जीउत सिंह, पुस्तकालयाध्यक्ष श्री डी एम पाण्डेय सहित जिला प्रशासन एवं विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे|विश्वविद्यालय के शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं विवि के आर्यभट्ट हॉल में उपस्थित रहे और विडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से लोकार्पण समारोह से जुड़े रहे| लोकार्पण करते हुए माननीय मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय के प्रयास की सराहना करते हुए कुलपति और पूरे विवि परिवार को बधाई भी दी| उन्होंने कहा कि एमएमएमयूटी तकनीकी विश्वविद्यालय है और यह काम पहले ही हो गया होता तो और अच्छा होता| पर यह काम अब भी पूरा कर विवि ने अच्छी पहल की है| उन्होंने डिजिटल लाइब्रेरी की खूबियाँ गिनाते हुए कहा कि छात्रों के लिए कहीं से भी, किसी भी समय पाठ्य सामग्री ढूंढना और डाउनलोड करना सुगम होगा| इससे उनका समय बचेगा और उन्हें लाभ होगा| उन्होंने कहा कि यह भी सराहनीय है कि एमएमएमयूटी ज्ञान सिन्धु पोर्टल/ मोबाइल एप का लाभ अभ्युदय योजना के लाभार्थियों को भी देगा| बताते चलें कि वैश्विक महामारी कोरोना के कारण लगाये गए लॉक डाउन के दौरान छात्रों को पाठ्यसामग्री उपलब्ध कराना एक चुनौती बन गया था| इसके बाद से ही विवि इस बात के लिए प्रयासरत था कि पुस्तकालय को डिजिटाइज़ किया जाए ताकि विवि के छात्रों और शिक्षकों को कभी भी, कहीं भी पुस्तकें, शोध पत्र, व अन्य पाठ्य सामग्री सुगमता से उपलब्ध हो सके| छात्र-छात्राएं और शिक्षक अपने मोबाइल पर ज्ञान सिन्धु एप को डाउनलोड कर सकते हैं या बिना एप डाउनलोड किये इन्टरनेट के माध्यम से भी इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं| ‘ज्ञान सिन्धु’ मोबाइल/इन्टरनेट एप का प्रयोग करने के लिए विश्वविद्यालय सभी छात्र-छात्राओं और शिक्षकों को लॉगिन आईडी और पासवर्ड देगा| इस लॉगिन आईडी और पासवर्ड का प्रयोग कर छात्र छात्राएं और शिक्षक इस सुविधा का प्रयोग कर सकेंगे| इससे 5000 से अधिक छात्र छात्राओं, शोधार्थियों और शिक्षकों को लाभ होगा| ज्ञान सिन्धु (डिजिटल लाइब्रेरी) से सम्बंधित मुख्य बिंदु निम्नलिखित हैं: -
• इस एप पर प्रतिष्ठित प्रकाशकों जैसे भारत सरकार द्वारा विकसित शोध सिन्धु, अमेरिकन सोसाइटी ऑफ़ मैकेनिकल इंजीनियर्स, अमेरिकन सोसाइटी ऑफ़ सिविल इंजीनियर्स, आईइइइ, स्प्रिंगर, पियर्सन, विले, एब्स्को आदि; द्वारा विकसित की गयी पाठ्यसामग्री उपलब्ध है|
• इस एप पर विश्वविद्यालय द्वारा उपलब्ध कराये जा रहे साथ ही ओपन सोर्स के माध्यम से उपलब्ध कुल 72, 409 ई कंटेंट उपलब्ध हैं|
• छात्र इस एप के माध्यम से पीक्यूडीटी प्लेटफार्म पर 100 से ज्यादा देशों की 3100 से ज्यादा विश्वविद्यालयों की -थीसिस/ लघु शोध प्रबंध भी देख - पढ़ सकते हैं|
• यह एप भारत सरकार द्वारा विकसित नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी (एनडीएल) और नेशनल प्रोग्राम ऑन टेक्नोलॉजी एनहांस्ड लर्निंग (एनपीटेल) से भी जुड़ा हुआ है| एनडीएल द्वारा विकसित 1,00, 000 से अधिक ई कंटेंट और एनपीटेल द्वारा विकसित आईआईटी/ आईआईएससी के प्रोफेसरों के 40000 से ज्यादा विडियो लेक्चर भी इस एप पर उपलब्ध होंगे|
• भविष्य में विवि के शिक्षकों द्वारा विकसित विडियो लेक्चर\ ई कंटेंट भी इस पोर्टल पर उपलब्ध कराये जाने की योजना है|
• उपयोगकर्ता इस एप पर उपलब्ध सामग्री को आवश्यकतानुसार अपने मोबाइल, कंप्यूटर पर डाउनलोड कर संरक्षित कर सकते हैं| संरक्षित सामग्री को अन्य उपयोगकर्ताओं से साझा भी किया जा सकता है| इतना ही नहीं, संरक्षित सामग्री से उपयोगकर्ता खुद कि डिजिटल लाइब्रेरी भी बना सकता है|
• इच्छित ई कंटेंट को हाईलाइट भी किया जा सकता है और ऑडियो के माध्यम से सुना भी जा सकता है|
• विश्वविद्यालय के लिए यह एप ईक्लैट इंजीनियरिंग सर्विस, अहमदाबाद द्वारा विकसित किया गया है|