नये धान से चावल बनाने में टूट बहुत ज्यादे ,मिलर्स ने डीएम से जांच टीम बनाने की लगायी गुहार
बलिया ।। उत्तर प्रदेश राइस मिल वेलफेयर एसोसिएशन लखनऊ के तत्वाधान में बड़ी संख्या में राइस मिल मालिको ने कलेक्ट्रेट पहुंच कर जिलाधिकारी को खरीद विपणन वर्ष 2020-21 में उत्पादित धान में टूटन , पिन प्वाइंट एवं कलर डैमेज की मात्रा अधिक होने को लेकर पत्रक सौंपा। पत्रक के माध्यम से अवगत कराया कि वर्तमान वर्ष 2020-21 में बारिश की कमी एवं फसल पकने के समय तापमान की अधिकता के कारण धान की गुणवत्ता प्रभावित हुई है, जिस कारण धान से चावल निर्माण की प्रक्रिया में टूटन की मात्रा अधिक हो रही है। वर्तमान वर्ष में उत्पादित धान में टूटन की मात्रा 70 प्रतिशत से अधिक बताया जा रहा है । उत्तर प्रदेश राइस मिल वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश संयोजक कन्हैया यादव ने कहा कि 70 प्रतिशत से अधिक टूट आने के कारण चावल मिलर द्वारा कस्टम हलिंग में सरकार को गुणवत्ता युक्त 67 प्रतिशत चावल का सम्प्रदान संभव नही होगा। इस प्रकार राइस मिलर्स को काफी नुकसान पहुंचने की बात कही। एसोसिएशन के प्रदेश संयोजक ने जिलाधिकारी बलिया से मांग किया है कि वरिष्ठ अधिकारियों की एक कमेटी बनाकर जिले में उत्पादित धान की टेस्टिंग कराकर चावल के मानक में राहत दिलायी जाय जिससे कार्य सुचारू रूप से चल सके और किसानों और मिलरों को नुकसान का सामना न करना पड़े।