विश्व हृदय दिवस पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय पर आयोजित हुई गोष्ठी :हृदय रोगियों की बढ़ती संख्या पर किया चिंता व्यक्त
बलिया ।। विश्व हृदय दिवस पर मंगलवार को मुख्य चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय पर गोष्ठी आयोजित की गई जिसमें गोष्ठी में बढ़ते हृदय रोगियों पर चिंता व्यक्त की गई और उसके नियंत्रण और बचाव के बारे में चर्चा की गई । इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 जितेन्द्र पाल ने बताया कि इसका प्रमुख कारण बदलती लाइफ स्टाइल, तनाव, जंक फूड और धूम्रपान आदि हैं । युवा पीढ़ी का झुकाव इस ओर ज्यादा होने के कारण ही यह बीमारी कम उम्र में घेर ले रही है । इससे बचने के लिए हर दिन कम से कम 30 मिनट व्यायाम करना बहुत जरूरी है ।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ बी0 पी0 सिंह ने बताया कि हृदय रोग के मुख्य लक्षण छाती में बाई ओर या छाती के बीच में दर्द या दबाव महसूस होना, सांस तेज चलना, पसीना आना, छाती में दर्द के साथ पेट में जलन, पेट भारी लगना, उल्टी होना और शारीरिक कमजोरी महसूस होना, घबराहट और बेचैनी महसूस करना आदि हैं । मधुमेह रोगियों को दर्द या बिना दर्द के भी हृदय रोग का आघात हो सकता है ।
हृदय रोग से बचाव - इससे बचने के लिए शरीर में ज्यादा वसा, अधिक कोलेस्ट्रॉल, उच्च रक्तचाप, मधुमेह , वसा वसायुक्त भोजन एवं चिकनाई युक्त भोजन से परहेज करें । नियमित व्यायाम, आधे घंटे तक टहलना, नियमित दिनचर्या का पालन ,संतुलित भोजन, प्रतिदिन 6 से 7 घंटे तक की निद्रा और आराम जरूर करें। इस अवसर पर हृदय रोग विशेषज्ञ मनोज कुमार ने हृदय रोग से होने वाले बीमारियों के बारे में विस्तार से बताया।
गोष्ठी में हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ मनोज कुमार, डॉ मिथलेश कुमार सिंह, डॉ एस पी सिंह, डॉ विनेश कुमार, डॉ आकाश सिंह, डॉ ए के स्वर्णकार, डॉक्टर शैलेंद्र श्रीवास्तव, डॉक्टर संतोष कुमार, डॉक्टर संतोष चौधरी, डॉक्टर अनुराग सिंह, डॉ तोसिका सिंह आदि उपस्थित रहे।