बलिया से बड़ी खबर : तहसीलदार बांसडीह ने सीआरओ बलिया व उनके तीन चार सगे संबंधियों के खिलाफ दी कोतवाली बलिया में तहरीर, बंधक बनाने का प्रयास, जातिसूचक गाली देने व रिश्वत मांगने का लगाया गंभीर आरोप
बलिया से बड़ी खबर : तहसीलदार बांसडीह ने सीआरओ बलिया व उनके तीन चार सगे संबंधियों के खिलाफ दी कोतवाली बलिया में तहरीर, बंधक बनाने का प्रयास, जातिसूचक गाली देने व रिश्वत मांगने का लगाया गंभीर आरोप
मधुसूदन सिंह
बलिया 2 जनवरी 2020 ।। नये साल की शुरुआत बलिया में हंगामेदार हुई है । यहां पर एक तहसीलदार द्वारा सीआरओ के खिलाफ कोतवाली बलिया में तहरीर देकर संगीन आरोपो में एफआईआर लिखने की गुजारिश की गई है ।
घटना के सम्बंध में पता चला है कि तहसीलदार बांसडीह गुलाब चंद्रा ने सीआरओ बलिया प्रवरनशील वरनवाल के खिलाफ रिश्वत मांगने , जाति सूचक गाली देने, अपने बंगले पर अपने तीन चार सगे संबंधियों के साथ असलहे के बल पर बंधक बनाने के प्रयास की तहरीर थाना कोतवाली बलिया में देकर इनके खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत करने की मांग की है । इस तहरीर के बाद प्रशासनिक महकमे में हड़कम्प मच गया है ।
श्री चंद्रा ने आरोप लगाया है कि सीआरओ बलिया 29 दिसम्बर 2019 को धमका कर तीन दिन का समय दिये थे और कहे थे कि तुम्हारी तहसील से कुछ नही मिल रहा है । अपने एसडीएम को समझा दो और तीन दिन के अंदर पहुंचा दो ,नही तो तुम लोगो का राजेश यादव एसडीएम बेल्थरा की तरह हाल कर दूंगा । मुझे जब से तहसील में हो प्रतिमाह 10 हजार की दर से जोड़कर पहुंचा दो । यह घटना आज तब घटी जब मैं सहतवार नगर पंचायत के हो रहे उप चुनाव में चुनाव अधिकारी के रूप में कुछ चुनावी कार्य के लिये सरकारी गाड़ी व गार्डो के साथ बलिया कलेक्ट्रेट आया था, जहां एक व्यक्ति जो अपने आप को सीआरओ बलिया का पुत्र कह कर मुझे सीआरओ साहब के सरकारी बंगले पर ले गया । जहां सीआरओ साहब ने मुझे जातिसूचक गाली देते हुए अपने तीन चार अन्य सगे संबंधियों के साथ असलहे के बल पर बंधक बनाने का प्रयास किया और मेरे साथ मारपीट की गई । किसी तरह उनके चंगुल से छूट कर बाहर आया हूँ । श्री चंद्रा ने कहा कि सीआरओ बलिया ने चेतावनी देते हुए कहा कि एसडीएम सदर, एसडीएम बेल्थरा राजेश यादव , जॉइंट मजिस्ट्रेट विपिन जैन को सीधा कर दिया हूं तो तुम (जाति सूचक गाली).....की औकात ही क्या है । कहा कि इसकी सूचना मैने अपने उच्चाधिकारियों को लिखित रूप से 1 जनवरी 2020 को ही दे दी है और थाना कोतवाली बलिया में तहरीर देकर मुकदमा लिखने की गुहार लगायी है लेकिन 24 घण्टे बीत जाने के बाद भी न तो मेरा मेडिकल कराया गया है , न ही मुकदमा पंजीकृत किया गया है । श्री चंद्रा ने साफ कहा कि सीआरओ द्वारा मुझे बहुत प्रताड़ित किया गया है जिसके कारण और मारपीट में चोट लगने के कारण मैं मानसिक रूप से परेशान हो गया हूँ । अगर मेरा एफआईआर दर्ज नही होता है, मेडिकल कराया जाता है तो अगर मुझे कुछ हो जाता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी ।
आप खुद एक अधिकारी है और आपका एफआईआर अब तक दर्ज नही हुआ है, इसको कैसे लेते है ? सवाल के जबाब में श्री चंद्रा ने कहा कि डीएम साहब पर पूरा भरोसा है , और किसी प्रशासनिक अधिकारी पर एफआईआर लिखने की इजाजत जिलाधिकारी महोदय के द्वारा ही दी जाती है, इस लिये देर हुई है लेकिन मेरी एफआईआर जरूर दर्ज होगी ।
सीआरओ बलिया का इस संदर्भ में बयान लेने के लिये उनके सीयूजी व व्यक्तिगत दोनो नम्बरो पर फोन किया गया लेकिन घण्टी बजने के बाद भी कोई जबाब नही दिया गया । वही उनके बंगले पर जाने पर इस संबंध में कुछ भी बताने से इनकार कर दिये , वही मीडिया के साथियों से बोले पहले आप लोग अपने मोबाइल बाहर रख दीजिये तब बात करूंगा ।
बता दे कि सीआरओ साहब अपने कर्मचारियों से भी मोबाइल बाहर रखवाकर ही मिलते है । वही सूत्रों की माने तो अपना स्थानांतरण कराने के लिये माननीय उच्च न्यायालय में वाद भी योजित किये हुए है ।
नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं डॉ विश्राम(पूर्व नगर मजिस्ट्रेट बलिया) की कविता से-----
दिन बीतें होली के जैसे,
रातें सभी दिवाली हों;
गले मिलें हम ईद के जैसे,
ख़ुशियाँ क्रिसमस वाली हों;
शुचिता रखें विचारों में हम,
नीयत कभी न काली हों;
सावन हो मनभावन सबका,
ऋतुएँ सब मतवाली हों।
नव वर्ष की असीम माँगलिक कामनाएँ ।
मधुसूदन सिंह
बलिया 2 जनवरी 2020 ।। नये साल की शुरुआत बलिया में हंगामेदार हुई है । यहां पर एक तहसीलदार द्वारा सीआरओ के खिलाफ कोतवाली बलिया में तहरीर देकर संगीन आरोपो में एफआईआर लिखने की गुजारिश की गई है ।
घटना के सम्बंध में पता चला है कि तहसीलदार बांसडीह गुलाब चंद्रा ने सीआरओ बलिया प्रवरनशील वरनवाल के खिलाफ रिश्वत मांगने , जाति सूचक गाली देने, अपने बंगले पर अपने तीन चार सगे संबंधियों के साथ असलहे के बल पर बंधक बनाने के प्रयास की तहरीर थाना कोतवाली बलिया में देकर इनके खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत करने की मांग की है । इस तहरीर के बाद प्रशासनिक महकमे में हड़कम्प मच गया है ।
श्री चंद्रा ने आरोप लगाया है कि सीआरओ बलिया 29 दिसम्बर 2019 को धमका कर तीन दिन का समय दिये थे और कहे थे कि तुम्हारी तहसील से कुछ नही मिल रहा है । अपने एसडीएम को समझा दो और तीन दिन के अंदर पहुंचा दो ,नही तो तुम लोगो का राजेश यादव एसडीएम बेल्थरा की तरह हाल कर दूंगा । मुझे जब से तहसील में हो प्रतिमाह 10 हजार की दर से जोड़कर पहुंचा दो । यह घटना आज तब घटी जब मैं सहतवार नगर पंचायत के हो रहे उप चुनाव में चुनाव अधिकारी के रूप में कुछ चुनावी कार्य के लिये सरकारी गाड़ी व गार्डो के साथ बलिया कलेक्ट्रेट आया था, जहां एक व्यक्ति जो अपने आप को सीआरओ बलिया का पुत्र कह कर मुझे सीआरओ साहब के सरकारी बंगले पर ले गया । जहां सीआरओ साहब ने मुझे जातिसूचक गाली देते हुए अपने तीन चार अन्य सगे संबंधियों के साथ असलहे के बल पर बंधक बनाने का प्रयास किया और मेरे साथ मारपीट की गई । किसी तरह उनके चंगुल से छूट कर बाहर आया हूँ । श्री चंद्रा ने कहा कि सीआरओ बलिया ने चेतावनी देते हुए कहा कि एसडीएम सदर, एसडीएम बेल्थरा राजेश यादव , जॉइंट मजिस्ट्रेट विपिन जैन को सीधा कर दिया हूं तो तुम (जाति सूचक गाली).....की औकात ही क्या है । कहा कि इसकी सूचना मैने अपने उच्चाधिकारियों को लिखित रूप से 1 जनवरी 2020 को ही दे दी है और थाना कोतवाली बलिया में तहरीर देकर मुकदमा लिखने की गुहार लगायी है लेकिन 24 घण्टे बीत जाने के बाद भी न तो मेरा मेडिकल कराया गया है , न ही मुकदमा पंजीकृत किया गया है । श्री चंद्रा ने साफ कहा कि सीआरओ द्वारा मुझे बहुत प्रताड़ित किया गया है जिसके कारण और मारपीट में चोट लगने के कारण मैं मानसिक रूप से परेशान हो गया हूँ । अगर मेरा एफआईआर दर्ज नही होता है, मेडिकल कराया जाता है तो अगर मुझे कुछ हो जाता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी ।
आप खुद एक अधिकारी है और आपका एफआईआर अब तक दर्ज नही हुआ है, इसको कैसे लेते है ? सवाल के जबाब में श्री चंद्रा ने कहा कि डीएम साहब पर पूरा भरोसा है , और किसी प्रशासनिक अधिकारी पर एफआईआर लिखने की इजाजत जिलाधिकारी महोदय के द्वारा ही दी जाती है, इस लिये देर हुई है लेकिन मेरी एफआईआर जरूर दर्ज होगी ।
सीआरओ बलिया का इस संदर्भ में बयान लेने के लिये उनके सीयूजी व व्यक्तिगत दोनो नम्बरो पर फोन किया गया लेकिन घण्टी बजने के बाद भी कोई जबाब नही दिया गया । वही उनके बंगले पर जाने पर इस संबंध में कुछ भी बताने से इनकार कर दिये , वही मीडिया के साथियों से बोले पहले आप लोग अपने मोबाइल बाहर रख दीजिये तब बात करूंगा ।
बता दे कि सीआरओ साहब अपने कर्मचारियों से भी मोबाइल बाहर रखवाकर ही मिलते है । वही सूत्रों की माने तो अपना स्थानांतरण कराने के लिये माननीय उच्च न्यायालय में वाद भी योजित किये हुए है ।
नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं डॉ विश्राम(पूर्व नगर मजिस्ट्रेट बलिया) की कविता से-----
दिन बीतें होली के जैसे,
रातें सभी दिवाली हों;
गले मिलें हम ईद के जैसे,
ख़ुशियाँ क्रिसमस वाली हों;
शुचिता रखें विचारों में हम,
नीयत कभी न काली हों;
सावन हो मनभावन सबका,
ऋतुएँ सब मतवाली हों।
नव वर्ष की असीम माँगलिक कामनाएँ ।