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मुम्बई : CAA व NRC पर मुनव्वर राणा ने किया ट्वीट "मरना ही मुकद्दर है तो फिर लड़ के मरेंगे, खामोशी से मर जाना मुनासिब नहीं होगा तो जाने एक प्रोड्यूसर ने किया दिया जबाब ?


 मुम्बई : CAA व NRC पर मुनव्वर राणा ने किया ट्वीट "मरना ही मुकद्दर है तो फिर लड़ के मरेंगे, खामोशी से मर जाना मुनासिब नहीं होगा तो जाने एक प्रोड्यूसर ने किया दिया जबाब ?

मुम्बई 22 दिसम्बर 2019 ।। CAA (Citizenship Amendment Act)  का देश में विरोध प्रदर्शन का दौर चल रहा है. नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर लोग बंटे हुए हैं, कोई समर्थन में सोशल मीडिया पर अपनी राय रख रहा है तो कोई इसके खिलाफ । मशहूर शायर मुनव्वर राना (Munawwar Rana ) के एकाउंट से दो दिन पहले एक शेर साझा किया गया था, और इसे लेकर
बॉलीवुड प्रोड्यूसर अशोक पंडित (Ashoke Pandit) ने निशाना साधा है, और ट्वीट के जरिए
अपनी राय रखी है.

Ashoke Pandit
@ashokepandit

सच्चाई छुप नहीं सकती,
बनावट के असूलों से,
की ख़ुशबू आ नहीं सकती,
कभी काग़ज़ के फूलों से.!

मुनव्वर साहब इस देश में रहकर सारी तालियाँ बटोरने के बाद,
आप मरने मारने की बात व
Ashoke Pandit
@ashokepandit

सच्चाई छुप नहीं सकती,
बनावट के असूलों से,
की ख़ुशबू आ नहीं सकती,
कभी काग़ज़ के फूलों से.!

मुनव्वर साहब इस देश में रहकर सारी तालियाँ बटोरने के बाद,
आप मरने मारने की बात कर रहे हो!

आप से तो यह उम्मीद न थी! #ISupportCAA_NRC
twitter.com/munawwarrana/s...
बता दे कि दो दिन पहले मुनव्वर राना ने Munawwar Rana @MunawwarRana के द्वारा यह शेर ट्वीट किया था --
मरना ही मुकद्दर है तो फिर लड़ के मरेंगे,
खामोशी से मर जाना मुनासिब नहीं होगा।

Marna hi muqaddar hai tou phir ladd ke marenge,
Khamoshi se mar jana munaasib nahi hoga.

मशहूर शायर मुनव्वर राणा (Munawwar Rana) ने
दो दिन पहले एक शेर अपने ट्विटर एकाउंट पर साझा
किया था जिसमें लिखा था, 'मरना ही मुकद्दर है तो
फिर लड़ के मरेंगे, खामोशी से मर जाना मुनासिब नहीं
होगा. मुनव्वर राणा अपनी कई शायरी शेयर कर रहे हैं
और इस पर कई तरह के रिएक्शन भी आ रहे हैं ।
मुनव्वर राणा (Munawwar Rana) की इसी शायरी
को निशाना बनाते हुए बॉलीवुड प्रोड्यूसर अशोक
पंडित (अशोक पंडित) ने उन्हें रिप्लाई किया
'सच्चाई छुप नहीं सकती,
बनावट के असूलों से,
की खुशबू आ नहीं सकती,
कभी कागज के फूलों से!
मुनव्वर साहब इस देश में रहकर सारी तालियां बटोरी
के बाद, आप मरने मारने की बात कर रहे हो! आप से
तो यह उम्मीद न थी!' इस तरह अशोक पंडित ने
मुनव्वर राणा पर उनकी शायरी को लेकर निशाना
साधा है ।