अब सवाल यह उठ रहा है कि जब लगभग 1000 घन मीटर बालू जिसकी नीलामी से कम से कम सरकार को 3 लाख रुपये के राजस्व की प्राप्ति होती , वह तो अब चोरी हो गया , ऐसे में इसके चोरों को पकड़ने की प्रक्रिया में अब देर क्यो ? खनन अधिकारी कब लिखवाएंगे एफआईआर ? या यूं ही छोड़ देंगे माफियाओ को ?
वैसे इस घटना ने नरही पुलिस की पेट्रोलिंग को भी कटघरे में खड़ा कर दिया है  । अब तो लोग कहने लगे है नरही पुलिस है तो सम्भव है ?

इस खबर से पहले प्रकाशित खबरें


सिस्टम की शिथिलता का का लाभ उठा ले गये खनन माफिया : बलिया के नरही थाना क्षेत्र में 26 जुलाई से जब्तशुदा 1000 घन मीटर बालू माफियाओ ने किया गायब ,लगभग 3 लाख के राजस्व की हानि के लिये जिम्मेदार कौन ?
मधुसूदन सिंह
बलिया 5 नवम्बर 2019 ।। तारीख पर तारीख .......पर नही मिला 26 जुलाई 2019 से नरही थाना क्षेत्र के तीन स्थानों पर एसडीएम सदर अश्वनी कुमार श्रीवास्तव की अगुवाई में जब्त की गई अवैध रूप से खनन कर भंडार की हुई 1000 घन मीटर सफेद बालू को नीलाम करने का आदेश , नतीजा खनन माफियाओं ने लगभग 3 लाख रुपये के राजस्व वाली जब्त बालू को गायब कर दिया । अब सवाल यह उठ रहा है कि सरकार को लगे इस लाखो रुपये के राजस्व के नुकसान के लिये जिम्मेदार कौन है ? नीलामी की प्रक्रिया शुरू करने के आदेश को अब तक जारी न करने वाले सक्षम अधिकारी/कोर्ट , जिला प्रशासन/खनन विभाग या अपनी जब्ती में लेने वाला पुलिस विभाग ?
   वैसे यह देश की पहली घटना नही है जिसमे हमारी न्यायिक/प्रशासनिक व्यवस्थाओं की उदासीनता से अपराधियो को फायदा हो जाता है । ऐसा भी नही है कि किसी कोर्ट ने किसी अहेतुक के लिये देर किया हो बल्कि यह हमारे कोर्टों के ऊपर अत्यधिक मुकदमो का भार और पैरवी करने वाले लोगो की लापरवाही का नतीजा होता है । ऐसा नही कि जज साहब को अगर जनहित और राजस्व हित की बात पैरवी करने वाले बताते तो जज साहब आदेश करने में देर लगाते । यह घटना निश्चित रूप से खनन विभाग और स्थानीय थाना पुलिस की लापरवाही की द्योतक है और सरकारी राजस्व के लाखों रुपये को दिन के उजाले में लूट कराने की जिम्मेदार है । सबसे बड़ा सवाल तो यही है कि जब्तशुदा बालू गायब हुआ कैसे ? जबकि अगस्त माह में ही खनन अधिकारी बलिया द्वारा जब्त की गई 1000 घन मीटर बालू में से लगभग 300 घन मीटर बालू चोरी हो जाने की रिपोर्ट भी जिलाधिकारी बलिया को दी जा चुकी थी , इसके बावजूद अगर बालू फिर भी चोरी हो जाता है तो इसके लिये असल जिम्मेदार कौन ? ढूंढना यह जिला प्रशासन का दायित्व है ।

अवैध खनन के सम्बंध में बलिया एक्सप्रेस द्वारा पूर्व में प्रकाशित खबरें नीचे देखी जा सकती है --


 नरही (बलिया) पुलिस करती रही रखवाली, बालू माफियाओ ने उड़ा दी जब्त 1000 घन मीटर सफेद बालू का अधिकांश हिस्सा : खनन विभाग अभी कर रहा है नीलामी की तैयारी , सबसे बड़ा सवालअब किसकी होगी नीलामी ?


बलिया 3 सितम्बर 2019 ।। बलिया का खनन विभाग अभी 26 जुलाई 2019 से जब्त 1000 घन मीटर सफेद बालू की नीलामी की प्रक्रिया कर रहा है , वही दूसरी तरफ इस जब्त सुदा बालू की रखवाली में नरही पुलिस की भूमिका कटघरे में खड़ी हो गयी है । पिछले 26 जुलाई को तमाम शिकायतों के बाद उप जिलाधिकारी सदर अश्वनी कुमार की अगुवाई में खनन विभाग और सीओ सदर व स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम ने तीन जगहों पर संयुक्त रूप से छापेमारी करके तीन जगहों पर 1000 घन मीटर सफेद बालू को जब्त करके इसकी सुपुर्दगी स्थानीय नरही पुलिस को सौप दी गयी थी । जब्ती की प्रक्रिया समाप्त होने के बाद खनन विभाग जिलाधिकारी बलिया से अनुमति लेकर इस जब्त बालू की नीलामी के लिये माननीय कोर्ट से आदेश लेने की प्रक्रिया में लगा हुआ है और उधर नरही पुलिस की निगरानी वाले बालू को खनन माफिया धीरे धीरे उठा ले गये । आज हालात यह है कि 75 प्रतिशत बालू चोरी हो गया है । इस जब्त सुदा बालू की सरकारी कीमत लगभग दो लाख से ऊपर बतायी जा रही है । अब सवाल यह उठ रहा है कि यह नरही पुलिस की लापरवाही कहे या बालू माफियाओ की दबंगई या दोनो की मिलीभगत , जिससे पुलिस कस्टडी में गया समान भी चोरी हो जाता है और पुलिस को भनक तक नही लगती है । इस संबंध में जब प्रशासनिक अधिकारियों से बयान लेना चाहा गया तो सभी लोग जांच के बाद बयान देने की बात कहकर हाथ खड़े कर दिये, जबकि उनको वीडियो दिखाई जा रही थी । इस वीडियो में साफ ट्रैक्टर के पहिये का निशान यह गवाही दे रहा है कि बालू की चोरी लगातार जारी है ।





बालू जब्ती के  दिन की खबर

बलिया : सदर एसडीएम और खनन अधिकारी की टीम का बालू माफियाओ पर कड़ा प्रहार, तीन स्थानों पर किया 1000 घन मीटर अवैध बालू सीज , बलिया एक्सप्रेस की खनन माफियाओं के खिलाफ मुहिम का हुआ असर






बलिया 26 जुलाई 2019 ।। समय समय पर बलिया एक्सप्रेस द्वारा गंगा नदी से अवैध तरीके से खनन करके बालू निकालने वाले माफियाओ के खिलाफ समाचार प्रकाशन ने आज अपना रंग दिखाया है । सदर एसडीएम अश्वनी कुमार श्रीवास्तव और खनन अधिकारी बलिया डॉ योगेंद्र भदौरिया ने खनन माफियाओं की आर्थिक रूप से कमर तोड़ने के लिये कड़ी कार्यवाई की है । दोनो अधिकारियों ने आज नरही थाना क्षेत्र के गंगा तट पर अलग अलग तीन स्थानों अवैध रूप से गंगा नदी से खनन करके एकत्रित किये गये 1000 घन मीटर सफेद बालू को सीज करके स्थानी थाने की सुपुर्दगी में दे दिया है ।
    इस टीम ने सबसे  पहले सोहांव ब्लाक के सामने गंगा तट के बेलसी पाह के पास बगीचे में रखी गई बालू को अधिकारियों ने सीज किया, यहां माफियाओ द्वारा 2 जगहों पर 686 घन मीटर और 232 घन मीटर बालू रखी गयी थी ।उसके बाद लक्ष्मणपुर गांव के पास बगीचे रखी गई 78 घन मीटर बालू को भी सीज कर दिया गया। शासन द्वारा रोक के बावजूद भी बालू माफिया रात के अंधेरों में खनन कर बालू इकट्ठा कर रहे थे ताकि गंगा नदी में पानी आ जाने के बाद ऊंचे दामों पर बेचा जा सके।इस कार्यवाही में नरही एसएचओ तेज बहादुर सिंह भी अपनी पूरी पुलिस टीम के साथ मौके पर मौजूद रहे।बालू माफियाओं में खलबली मची है।

पत्रकारों को दे रहे है धमकी
प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा की गई इस कार्यवाही से बालू खनन करने वाले माफियाओ में हड़कम्प मच गया है । अभी इच्छापुरा के हाता से भरौली के बीच कई जगह ऐसे ही किये गये भंडारण की सूचना आ रही है । पत्रकार इन खबरों को न प्रकाशित करे या दिखाये , इसके लिये ये माफिया इनडायरेक्ट रूप से पत्रकारों को धमका भी रहे है ।