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देवरिया : पथरदेवा कृषि मेले में दूसरे दिन 1500 गरीबो में हुआ कम्बल वितरण, प्रभारी मंत्री ने बांटे कम्बल,कहा- सरकार आई है इस मेले के द्वारा आपके द्वार, उठाइये इसका लाभ


 पथरदेवा कृषि मेले में दूसरे दिन 1500 गरीबो में हुआ कम्बल वितरण, प्रभारी मंत्री ने बांटे कम्बल,कहा- सरकार आई है इस मेले के द्वारा आपके द्वार, उठाइये इसका लाभ
कुलदीपक पाठक



देवरिया 23 दिसम्बर 2019 ।।आचार्य नरेन्द्र देव इंटर कालेज पथरदेवा में आयोजित तीन दिवसीय किसान मेला के दूसरे दिन रविवार को जनपद के प्रभारी एवं उद्यान राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार  राम चौहान बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होते हुए मेले का शुभारम्भ दीप प्रज्जवलन करके किया। इस अवसर पर लगभग 1500 कम्बल वितरित किया गया तथा स्कूली बच्चो में स्वेटर एवं पशुपालको में कृमिनाशक किट मुख्य अतिथियों द्वारा प्रदान किया गया। प्रभारी मंत्री श्री चौहान ने कहा कि इस मेले के माध्यम से ‘‘सरकार आपके द्वार’’ आई है। मेले में कृषि, पशुपालन, उद्यान सहित कृषि से जुडे अन्य आयामो की विस्तृत जानकारी विशेषज्ञो द्वारा दी जा रही है। प्रयास है कि कृषको का आय दोगुना हो और उनकी आर्थिक स्थिति मजबुत हो। उन्होने कहा कि खेती-बाडी व पशुपालन को एक साथ अपनाये और उसका लाभ उठायें। उन्होने कहा कि वैज्ञानिको द्वारा किसानो की आय बढाये जाने के लिये नवीनतम तकनीक विकसित किये जा रहे है। विविध जानकारियां भी दी जा रही है तथा इसके लिये अनेक स्टाले लगायी गयी है। जागरुकता रहती है तो योजनाओं का लाभ लेने में सुविधा होती है, इस लिये इस मेले का लाभ उठाते हुए स्वास्थ्य, कृषि व अन्य लाभार्थीपरक योजनाओं का लाभ उठायें और उन्नत होने की दिशा में कार्य करें तथा अच्छा उत्पाद कर अपनी आमदनी को बढायें।
        कम्बल वितरण के दौरान मुख्य अतिथि ने कहा कि संवेदनशील सरकार रहती है तो सभी के दुख-सुख में भागीदार बनने की मंशा रखती है तथा ऐसे लोग सभी के दुखो में भागीदार होते है। उन्होने कहा कि सरकार इसी मंशा के अनुरुप गरीबों, पीडितो, जरुरतमंदो को मूलभूत सुविधाये और व्वस्थायंे उपलब्ध कराने का कार्य कर रही है।
       कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कृषि व पशुपालन की संचालित योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि खेती के साथ पशुलान को भी अपनाये। अच्छे नस्ल के दुधारु पशुओं के विकास के लिये कार्य किया जा रहा है। कृषि के साथ पशुपालन करने से आमदनी बढती है तथा पोष्टिक आहार भी प्राप्त होता है। पहले पशुपालन से हम अपने खेतो में गोबर व गोमुत्र डालते थे खेत की उर्वरा शक्ति बढती थी। अब रासायनिक उर्वरक प्रयोग कर रहे है जिससे खेत की उर्वरता प्रभावित होती है। उन्होने कहा कि वैज्ञानिको की बात को सुने अमल में लाये तथा मेले में लगाये गये स्टालो का अवलोकन कर जानकारी प्राप्त कर इसके सार्थकता सिद्व करने को कहा। उन्होने कृषि यंत्रों की खरीदारी का जिक्र करते हुए कहा कि आज लगाये गये स्टालो के माध्यम से खरीदारी करने पर भी अनुमन्य अनुदान उनके खाते में सीधे भेज दी जायेगी। उन्होने आयुष्मान भारत के तहत बनने वाले गोल्डेन कार्य व आधार कार्ड सहित अन्य लाभार्थीपरक स्टालो एवं विभिन्न चिकित्सा के स्टालो पर पहुॅच कर इसका लाभ उठाये जाने को कहा। कहा कि मेला कल भी रहेगा इसलिये जो लोग न आ पाये हो, वे आये और लाभ उठायें।इस अवसर पर कृषि विश्वविद्यालय बादा के कुलपति यू0एस0गौतम,  निदेशक पशुपालन यू0पी0सिंह, पशुपालन डीन ए0पी0राव, मथुरा के वेटनरी विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक मुकुल आनन्द, कृषि निदेशक स्वराज सिंह, अपर कृषि निदेशक विष्णु प्रताप सिंह, इस मेले में प्रतिभाग किये तथा संचालित योजनाओं आदि की जानकारी प्रस्तुत किये। अतिथियों द्वारा एक-एक स्टाल का अवलोकन भी किया गया। कम्बल वितरण कार्यक्रम का संचालन डी0पी0आर0ओ0 आनन्द प्रकाश द्वारा किया गया।