बलिया : जब प्रशासनिक अमला हो उदासीन , तो कैसे करे शुद्ध पेयजल सप्लाई और जल संरक्षण की बात , बलिया में यह खराब हैंडपंप खुद कर रहा है स्थिति बयां
बलिया : जब प्रशासनिक अमला हो उदासीन , तो कैसे करे शुद्ध पेयजल सप्लाई और जल संरक्षण की बात , बलिया में यह खराब हैंडपंप खुद कर रहा है स्थिति बयां
मधुसूदन सिंह
बलिया 7 जुलाई 2019 ।।
जल संरक्षण एवं पीने के पानी का उचित प्रबंधन के विषय में प्रधानमंत्री जी द्वारा इसे जनान्दोलन का स्वरूप देने की बात की जा रही है । परन्तु बलिया के बैरिया ब्लाॅक अन्तर्गत एक गाँव में जागरूकता के अभाव में इण्डिया मार्का-2 हैण्डपम्प मोदी जी की ड्रीम प्रोजेक्ट अभियान की धज्जिया उड़ाता एक दृश्य अपने आप में प्रत्यक्ष उदाहरण है । ऐसा दृश्य कमोबेश जनपद के प्रत्येक ब्लाॅक के अधिकांश गाँवों में देखने को मिल जाएगा । यह सब सम्बन्धित विभागों और ग्राम पंचायतों की उदासीनता के चलते हो रहा है । कारण कि एक तो बड़ी भागदौड़ के बाद हैंडपंप लगता है , उसके बाद जब खराब होता है तो इसको बनवाने के लिये इतनी पापड़ बेलने पड़ते है कि लोग बनवाने के लिये भहदौड करना ही छोड़ देते है । नतीजा उपरोक्त चित्र जैसा ही दिखने लगता है । जबकि मेंटिनेंस की जिम्मेदारी ग्राम पंचायतों के पास ही है ।ऐसे मे ऐसे दृश्य न दिखे ,इसके लिए जिला प्रशासन को गाँवों में 'जागरूकता अभियान' चलाया जाना अति आवश्यक है । बता दे कि यह हैंडपंप पारसनाथ वर्मा पुत्र शिववचन वर्मा (ग्राम पंचायत दुर्जनपुर,विकास खण्ड बैरिया ) के दरवाजे पर स्थित है ।
मधुसूदन सिंह
ग्राम पंचायत दुर्जनपुर , विकास खंड बैरिया में खराब हैंडपंप
बलिया 7 जुलाई 2019 ।।
जल संरक्षण एवं पीने के पानी का उचित प्रबंधन के विषय में प्रधानमंत्री जी द्वारा इसे जनान्दोलन का स्वरूप देने की बात की जा रही है । परन्तु बलिया के बैरिया ब्लाॅक अन्तर्गत एक गाँव में जागरूकता के अभाव में इण्डिया मार्का-2 हैण्डपम्प मोदी जी की ड्रीम प्रोजेक्ट अभियान की धज्जिया उड़ाता एक दृश्य अपने आप में प्रत्यक्ष उदाहरण है । ऐसा दृश्य कमोबेश जनपद के प्रत्येक ब्लाॅक के अधिकांश गाँवों में देखने को मिल जाएगा । यह सब सम्बन्धित विभागों और ग्राम पंचायतों की उदासीनता के चलते हो रहा है । कारण कि एक तो बड़ी भागदौड़ के बाद हैंडपंप लगता है , उसके बाद जब खराब होता है तो इसको बनवाने के लिये इतनी पापड़ बेलने पड़ते है कि लोग बनवाने के लिये भहदौड करना ही छोड़ देते है । नतीजा उपरोक्त चित्र जैसा ही दिखने लगता है । जबकि मेंटिनेंस की जिम्मेदारी ग्राम पंचायतों के पास ही है ।ऐसे मे ऐसे दृश्य न दिखे ,इसके लिए जिला प्रशासन को गाँवों में 'जागरूकता अभियान' चलाया जाना अति आवश्यक है । बता दे कि यह हैंडपंप पारसनाथ वर्मा पुत्र शिववचन वर्मा (ग्राम पंचायत दुर्जनपुर,विकास खण्ड बैरिया ) के दरवाजे पर स्थित है ।