बलिया : हनुमानगंज ब्लॉक के अगरसंडा ग्राम में मनाया गया अन्नप्राशन दिवस
हनुमानगंज ब्लॉक के अगरसंडा ग्राम में मनाया गया अन्नप्राशन दिवस
बलिया, 20 फरवरी 2019 : शासन के निर्देशानुसार जनपद के समस्त ब्लॉकों के समस्त आंगनबाड़ी केन्द्रों पर ‘‘अन्नप्राशन दिवस’’ मनाया गया। इसी क्रम में आज हनुमागनंज ब्लॉक के ग्राम अगरसंडा में प्रधान शत्रुध्न वर्मा के कैम्प कार्यालय पर अन्नप्राशन दिवस का आयोजन किया गया, जिसमें छः माह के सभी बच्चों को खीर खिलाकर अन्नप्राशन संस्कार मनाया गया। इस अवसर पर अन्नप्राशन संस्कार रूद्रांश, खुशी व खुशी का किया गया।
इस अवसर पर मौजूद सुपरवाइजर रेखा वर्मा ने माताओ को छः माह के बच्चो को उपरी आहार की सही मात्रा और भोजन कराने के तरीके की जानकारी प्रायोगिक तौर पर बच्चों की माताओं को प्रदान की।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मालती वर्मा ने गर्भवती महिलाओं से कहा कि स्वस्थ भारत की शुरूआत स्वस्थ बच्चे से होती है। इसलिए छह माह तक शिशु को सिर्फ माँ का दूध जरूर पिलाना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्तनपान कराने से मां एवं बच्चे के बीच भावनात्मक लगाव बढ़ता है। मां के दूध में मौजूद पोषक तत्व से बच्चे में रोग प्रति रोधक क्षमता बढ़ती है, जिससे बच्चे निरोगी रहते हैं। जन्म के एक घंटे के अन्दर नवजात को स्तनपान कराने से शिशु मृत्यु दर में कमी लायी जा सकती है।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता माया देवी ने बताया कि नवजात शिशु के लिये मां का पहला दूध ही उसका सम्पूर्ण आहार हेाता है। सामान्यतः बच्चे को छः माह तक नियमित रूप से स्तनपान कराना चाहिए। उन्होने कहा कि इसके लिये गर्भवती महिलाओं को अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहते हुये उन्हे प्रसव होने तक समुचित पौष्टिक आहार लेना चाहिए। साथ ही विटामिन और आयरन की गोली भी नियमित रूप से खानी चाहिए। गर्भवती महिलाओं को मौसम के फलों का सेवन करना बेहद जरूरी है।
आंगनबाड़ी केन्द्र पर मिलने वाले पौष्टिक आहार के बारे मे पूछे जाने पर लाभार्थी प्रियंका, तारामुनी, उर्मिला देवी, दुलारी देवी, प्रभावती देवी, कमलावती देवी इत्यादि ने बताया कि पुष्टाचार से गर्भवती महिलाओं और उनके गर्भ में पल रहे बच्चों को पोषक तत्व प्रदान किया जा सकता है एवं उनको कुपोषण से बचाया जा सकता है। संतुलित खानपान और पोषाहार से बच्चों के शारीरिक एवं बौद्धिक क्षमता का विकास होता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है एवं पूरक तत्वों की कमी को दूर किया जा सकता है।
बलिया, 20 फरवरी 2019 : शासन के निर्देशानुसार जनपद के समस्त ब्लॉकों के समस्त आंगनबाड़ी केन्द्रों पर ‘‘अन्नप्राशन दिवस’’ मनाया गया। इसी क्रम में आज हनुमागनंज ब्लॉक के ग्राम अगरसंडा में प्रधान शत्रुध्न वर्मा के कैम्प कार्यालय पर अन्नप्राशन दिवस का आयोजन किया गया, जिसमें छः माह के सभी बच्चों को खीर खिलाकर अन्नप्राशन संस्कार मनाया गया। इस अवसर पर अन्नप्राशन संस्कार रूद्रांश, खुशी व खुशी का किया गया।
इस अवसर पर मौजूद सुपरवाइजर रेखा वर्मा ने माताओ को छः माह के बच्चो को उपरी आहार की सही मात्रा और भोजन कराने के तरीके की जानकारी प्रायोगिक तौर पर बच्चों की माताओं को प्रदान की।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मालती वर्मा ने गर्भवती महिलाओं से कहा कि स्वस्थ भारत की शुरूआत स्वस्थ बच्चे से होती है। इसलिए छह माह तक शिशु को सिर्फ माँ का दूध जरूर पिलाना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्तनपान कराने से मां एवं बच्चे के बीच भावनात्मक लगाव बढ़ता है। मां के दूध में मौजूद पोषक तत्व से बच्चे में रोग प्रति रोधक क्षमता बढ़ती है, जिससे बच्चे निरोगी रहते हैं। जन्म के एक घंटे के अन्दर नवजात को स्तनपान कराने से शिशु मृत्यु दर में कमी लायी जा सकती है।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता माया देवी ने बताया कि नवजात शिशु के लिये मां का पहला दूध ही उसका सम्पूर्ण आहार हेाता है। सामान्यतः बच्चे को छः माह तक नियमित रूप से स्तनपान कराना चाहिए। उन्होने कहा कि इसके लिये गर्भवती महिलाओं को अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहते हुये उन्हे प्रसव होने तक समुचित पौष्टिक आहार लेना चाहिए। साथ ही विटामिन और आयरन की गोली भी नियमित रूप से खानी चाहिए। गर्भवती महिलाओं को मौसम के फलों का सेवन करना बेहद जरूरी है।
आंगनबाड़ी केन्द्र पर मिलने वाले पौष्टिक आहार के बारे मे पूछे जाने पर लाभार्थी प्रियंका, तारामुनी, उर्मिला देवी, दुलारी देवी, प्रभावती देवी, कमलावती देवी इत्यादि ने बताया कि पुष्टाचार से गर्भवती महिलाओं और उनके गर्भ में पल रहे बच्चों को पोषक तत्व प्रदान किया जा सकता है एवं उनको कुपोषण से बचाया जा सकता है। संतुलित खानपान और पोषाहार से बच्चों के शारीरिक एवं बौद्धिक क्षमता का विकास होता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है एवं पूरक तत्वों की कमी को दूर किया जा सकता है।