जाने आतंकी संगठन "जैश ए मोहम्मद" की पूरी दास्तान

14 फरवरी 2019 ।।
सीआरपीएफ के जवानों पर हुए हमले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है. हमले की जिम्मेदारी जिस आतंकी संगठन ने ली है, उसका नाम जैश-ए-मोहम्मद है."जैश ए मोहम्मद " ही वो आतंकी संगठन है जिसने दिसंबर 2001 में लश्कर-ए-तैयबा के साथ मिलकर नई दिल्ली में भारतीय संसद पर आत्मघाती हमला किया.
फरवरी 2002 में अमेरिकी पत्रकार डैनियल पर्ल की गर्दन काटकर हत्या कर दी. भारत के मुंबई में होने वाले 26/11 अटैक का मास्टरमाइंड "जैश ए मोहम्मद "के मुखिया मसूद अजहर को ही बताया जाता है. इसके अलावा कश्मीर में आए दिन होने वाले आतंकी हमलों की तार भी इसी संगठन से जुड़ी मिलती है.
फरवरी 2002 में अमेरिकी पत्रकार डैनियल पर्ल की गर्दन काटकर हत्या कर दी. भारत के मुंबई में होने वाले 26/11 अटैक का मास्टरमाइंड "जैश ए मोहम्मद "के मुखिया मसूद अजहर को ही बताया जाता है. इसके अलावा कश्मीर में आए दिन होने वाले आतंकी हमलों की तार भी इसी संगठन से जुड़ी मिलती है.
जैश-ए-मोहम्मद की शुरुआत मसूद अजहर ने ही की थी. दिसंबर 1999 में अपहरित भारतीय विमान IC 814 के यात्रियों को बचाने के लिए मसूद अज़हर को कंदहार ले जाकर छोड़ दिया गया. इसके बाद मार्च 2000 में मसूद अज़हर ने हरकत-उल-मुजाहिदीन को बांटकर जैश-ए-मुहम्मद की स्थापना की.
इस वक़्त जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा दो सबसे बड़े आतंकी संगठन हैं, जिन्हें भारत और ख़ास तौर से कश्मीर में हमलों के लिए पाकिस्तानी हुकूमत की सरपरस्ती हासिल है. हम उस दौर में जी रहे हैं जब जिहादी संगठनों को भरपूर मदद मिल रही है. कई सरकारें ऐसे संगठनों को ट्रेनिंग देती हैं.
जैश-ए-मोहम्मद को बढ़ावा देने में पाकिस्तान के निजाम के रोल से इनकार नहीं किया जा सकता. मसूद अज़हर का अख़बार पाकिस्तान में खुलेआम छपता और बिकता है. इसके अलावा वो पाकिस्तानी पंजाब के बहावलपुर शहर में खुलेआम अपनी गतिविधियां चलाता है. उसके संगठन का केंद्र है, उस्मान-ओ-अली-मरकज़ नाम की मस्जिद. जो जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय और ट्रेनिंग सेंटर भी है.
हर साल जैश-ए-मोहम्मद क़ुरान की जिहादी आयतों पर परिचर्चा के लिए कॉन्फ्रेंस भी करता है. इनका आयोजन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा अल-रहमत ट्रस्ट करता है. साल 2018 में अजहर ने भारत और मोदी को बताया था अपना सबसे बड़ा दुश्मन
पाकिस्तान के आतंकी सरगना जैश-ए-मोहम्मद ने भारत को अपना नंबर वन दुश्मन बताया है. इतना ही नहीं उसने प्रधानमंत्री मोदी को भी दुश्मन नंबर वन बताया है. मसूद अजहर ने कहा कि भारतीय मीडिया ने 'अल कलाम' के खिलाफ एक अभियान शुरू किया है, और इस तरह से भारत हमारे दुश्मनों में टॉप पर बन गया है.
जैश-ए-मोहम्मद भारत के सीमावर्ती इलाकों में होने वाले हमलों के लिए जिम्मेदार माना जाता है. जम्मू-कश्मीर में जितनी भी आतंकी वादरात होती हैं उनमें जैश-ए-मोहम्मद का नाम शामिल होता है.आज यानी गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 40 जवानों की मौत हो गई है. वहीं करीब 30 जवान घायल हो गए हैं. 70 गाड़ियों के साथ 2500 CRPF जवानों का काफिला जा रहा था जिसपर आतंकियों ने हमला किया.
इस हमले की जिम्मेदारी प्रतिबंधित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है.
पुलिस ने पुलवामा में आतंकी हमला करने वाले आतंकी की पहचान आदिल अहमद के रूप में की है. जानकारी के मुताबिक, आदिल पुलवामा का ही स्थानीय नागरिक है. हमला विस्फोटक लेकर जा रही गाड़ी के बस से टकराने के बाद हुआ.
जम्मू-कश्मीर पुलिस हमले की जांच कर रही है. पुलिस ने कहा कि हमला कैसे हुआ, किसने किया अभी इसकी जांच की जा रही है. हमले से पहले इलाके की रेकी की गई थी. इसके बाद रणनीति के तहत काफिले पर हमला किया गया.
(साभार न्यूज18)
जाने आतंकी संगठन "जैश ए मोहम्मद" की पूरी दास्तान
Reviewed by बलिया एक्सप्रेस
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February 14, 2019
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