बलिया : थोक सब्जी कारोबारियों ने कृषि मण्डी में किया हंगामा , सचिव के आश्वासन पर सुलझा विवाद
थोक सब्जी कारोबारियों ने कृषि मण्डी में किया हंगामा
सचिव के आश्वासन पर सुलझा विवाद
शशिकुमार की रिपोर्ट
शशिकुमार की रिपोर्ट
बलिया 9 फरवरी 2019 ।। नगर के ओवरब्रिज के नीचे से विस्थापित सब्जी कारोबारियों ने कृषि मंडी ने जमकर हंगामा किया। सब्जी व्यापारी प्रशासन द्वारा उन्हें कृषि मंडी में शिफ्ट करने के खिलाफ आक्रोशित थे। मंडी सचिव से घण्टो तक चली वार्ता के बाद आखिरकार कुछ दिनों की मोहलत पर व्यापारियों का आक्रोश शान्त हुआ।
ज्ञातव्य है कि शहर के ओवरब्रिज के नीचे आये दिन लग रहे जाम से निजाद दिलाने के लिए जिला प्रशासन और नगर पालिका परिषद ने थोक सब्जी का व्यापार करने वाले कारोबारियों को ओवरब्रिज के नीचे से नवीन कृषि मण्डी में व्यापार करने का फरमान जारी कर दिया। प्रशासन के निर्देश पर सभी थोक व्यपारियो को कृषि मंडी में शिफ्ट कर दिया गया, किन्तु प्रशासन का यह फरमान कारोबारियों के लिए नागवार गुजरा। ओवरब्रिज के नीचे से दुकान हटाने के विरुद्ध व्यापारी लामबंद हो गए और कृषि मंडी में सचिव का घेराव करते हुए जमकर हंगामा किया। सब्जी व्यापारियों की मांग है कि वह जाम को देखते हुए ओवरब्रिज के नीचे से दुकान तो हटा लेंगे, लेकिन कृषि मंडी में दुकान नहीं लगाएंगे। क्योकि मण्डी समिति शहर के बाहरी ओर पर स्थित है, जहां ग्राहकों की आवक कम रहती है। ऐसे में उन्हें धन्धा करने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। कारोबारी प्रशासन की मंशा समझते हुए कृषि मंडी में व्यापार करने को राजी तो हुए, किन्तु उनकी शर्त है कि इसके एवज में उन्हें मंडी समिति में स्थाई स्थान आवण्टित किया जाय। साथ ही ओवरब्रिज के नीचे वर्षों से फैले व्यापार को समेटने के लिए उन्हें करीब एक माह की मोहलत दी जाय। व्यापारियों की समस्या को गंभीरता से सुनते हुए मण्डी सचिव शशिप्रकाश ने उन्हें नियमावली दिखाते हुए मानक और शासन की मंशा के अनुरूप सब्जी व्यापार करने की अपील की। सचिव के साथ घण्टों तक चली वार्ता के बाद आखिरकार व्यापारी बैकफुट पर हुए, जिसके बाद मामला शांत हुआ।
सचिव के आश्वासन पर सुलझा विवाद
शशिकुमार की रिपोर्ट
शशिकुमार की रिपोर्ट
बलिया 9 फरवरी 2019 ।। नगर के ओवरब्रिज के नीचे से विस्थापित सब्जी कारोबारियों ने कृषि मंडी ने जमकर हंगामा किया। सब्जी व्यापारी प्रशासन द्वारा उन्हें कृषि मंडी में शिफ्ट करने के खिलाफ आक्रोशित थे। मंडी सचिव से घण्टो तक चली वार्ता के बाद आखिरकार कुछ दिनों की मोहलत पर व्यापारियों का आक्रोश शान्त हुआ।
ज्ञातव्य है कि शहर के ओवरब्रिज के नीचे आये दिन लग रहे जाम से निजाद दिलाने के लिए जिला प्रशासन और नगर पालिका परिषद ने थोक सब्जी का व्यापार करने वाले कारोबारियों को ओवरब्रिज के नीचे से नवीन कृषि मण्डी में व्यापार करने का फरमान जारी कर दिया। प्रशासन के निर्देश पर सभी थोक व्यपारियो को कृषि मंडी में शिफ्ट कर दिया गया, किन्तु प्रशासन का यह फरमान कारोबारियों के लिए नागवार गुजरा। ओवरब्रिज के नीचे से दुकान हटाने के विरुद्ध व्यापारी लामबंद हो गए और कृषि मंडी में सचिव का घेराव करते हुए जमकर हंगामा किया। सब्जी व्यापारियों की मांग है कि वह जाम को देखते हुए ओवरब्रिज के नीचे से दुकान तो हटा लेंगे, लेकिन कृषि मंडी में दुकान नहीं लगाएंगे। क्योकि मण्डी समिति शहर के बाहरी ओर पर स्थित है, जहां ग्राहकों की आवक कम रहती है। ऐसे में उन्हें धन्धा करने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। कारोबारी प्रशासन की मंशा समझते हुए कृषि मंडी में व्यापार करने को राजी तो हुए, किन्तु उनकी शर्त है कि इसके एवज में उन्हें मंडी समिति में स्थाई स्थान आवण्टित किया जाय। साथ ही ओवरब्रिज के नीचे वर्षों से फैले व्यापार को समेटने के लिए उन्हें करीब एक माह की मोहलत दी जाय। व्यापारियों की समस्या को गंभीरता से सुनते हुए मण्डी सचिव शशिप्रकाश ने उन्हें नियमावली दिखाते हुए मानक और शासन की मंशा के अनुरूप सब्जी व्यापार करने की अपील की। सचिव के साथ घण्टों तक चली वार्ता के बाद आखिरकार व्यापारी बैकफुट पर हुए, जिसके बाद मामला शांत हुआ।