सिकंदरपुर बलिया : शैक्षिक गुणवत्ता एवं नवाचार कार्यशाला तथा विज्ञान प्रदर्शनी का हुआ आयोजन
शैक्षिक गुणवत्ता एवं नवाचार कार्यशाला तथा विज्ञान प्रदर्शनी का हुआ आयोजन
नुरुल होदा
सिकन्दपुर 1 फरवरी 2019 ।। शैक्षिक गुणवत्ता एवं नवाचार कार्यशाला तथा विज्ञान प्रदर्शनी कार्यक्रम के दूसरे दिन जहां नन्हें-मुन्ने बच्चों के मॉडल एक बार फिर लोगों को आकर्षित किये, वही शिक्षकों ने अतीत से वर्तमान के सफर को प्रस्तुत कर बेसिक शिक्षा में हो रहे परिवर्तन को परिलक्षित कर दिया। सालों पहले प्राथमिक विद्यालय पर जाने के बाद एक नई उमंग और जोश से शैक्षिक पारी की शुरूआत करने वाले इन शिक्षकों ने योजनवद्घ तरीके से अपनी सोच को मूर्त रूप दिया, जिसका प्रतिफल गुरूवार को उप्रावि सिकन्दरपुर पर साफ दिख रहा था। विज्ञान से साहित्य व आम जीवन से लेकर सूचना प्रौद्योगिकी के संदेश को प्रसारित करता यह प्रदर्शन हर आगंतुक के लिए आश्चर्यमय था। लोग यह कहने को विवश थे कि प्राथमिक शिक्षा अब परिवर्तन का डगर अपना चुकी है। इस प्रदर्शनी को देखकर नि:संदेह कहा जा सकता है कि अब परिषदीय बच्चें भी मॉडल व कांवेंट स्कूल के बच्चों के साथ कदमताल कर रहे है। प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए बीएसए ने नन्हें जादूगरों से हाथ मिलाकर उनकी हौंसला आफजाई की। इस दौरान निर्भय नारायण सिंह, नरेन्द्र सोनकर, अवधेश राय, मोतीचंद्र चौरसिया, लालजी शर्मा, सुनील पटेल, एसएन त्रिपाठी, डीसी ओमप्रकाश राय इत्यादि ने अपना विचार दिया। उप्रावि सिकन्दरपुर के प्रअ जहीर आलम अंसारी व प्रावि के प्रअ अशोक यादव ने सभी आगंतुकों का स्वागत व संचालन नवाचारी शिक्षक उमेश कुमार सिंह ने किया। जनपद स्तर पर पहली बार आयोजित इस तरह के भव्य कार्यक्रम में शामिल शिक्षक व बच्चें काफी उत्साहित थे। उनका कहना था कि ऐसा कार्यक्रम समय-समय पर होना चाहिए। इस मौके पर आशुतोष तोमर, अनिल वर्मा, संतोष तिवारी, राजू गुप्त, नंदलाल शर्मा, विनय भारद्वाज, विपीन जायवाल, अजीत सिंह, श्वतो सिंह, सत्यप्रकाश सिंह, डॉ मोहन कांत राय, आशुतोष ओझा, अमरनाथ यादव, चंद्र मिश्र, कमला सिंह, विजेता सिंह, प्रवीण कुमार, अशोक पांडेय, बलवंत सिंह, जितेन्द्र प्रताप सिंह, संगीता वर्मा इत्यादि मौजूद रहे। दो दिवसीय कार्यशाला के समापन पर बीएसए संतोष कुमार राय ने सभी नवाचारी शिक्षकों व विज्ञान प्रदर्शनी में अपना मॉडल प्रस्तुत करने वाले बच्चों को प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। बीएसए के हाथों सम्मान पाकर शिक्षक व बच्चे काफी खुश थे।