बलिया से बड़ी खबर : शहर में वर्षो से चल रहे अवैध झोपड़ी वाले अस्पताल में हुई बच्चे की मौत, पीएचसी पर तैनात नर्से करती है गोरख धंधा
बलिया से बड़ी खबर : शहर में वर्षो से चल रहे अवैध झोपड़ी वाले अस्पताल में हुई बच्चे की मौत, पीएचसी पर तैनात नर्से करती है गोरख धंधा ,परिजनों ने रात में दी कोतवाली में तहरीर ,मामला रफा दफा करने का हो रहा है प्रयास
शशिकुमार की रिपोर्ट
बलिया 1 फरवरी 2019 ।। गुरुवार की रात में बलिया शहर के बीच मे , एससी कालेज के सामने , फुटपाथ पर लगी झोपड़ियो में चल रहे अवैध अस्पताल में प्रसव कराते समय एक बच्चे के मरने का समाचार है । जिला महिला चिकित्सालय की चिकित्सक डॉ संगम सिंह की रिपोर्ट जिसमे बच्चा उल्टा है, बताया गया था वावजूद इसके प्रसव कराया गया जिसमें बच्चे की मौत हो गयी है । यह खेल विभागीय नौकरी करने की आड़ में पीएचसी पर तैनात नर्सो के द्वारा धड़ल्ले से खेला जा रहा है और सीएमओ कार्यालय , सीएमओ और पुलिस प्रशासन को इसकी कानोकान खबर नही है । हद तो तब हो जाती है जब ये अपने मुंह से स्वीकार करती है कि पीएचसी सीएचसी पर भी तो हम लोग ही डिलीवरी कराते है डॉक्टर थोड़े ? साथ ही खुलेआम स्वीकार कर रही है कि क्षेत्र की महिलाओं का मैं यहां डिलीवरी कराती हूं । सुनिये इसी नर्स की जुबानी ----
यह वाक्या सदर कोतवाली अंतर्गत मालगोदाम रोड एस सी कालेज चौराहे पर झुग्गी में अवैध तरीके से चल रहे नर्सिंग होम का है । जहाँ गांव की भोली भाली महिलाओ को फुसलाकर उनके और उनके नवजात के जीवन के साथ खिलवाड़ किया जाता है । अस्पतालों में काम करने वाली ऐसी कई नर्से मिल जाती है जो अपने को डॉक्टरों से ज्यादे जानकर बताकर महिलाओ को अपने जाल में फ़ांस कर उनके जीवन के साथ खिलवाड़ करती है । इस झोपड़ी वाले नर्सिंग होम में आप खुद देखिये प्रसव कराने वाला बेड है , बगल में दवाओं के साथ जरूरी औजार भी है जो डिलीवरी के समय इस्तेमाल होता है ----
शशिकुमार की रिपोर्ट
बलिया 1 फरवरी 2019 ।। गुरुवार की रात में बलिया शहर के बीच मे , एससी कालेज के सामने , फुटपाथ पर लगी झोपड़ियो में चल रहे अवैध अस्पताल में प्रसव कराते समय एक बच्चे के मरने का समाचार है । जिला महिला चिकित्सालय की चिकित्सक डॉ संगम सिंह की रिपोर्ट जिसमे बच्चा उल्टा है, बताया गया था वावजूद इसके प्रसव कराया गया जिसमें बच्चे की मौत हो गयी है । यह खेल विभागीय नौकरी करने की आड़ में पीएचसी पर तैनात नर्सो के द्वारा धड़ल्ले से खेला जा रहा है और सीएमओ कार्यालय , सीएमओ और पुलिस प्रशासन को इसकी कानोकान खबर नही है । हद तो तब हो जाती है जब ये अपने मुंह से स्वीकार करती है कि पीएचसी सीएचसी पर भी तो हम लोग ही डिलीवरी कराते है डॉक्टर थोड़े ? साथ ही खुलेआम स्वीकार कर रही है कि क्षेत्र की महिलाओं का मैं यहां डिलीवरी कराती हूं । सुनिये इसी नर्स की जुबानी ----
बता दे कि इस धंधे में इस महिला की बेटी और पूरा परिवार लगा हुआ है । सुनिये महिला की बेटी ने क्या कहा - -
यह वाक्या सदर कोतवाली अंतर्गत मालगोदाम रोड एस सी कालेज चौराहे पर झुग्गी में अवैध तरीके से चल रहे नर्सिंग होम का है । जहाँ गांव की भोली भाली महिलाओ को फुसलाकर उनके और उनके नवजात के जीवन के साथ खिलवाड़ किया जाता है । अस्पतालों में काम करने वाली ऐसी कई नर्से मिल जाती है जो अपने को डॉक्टरों से ज्यादे जानकर बताकर महिलाओ को अपने जाल में फ़ांस कर उनके जीवन के साथ खिलवाड़ करती है । इस झोपड़ी वाले नर्सिंग होम में आप खुद देखिये प्रसव कराने वाला बेड है , बगल में दवाओं के साथ जरूरी औजार भी है जो डिलीवरी के समय इस्तेमाल होता है ----
वही परिजन की माने तो इस नर्स ने साफ कहा था कि हम लोग कई उल्टे बच्चो को पैदा कराया है तब हम लोग यहां आये --
यह मामला तब उजागर हुआ जब बच्चा पैदा होने के बाद कोई हरकत नही कर रहा था । परिजनों ने जब इस संबंध में नर्स से पूंछा तो बताया गया कि बच्चा पैदा होते ही मर गया है । यह सुनते ही महिलाये रोने लगी । इनके रोने चिल्लाने से भीड़ एकत्रित हो गयी तब यह मामला खुला कि यहां अवैध रूप से बच्चा पैदा कराने का खेल चल रहा है । विवाद गहराने पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षो को कोतवाली लायी । पीड़ित परिजन ने नर्स के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दे दी है । शहर कोतवाल मामले की जांच कर रहे है । सूत्रों की माने तो नर्स को फंसते देख उसके पक्ष के लोग रात 1 बजे तक सुलह समझौता कराने के प्रयास में लगे हुए थे । सवाल यह नही है कि इस मामले को रफादफा कर दिया जाएगा ? सवाल यह है कि जब सीएमओ , सीएमएस, डीएम , एसपी के नाक के नीचे मुख्यालय पर ऐसा खेल चल रहा है और नवजातों और जच्चा के जीवन के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है और प्रशासन को जब भनक नही है तो जिला मुख्यालय से सुदूर गांवो में क्या गारंटी है कि ऐसा खेल न हो रहा हो ?