नवानगर ब्लॉक बना भ्रष्टाचार का अड्डा : ग्राम प्रधान भाटी के प्रधान की समाधान दिवस पर शिकायत करना राकेश राय को पड़ा भारी, प्रधान ने करा दी जमकर पिटाई
नहीं दर्ज हुआ एफआईआर, गंभीर चोटे फिर भी पीड़ित रहा रात भर हवालात मे
बलिया।। सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के नवानगर ब्लॉक के भाटी गांव मे ग्राम प्रधान द्वारा पोखरे की खुदाई के नाम पर मनरेगा से मजदूरों की फर्जी संख्या के आधार पर सरकारी धन की लूट की शिकायत इसी गांव के राकेश राय को भारी पड़ गयी है। 17 मई 2025 को समाधान दिवस पर राकेश राय ने उप जिलाधिकारी सिकंदरपुर को साक्ष्य के साथ लिखित शिकायत देकर यह बताया कि मात्र 25-30 मजदूरों को लगाकर 167 मजदूरों के नाम पर मजदूरी निकाली जा रही है। अपनी शिकायत के साथ राकेश राय ने फोटोग्राफ भी संलग्न करके घोटाले को साबित करने का प्रयास किया है।
श्री राय ने आरोप लगाया है कि इसी से नाराज होकर प्रधान विनोद वर्मा ने अपने लगभग 15 साथियों के साथ मुझपर दुकान से घर जाते समय घात लगाकर जानलेवा हमला कराया। जिसमे मुझे गंभीर चोटे लगी है और मेरे पॉकेट से 15 हजार रूपये भी निकाल लिया गया। मेरी जान आसपास के लोगो के आने पर आरोपियों के फरार होने से बची है। श्री राय ने कहा कि डायल 112 को बुलाकर मै थाने पहुंचा। कहा कि थाने पर आरोपी प्रधान के साथ रातभर थाने पर बिना दवा कराये बैठाये रखा गया। श्री राय ने कहा कि मै रातभर दर्द से कराहता रहा लेकिन पुलिस ने मेरा एफआईआर दर्ज करने की बजाय समझौता करने का ही दबाव बनाती रही और सुबह शांति भंग मे मुझे भी आरोपी बना दिया। श्री राय सोमवार को जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी से मिलकर ग्राम प्रधान द्वारा किये जा रहे घोटाले की जानकारी दी। अधिकारी द्वय ने जांच कराने का आश्वासन दिया।सूच्य हो कि घायल राकेश राय के साथ हुई मारपीट और 15 हजार रूपये लूटने का मुकदमा तो दर्ज नहीं हुआ लेकिन मारने वाले प्रधान की तहरीर पर पीड़ित के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज हो गया है। लगता है सिकंदरपुर पुलिस भ्रष्टाचार उजागर करने वालों को ही मुल्ज़िम मानने लगी है, भ्रष्टाचार के आरोपी को साधु संत।
पूरे शरीर पर चोटों के निशान, पर नहीं हुई एफआईआर
पीड़ित राकेश राय ने कलेक्ट्रेट पर मीडिया कर्मियों को अपने पूरे शरीर पर ग्राम प्रधान और उसके गुर्गो के द्वारा पिटाई करने के कारण बने निशान को दिखाया। सोमवार को जो निशान दिख रहे थे, वो निश्चित ही शनिवार को और भी स्पष्ट रूप से दिख रहा होगा। लेकिन सिकंदरपुर को क्यों नहीं दिखे यह सोचने वाली बात है। किसी पीड़ित का पूरा शरीर चोटों से भरा हो और उसकी तहरीर पर कार्यवाही न करके उसको ही हवालात मे रातभर बिना दवा के बैठा दिया जाय, यह सिकंदरपुर पुलिस का बेरहम चेहरा सामने आया है। पुलिस अधीक्षक को इस प्रकरण को संज्ञान मे लेना चाहिये।
ये देखिये शरीर पर कितने है निशान
पीड़ित राकेश राय का बयान