Breaking News

देवरिया : बोले समाजवादी नेता विजय प्रताप यादव -पिता के पद चिन्हों पर चलकर समाजवादी पार्टी के परचम को देवरिया में लहराउंगा

पिता के पद चिन्हों पर चलकर समाजवादी पार्टी के परचम को देवरिया में लहराउंगा
समाजवादी नेता स्व राम नगीना यादव की दूसरी पुण्यतिथि 29 दिसंबर को
पूर्व मंत्री दुर्गा प्रसाद यादव है मुख्य अतिथि
कुलदीपक पाठक की रिपोर्ट

देवरिया 27 दिसम्बर 2018 ।।स्वर्गीय राम नगीना यादव मेरे पिता ही नहीं बल्कि मेरे राजनीतिक गुरु और मार्गदर्शक भी थे ,उनके सानिध्य में रहकर ही समाजवादी विचारों सिद्धांतों को जाना और शोषण व अन्याय के विरुद्ध संघर्ष करना सीखा ।उक्त बातें समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रत्याशी विजय प्रताप यादव ने प्रेस वार्ता के दौरान कही । उन्होंने कहा कि मेरे पिताजी स्वर्गीय राम नगीना यादव समाजवादी पार्टी देवरिया के प्रथम जिला अध्यक्ष रहे है ।उनको जब जिले की कमान नेताजी मुलायम सिंह यादव ने दिया तो उस समय समाजवादी पार्टी का नाम और झंडा लोगों को पसंद नहीं था ,ऐसा माहौल फिराकपरस्त और सांप्रदायिक शक्तियों ने बनाया था कि पार्टी की सदस्यता लेने से लोग डरते थे लेकिन उस विपरीत परिस्थितियों में मेरे पिता जी ने रात दिन मेहनत करके जी जान से पार्टी को मजबूती देने का कार्य किया। नगर हो या गांव हो हर जाति धर्म मजहब के लोगों को पार्टी से जोड़कर नेता जी के हाथों को मजबूत बनाने का कार्य किया था ।जहां कहीं भी पार्टी के कार्यकर्ताओं का प्रशासन और पुलिस के द्वारा प्रताड़ित किया गया वहां दिन रात की परवाह किए बगैर मौके पर पहुंचकर उन कार्यकर्ताओं के पक्ष में खड़े होकर संघर्ष करते थे ।उनके परिश्रम निष्ठा और समर्पण को देखते हुए नेता जी ने विधानसभा का टिकट दिया । फिर  विधान परिषद का टिकट देकर उन्हें सम्मानित किया और मेरे पिताजी विधानसभा का चुनाव तो हार गए परंतु प्रदेश के उच्च सदन विधान परिषद में पहुंचकर देवरिया कुशीनगर के लोगों की आवाज को बुलंद किए ।संघर्ष के कारण अपने सेहत का ख्याल ना रखने के कारण बीमार पड़े और 29 दिसंबर 2016 को पीजीआई लखनऊ में अंतिम सांस ली। पिता का साया पुत्र केे सिर से उठ जाना कितना कष्टकर होता है साथियों मुुुझको इसका आभास उनके जाने के बाद  हुआ ।राजनीति में मैं अनाथ हो गया था ,समाजवादी पार्टी ने मुझे 2017 में विधानसभा के चुनाव में सदर विधानसभा से पार्टी ने चुनाव लड़ाने की घोषणा की परंतु उसी बीच मेरे पिता जी दिवंगत हो गये और मेरा टिकट कुछ लोगों द्वारा शीर्ष नेतृत्व को गुमराह कर  कटवा दिया गया। अपने लोगों के दबाव में मैं निर्दल प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा ।
फलस्वरूप मुझे पार्टी से निष्कासित कर दिया गया परंतु राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री माननीय अखिलेश यादव जी के बड़प्पन और क्षमाशीलता से मुझे पुनः समाजवादी पार्टी में काम करने का मौका मिला है । मैं  पार्टी के लिए निष्ठा एवं ईमानदारी से कार्य करता रहूंगा और अपने स्वर्गवासी पिता की तरह समाजवादी पार्टी का परचम एक बार फिर लहराउंगा ।मेरे पिताजी की दूसरी पुण्यतिथि जो 29 दिसम्बर को है ,पर एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन जनपद के उसरा बाजार स्थित वाई वाई बी इंटर कॉलेज के प्रांगण में प्रातः 10:00 बजे रखा गया है ।हमारे आग्रह पर राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी ने उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री रहे वह मेरे पिता जी के अनन्य सहयोगी दुर्गा प्रसाद यादव को अपने प्रतिनिधि के रूप में श्रद्धांजलि सभा में मुख्य अतिथि के रूप में आने की अनुमति दी है, इसके लिए एक बार पुनः अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष के प्रति आभार व्यक्त करता हूं । साथ ही वचन देता हूँ कि मैं पिताजी के पद चिन्हों पर चलते हुए समाजवादी पार्टी की मजबूती के लिए कटिबद्ध रहूंगा।