सीएम सिटी गोरखपुर में यह कैसा शिक्षा का मंदिर और यह कैसी शिक्षा - गुरु जी ने मासूमो से धुलवाई कार !
गोरखपुर 8 दिसम्बर 2018 ।।
सीएम सिटी गोरखपुर के एक प्राथमिक विद्यालय में मासूम छात्र छात्राओ से गुरु जी द्वारा कार धुलवाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है । जी हां सुन कर और देख कर अजीब आपको लग रहा होगा, लेकिन ये सच है, जिस शिक्षा के मंदिर में पढाई होनी चाहिए थी, वहां मासूम छात्र छात्राओ से इस ठंढी में प्रधानाचार्या महोदया अपनी गाड़ी धुलवाती नजर आई । लेकिन इस दौरान किसी ने इसका वीडिओ वायरल कर दिया और जानकारी हो गयी वायरल । जब सीएम सिटी के प्राथमिक विद्यालयों का यह हाल है तो अन्य जनपदों का तो भगवान ही मालिक है ।
बता दे कि गोरखपुर के खजनी थाना क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय खपडहवा संकुल चनऊ पिपरौली का ये पूरा मामला है । जहां छोटे छोटे मासूम बच्चो से कार धुलवाने का मामला प्रकाश में आया है ।यहां की प्रधानाचार्या कुसुम की कार को विद्यालय के गेट के सामने इसी विद्यालय में पढने वाले कुछ बच्चे धो रहे थे ।सफेद रंग की खड़ी कार को वो बच्चे धो रहे है, जो इस प्राथमिक विद्यालय में पढ़ते है । बच्चो के कार धुलाई के दौरान गाँव के ही कुछ लोगो ने इसका वीडिओ बना लिया, और वो वीडिओ वायरल हो गया । इस मामले को लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश है कि शिक्षा के इस मंदिर में ये लोग अपने बच्चो को पढने के लिए भेजते है, न कि उनसे कम करवाने और उनसे गाड़ी धुलवाने । ये वीडिओ कल तकरीबन 11 बजे का है, और जैसे ही ये वीडिओ वायरल हुआ, शिक्षा विभाग में हडकम्प मच गया ।
बाईट – रंजित निषाद (स्थानीय)
वीओ – इस पुरे मामले पर जब बेसिक शिक्षा अधिकारी से बात की गई, तो उन्होंने इस मामले से अनभिज्ञता जाहिर करते हुए कहा, कि मुझे इसके बारे में नहीं पता है, लेकिन आपके द्वारा ये पता चला है, और अगर ऐसा है, तो ये बहुत गलत है । मै अभी ऐसे लोगो के खिलाफ कार्यवाही करूंगा । यह बहुत गलत बात है, इसको लेकर मै तुरंत कार्यवाही करूंगा ।
बाईट – भूपेन्द्र कुमार (बेसिक शिक्षा अधिकारी)
वीओ – जिस शिक्षा के मंदिर में शिक्षा के लिए बच्चो को उनके अभिभावक भेजते है, और सरकार की तरफ से लाखो करोड़ों रूपये खर्च किये जाते है, मासूमो के चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए, लेकिन कुछ कलयुगी गुरुओ की वजह से इन सब पर बट्टा लग जाता है ।फिलहाल इस मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कार्यवाही का आश्वासन दिया है । निश्चित रूप से कार्यवाही कम से कम आगे के लिए बाकी शिक्षको के लिए ये एक नजीर साबित जरुर होगी ।