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बलिया की जिला पंचायत द्वारा सरकारी धन लूटने के षड़यंत्र की तीसरी कड़ी : पूर्व मंत्री स्व शारदानन्द अंचल के कराये कार्यो पर भुगतान लेने की तैयारी , लोहिया ग्राम के चलते पहले ही हो चुका है इंटरलॉकिंग


 बृजेश सिंह की रिपोर्ट
भीमपुरा बलिया 24 दिसम्बर 2018 ।। 
जिला पंचायत बलिया का पहले से कराये गये कार्यो पर ही टेंडर निकालकर सरकारी धन की बंदरबांट करने की योजना का खुलासा रोज रोज हो रहा है । बलिया एक्सप्रेस आज इस घोटाले की साजिश की योजना की तीसरी कड़ी प्रस्तुत कर रहा है । जिला पंचायत की निविदा में छेद ही छेद दिख रहा है। पूर्व मंत्री शारदा नंद अंचल के कराये गए कार्य पर निविदा निकालकर दुबारा भुगतान लेने की तैयारी स्पष्ट झलक रही है। भीमपुरा क्षेत्र के नेवादा और रामापट्टी के लिए निकली दो निविदाओं ने स्पष्ट कर दिया है कि सूबे की योगी सरकार का खौफ जिले के आला अफसरों पर नही है।
जिला पंचायत बलिया द्वारा 20 दिसम्बर को एक दैनिक पेपर में निकाली गई निविदा को देखकर नेवादा और रामपट्टी के लोग दंग रह गए। निविदा संख्या 57 में नेवादा प्राथमिक पाठशाला से जाने वाले मार्ग पर नाले के पास पुलिया के निर्माण अनुमानित लागत 5 लाख 36 हजार है। इस पुलिया के निर्माण के लिए पूर्व प्रधान विजयी यादव ने बताया कि इस पुलिया के साथ गांव के 3 और पुलिया का निर्माण पूर्व मंत्री शारदानंद अंचल की पहल पर कार्यदायी संस्था भूमि संरक्षण विभाग द्वारा वर्षो पूर्व बनवाया गया। इस पुलिया पर निविदा देखकर गांव के लोग दंग रह गए की सूबे की सरकार किस तरह लूट खसोट में लगी हुई है। सपा सरकार के कराये गए कार्यो पर फर्जी भुगतान लेकर वाहवाही लूट रही है।
योगी सरकार पर उंगली उठवाने वाले अधिकारियों पर कब कार्यवाई होगी यह यक्ष प्रश्न है । अगर भ्रष्टाचार के आरोपो से भाजपा सरकार को अपने आप को बचाना है तो ऐसी निविदा निकालने वाले अधिकारियों कर्मचारियों पर तुरंत कार्यवाई करनी होगी वरना लोग यही सोचेंगे कि योगी सरकार में लूट की पूरी छूट है ।


यही हाल निविदा संख्या 58 की भी है जिसमे भीमपुरा रतनपुरा पीडब्लूडी मार्ग से ग्राम सभा रामपट्टी की ओर जाने वाले मार्ग पर सोलिंग का कार्य के लिए निविदा निकली है जिसकी अनुमानित लागत 9 लाख 5 हजार है। रामापट्टी गांव में जाने वाले तीन मार्गो पर सोलिंग व इंटरलाकिंग का कार्य पहले ही चुका है। गांव में जाने वाले मुख्य मार्ग पर लोहिया गांव में चयनित होने के दौरान इंटरलाकिंग का कार्य कराया गया। बाकी दोनो रास्तो पर भी पूर्व मंत्री शारदानंद अंचल द्वारा खड़ंजा का कार्य कराया गया जिसमें एक पर बर्तमान प्रधान द्वारा खड़ंजा की रिपेयरिंग कराया गया है। 2006 में पूर्व मंत्री शारदानंद अंचल के विधायक निधि से कार्यदायी संस्था फैक्सपेड ने खड़ंजे का कार्य कार्य है। गांव के लिए जाने वाले तीनो मुख्य मार्ग पर पहले से ही खड़ंजा व इंटरलाकिंग का कार्य होने के बाद भी जिला पंचायत द्वारा टेंडर निकाले जाने से गांव वाले हैरत में है। उनका कहना है जिला पंचायत लूट खसोट का हब बन चुका है। दूसरे द्वारा कराए गए कार्य पर सिर्फ पैसा उतारने की जुगत में लगे हुए है।बिना छानबीन किये मार्गो पर कार्य के लिए निविदा निकाला जाना सरकारी खजाने को ऊपर ही ऊपर लूटने की ओर दर्शा रहा है।