गोरखपुर : लव, सेक्स और हत्या की ख़ौफ़नाक साजिश , हाई प्रोफाइल मर्डर मिस्ट्री का एसटीएफ ने किया खुलासा
लव, सेक्स और हत्या की ख़ौफ़नाक साजिश , हाई प्रोफाइल मर्डर मिस्ट्री का हुआ खुलासा
ए कुमार की रिपोर्ट
गोरखपुर 21 दिसम्बर 2018 ।।
हाई प्रोफाइल मर्डर मिस्ट्री से उठा पर्दा, प्यार सेक्स और धोखे के बाद कत्ल की ख़ौफ़नाक साजिश, जी हां कहते है जब तक दो जोड़े एक दूसरे को प्यार करते है, तब तक उनकी जिंदगी में प्यार के अलावा और कुछ नही होता लेकिन जब इस प्यार के बीच धोखा जन्म लेता है, तो फिर शुरू होती है साजिश और प्यार करने वाला बन जाता है, कातिल । यूूपी एसटीएफ ने एक ऐसे ही हाई प्रोफाइल मर्डर मिस्ट्री से आज पर्दा उठा कर शहर के एक नामी आरोपी डॉक्टर और उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया है ।
गोरखपुर में हाई प्रोफाइल एक मर्डर मिस्ट्री से पर्दा उठ गया है । प्रेमिका से दूसरी पत्नी बनी युवती की शहर के एक प्रतिष्ठित डाक्टर ने दो साथियों के साथ मिलकर हत्या कर दी थी । सर्विलांस की मदद से आईजी एसटीएफ अमिताभ यश ने घटना का आज खुलासा किया । पुलिस और एसटीएफ के लिए इस ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा करना इसलिए भी टेढ़ी खीर था, क्योंकि उसकी हत्या नेपाल के पोखरा में शराब और नशीला पदार्थ खिलाकर पहाड़ से ढकेल कर की गई थी । एसटीएफ ने डाक्टर और उसके दोनों साथियों को गिरफ्तार कर गोरखपुर पुलिस के सुपुर्द कर दिया है ।
पुलिस लाइन्स सभागार में आईजी एसटीएफ अमिताभ यश ने घटना का खुलासा प्रेसवार्ता में किया. उन्होंने बताया कि विवेचना के दौरान पता चला कि कैण्ट इलाके के दाऊदपुर में स्थित आर्यन हास्िपटल के संचालक डा. धर्मेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ डीपी सिंह ने अपने दो साथियों प्रमोद कुमार सिंह और देशदीपक निषाद के साथ मिलकर राजेश्वरी उर्फ राखी श्रीवास्तव की जून माह में नेपाल के सारंग कोट जिला कास्की (पोखरा) में पहाड़ से धकेलकर हत्या कर दी थी. उन्होंने बताया कि हत्या के पहले उसे शराब और नशीली दवाई भी खिलाई गई थी. नेपाल पुलिस ने लाश को बरामद करने के बाद उसका पोस्टमार्टम भी कराया था ।
श्री अमिताभ यश ने बताया कि साल 2011 के पहले बिहार के गया की रहने वाली राजेश्वरी श्रीवास्तव उर्फ राखी अपने पिता का इलाज कराने के लिए गई थी. उसी दौरान डा. धर्मेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ डीपी सिंह को उससे प्यार हो गया. डा. डीपी सिंह ने राजेश्वरी के साथ साल 2011 में गोंडा जिले में दूसरी शादी कर ली. राजेश्वरी को डाक्टर ने शाहपुर के बिछिया कालोनी में एक मकान भी रहने के लिए खरीदकर दे दिया. लेकिन, दोनों में ज्यादा दिन तक नहीं बनी. उसके बाद राजेश्वरी की डिमांड बढ़ती गई और उसने डाक्टर डीपी सिंह के खिलाफ कैण्ट थाने में रेप का मामला दर्ज करा दिया.
फरवरी 2018 में राजेश्वरी उर्फ राखी श्रीवास्तव ने गया बिहार के रहने वाले मनीष सिन्हा से शादी कर ली. ब्लाइंड मर्डर केस की जांच जब एसटीएफ को मिली, तो तह तक जाने के लिए एसटीएफ ने सर्विलांस की मदद ली, तो राजेश्वरी के मोबाइल की आखिरी लोकेशन 4 जून को नेपाल में मिली थी. 24 जून 2018 को शाहपुर थाने में राजेश्वरी उर्फ राखी श्रीवास्तव के गुमशुदगी/अपहरण का केस उसके भाई अमर प्रकाश श्रीवास्तव ने दर्ज कराया था. पुलिस ने मुकदमा अपराध संख्या 375/18 धारा- 366/506 आईपीसी के तहत बिहार गया के वजीरगंज लोहगरा के रहने वाले मनीष सिन्हा के खिलाफ दर्ज कराया था. आईजी एसटीएफ ने बताया कि गोरखपुर से तीनों को गिरफ्तार किया गया. डा. डीपी सिंह ने और उसके साथियों ने हत्या की बात कुबूल की है ।
वहीं डा. डीपी सिंह की माने तो उन्होंने समय आने पर बताने की बात कही, और कहा कि मैं मानसिक रूप से बहुत परेशान हूं , साथ ही उन्होंने अपना जुर्म कुबूल करते हुए बताया कि अवसाद के कारण उन्होंने इस घटना को अंजाम दे दिया. उन्होंने बताया कि राजेश्वरी उर्फ राखी की डिमांड बढ़ती जा रही थी, जिस कारण वे काफी परेशान थे, और उन्होंने दो साथियों के साथ मिलकर घटना को अंजाद दे दिया । प्रेमिका से पत्नी बनी युवती की जिस तरह से नेपाल में ले जाकर हत्या की गई, उससे इस घटना का खुलासा करना पुलिस के लिए टेढ़ी खीर थी, लेकिन, एसटीएफ की सूझबूझ और सर्विलांस की मदद से आखिरकार आरोपी सलाखों के पीछे पहुंच गए, और ये कहना गलत नही होगा, कि काफी समय बाद ही सही एसटीएफ ने नामुकिन को मुमकिन कर दिखाया ।