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बलिया एक्सप्रेस की पड़ताल में बलिया पुलिस लाइन मिली गंदी ,जवानों के शौचालय में गंदगी का अंबार



बलिया एक्सप्रेस की पड़ताल में बलिया पुलिस लाइन मिली गंदी
जवानों के शौचालय में गंदगी का अंबार
आवासीय घरों के पीछे गन्दे पानी का जमावड़ा
प्राथमिक विद्यालय के पास गंदगी का अंबार
बैरकों में पंखे नदारद , आवासीय क्वार्टरों पर तीन चार सालों से स्थानान्तरितो का कब्जा
पुलिस अधीक्षक ने भी स्वीकारी उपरोक्त कमियां पर इसके लिये लो लेवल ग्राउंड और धनाभाव को बताया जिम्मेदार
मधुसूदन सिंह की रिपोर्ट
बलिया 1 नवम्बर 2018 ।।
      लखनऊ की पुलिस लाइन की गंदगी की खबरों को दिखाने के बाद बलिया एक्सप्रेस की टीम ने बलिया की पुलिस लाइन का इस आशय के साथ जायजा लिया कि दूसरों की जिंदगियों को बचाने के लिये सुरक्षा की ढाल बनने वाले ,बलिया की जनता को चैन की नींद सोने के लिये अपनी नींदों को रातों में कुर्बान करने वाले पुलिस के जवानों की रहन सहन की क्या व्यवस्था है । पड़ताल करने पर हकीकत भयावह दिखी । लगभग तीन सौ जवानों को शौच करने के लिये जो शौचालय है वह गंदगियों से भरा हुआ है । उसकी स्थिति देखने से ऐसी दिखी मानो इसकी सफाई के नाम पर केवल खाना पूर्ति हुई है । सभी सीटों पर मोटी पीली परत जम गई है । वही इनके रहने के बैरकों के पास अस्त व्यस्त हालत में कूड़ा पड़ा मिला जो कई तरह की बीमारियों को जवानों के शरीर मे पहुंचाकर बीमार बना सकता है । रहने के बैरकों की भी स्थिति ठीक नही है । पुराने बैरकों में 16 से 18 जवानों के रहने के बावजूद मात्र एक पंखा लगा मिला । गर्मी से बचने के लिये जवानों ने अपने अपने बेड के पास व्यक्तिगत पंखे लगाए मिले । आवासीय क्वार्टरों की भी हालत दयनीय ही मिली । उनके प्लास्टर जगह जगह से गिरते हुए दिखे । रंग रोगन तो जैसे बनते समय ही कराया गया हो । घरों से पानी के निकास की भी समुचित व्यवस्था नही दिखी । आवासीय घरों के पीछे गन्दे पानी का जमावड़ा दिखा । वही प्राथमिक विद्यालय के पीछे गंदगी जैसे बच्चो को बीमार डालने के लिये बीमारियों को आमंत्रण दे रही हो । वही कई आवासीय क्वार्टरों पर यहां से तीन चार साल पहले से स्थानांतरित या सेवानिवृत्त हुए लोगो का अवैध कब्जा है  ।










    इन सब समस्याओं के सम्बंध में जब पुलिस अधीक्षक बलिया श्रीपर्णा गांगुली से बात की गई तो उन्होंने भी माना कि उपरोक्त बाते सही है । शौचालयों की गंदगी और गन्दे पानी के जमाव को दूर कराने के लिये जल निगम के अधिशाषी अभियंता से वार्ता की गई है जल्द ही इसका बैकल्पिक समाधान निकल आएगा ।वही शौचालयों के टैंकों की सफाई के लिये प्राइवेट एजेंसी की मदद ली जा रही है । बहुत जल्द शौचालयों की गंदगी दूर हो जाएगी । बैरकों में लगे पंखों के खराब होने पर दूसरे पंखे लगाये जाते है । साथ ही बड़े बैरकों में बड़े बफे कूलर लगाकर बैरकों में ठंडक पहुंचाने की व्यवस्था की जाती है । बजट के आधार पर आवासों की मरम्मत और रंगाई पोताई समय समय पर की जाती है । आवासों पर यहां से अन्यत्र चले गये कर्मियों के द्वारा कब्जे की बात मेरे संज्ञान में आयी है । मेरे द्वारा जांच कराने पर चार या पांच लोग चिन्हित हुए है जिनको खाली करने के लिये नोटिस दे दी गयी है । हमारे डीजीपी महोदय द्वारा सबसे स्वच्छ पुलिस लाइन की प्रतियोगिता भी शुरू की गई है जिसमे मैं चाहूंगी कि बलिया भी अपना स्थान लाये । जवानों को स्वच्छ वातावरण , स्वच्छ शौचालय देने के साथ पुलिस लाइन को स्वच्छ बनाने की मुहिम पर हम काम कर रहे है । जल्द ही इसके परिणाम आपको दिखेंगे ।
   पुलिस अधीक्षक ने तो आश्वासन दिया है कि उपरोक्त समस्याओं से जल्द निजात दिला दी जाएगी लेकिन यह कब होगी अभी समय सीमा नही दिख रही है । बलिया एक्सप्रेस उम्मीद करता है कि जनपद के नागरिकों को सुरक्षा प्रदान करने वाले पुलिस के जवानों को भी अन्य नागरिको की तरह स्वच्छ वातावरण , स्वच्छ शौचालय तो कम से कम मिल ही जाय ।