सिकंदरपुर बलिया : एक मां ने दुत्कार कर मौत के मुंहाने फेका , तो दूसरी मां ने यमराज को भगाकर नवजात को कराया अमृतपान
एक मां ने दुत्कार कर मौत के मुंहाने फेका , तो दूसरी मां ने यमराज को भगाकर नवजात को कराया अमृतपान
संतोष कुमार शर्मा की रिपोर्ट
सिकंदरपुर बलिया 1 नवंबर 2018 ।। ठीक ही कहा गया है कि कोई किसी का क्या बिगाड़ पायेगा कसाई , जब उसका रक्षक हो साई (ईश्वर) । जी हां अपनी देह की हवस मिटाने के बाद हवस की निशानी को कलंक समझ कर जन्म लेते ही मौत की आगोश में पहुंचाने के लिये खेतो में नवजात को फेक देने वाली कलमुँही कलयुगी मां की मंशा को हिंदुस्तानी यशोदा मां ने पूरी नही होने दी और मौत के मुहाने से नवजात को खींच कर ममत्व के आंचल में जीवनदान दे दिया ।देश में बहुत सी घटनाएं सामने आती हैं जो इंसान सहित इंसानियत को झकझोर कर रख देती हैं। आज के आधुनिकता के इस युग में कलयुगी मां ने ऐसा ही इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली करतूत को अंजाम दिया है । अपनी नवजात बच्ची को खेत मे फेक कर अपनी तथाकथित इज्जत बचाकर मां की ममता को कलंकित करने का काम किया है तो वहीं दूसरी तरफ एक मां ने अपनी ममता का आंचल दे लोगों को मां की ममता के आगे मत्था टेकने पर मजबूर कर दिया है। जब एक मां की बेरुखी से मौत के मुंह में पहुंच चुकी नवजात को यशोदा रूपी दूसरी मां ने अपने आंचल में समेट कर ममत्व का अमृतपान कराकर बच्ची का जीवन बचाने का काम किया है । गुरुवार की सुबह में गांवकिशोर निवासी घनश्याम वर्मा बालूपूर रोड के समीप अपने खेत में काम करने जा रहै थे कि किसी नवजात के रोने की आवाज उनके कानों में पड़ी। वह आवाज की दिशा में जा कर जब जहां से आवाज आ रही थी वहां पहुंचे तो वहां का दृश्य देखकर अवाक रह गया। श्री वर्मा ने देखा कि एक नवजात (बच्ची) को एक कलयुगी मां ने जन्म देकर घास से ढक कर छोड़ दिया था और भाग गई थी। वह तत्काल दूर खेतों में काम कर रहे लोगों को चिल्ला कर बुलाये। मौके पर जुटे लोगों ने घांस हटाकर देखा तो नवजात के शरीर पर चींटियां लग गई थी। वहां जुटे लोग तरह-तरह की बात करने लगे लेकिन किसी ने उस नवजात को उठाने की जहमत नहीं उठाया। घनश्याम ने अचानक नवजात को उठा अपने घर अपनी मां ज्ञान्ती देवी को देकर सारी बात बताया। ज्ञानती देवी ने बच्ची को सहर्ष अपनी छाती से लगाया और बच्ची की चींटियों द्वारा काटे जाने के कारण तड़प को बर्दाश्त नही कर पायी और उसे लेकर तुरंत सिकंदरपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची । जहां पर इलाज के बाद समीप के पूजा पैथोलॉजी में ले जाया गया जहां पर डॉक्टर आशुतोष गुप्ता की देखरेख में उसको ऑक्सीजन चढा़ कर इलाज किया जा रहा है। वहीं किसी ने तत्काल 100 नंबर को डायल कर पुलिस को बुला लिया । मौके पर पहुंची 100 नंबर की गाड़ी ने सारे विवरण को जाना तत्पश्चात ज्ञान्ती देवी पत्नी फूलचंद ने बच्ची को गोद ले पालने की मांग सभी के सामने रखी। आस पास के लोगों ने ज्ञान्ती देवी की सराहना करते हुए उसके मांग को मान लेने की बात कही। इस प्रकार की हुई घटना को लेकर तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है। वहीं लोग एक तरफ एक मां की आलोचना कर रहे हैं तो दूसरी तरफ फूलचंद वर्मा की पत्नी ज्ञान्ती देवी की सराहना करते नहीं थक रहे हैं। वही डॉ आशुतोष गुप्ता ने भी मानवता का परिचय देते हुए बच्ची का इलाज व अपनी तरफ से करने की बात कही। बातचीत के दौरान डॉ गुप्ता ने बताया कि बच्ची आज ही सुबह की जन्म ली हुई है।