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लखनऊ में बीएसए की बड़ी कार्यवाई : गरीबो के बच्चों का एडमिशन न लेने वाले 18 प्राइवेट स्कूलों की मान्यता रद्द करने की कार्यवाई की संस्तुति




    लखनऊ 3 अगस्त 2018 ।।
    यूपी में बेसिक शिक्षा अधिकारी ने 18 निजी स्कूलों की मान्यता खत्म करने की सिफारिश की है. बीएसए का आरोप है कि इन 18 निजी स्कूलों ने दाखिला देने से इनकार कर दिया था. और तो और ये स्कूल बीएसए के नोटिस का जवाब भी नहीं दे रहे. इन सबसे परेशान गरीब मां-बाप बच्चों के दाखिले के लिए स्कूलों के चक्कर काट रहे हैं ।
    दरअसल इस साल शिक्षा का अधिकार यानी आरटीआई के तहत प्रदेश में करीब 43 हजार गरीब छात्रों को निजी स्कूलों में सीट आवंटित की गई हैं. लेकिन अब तक इनमें से आधे बच्चों को भी दाखिला नहीं मिल पाया है. राजधानी लखनऊ की बात करें तो करीब 12,400 गरीब बच्चों को निजी स्कूलों में निशुल्क शिक्षा के लिए सीट आवंटित की गई है. लेकिन अभी तक इनमें से सिर्फ 5 हजार गरीब बच्चों को ही स्कूलों में दाखिला मिला पाया है ।
    7 हजार से अधिक बच्चे ऐसे हैं जिनके अभिभावक रोजाना बीएसए कार्यालय और स्कूलों के चक्कर लगा रहे हैं. स्कूलों की मनमानी को देखते हुए अब बेसिक शिक्षा विभाग ने भी सख्ती शुरू कर दी है. लखनऊ में अब तक 52 स्कूलों को नोटिस देने के साथ ही 18 स्कूलों की मान्यता खत्म करने के लिए बीएसए ने सिफारिश कर दी है. अब देखना है कि इस सख्ती के बाद स्कूलों पर क्या असर होता है? सवाल यह भी है कि अगर इसी तरह समय गुजरता रहा तो बच्चे पढ़ेंगे कब?

    बीएसए ने दाखिला न लेने वाले 18 स्कूलों की मान्यता खत्म करने की सिफारिश की है । इन स्कूलों में शामिल नाम हैं  बेबी मार्टिन इंटरनेशनल स्कूल, एक्जॉन मॉन्टेसरी स्कूल, रेड रोज स्कूल, लोयला इंटरनेशनल स्कूल, सिद्धार्थ पब्लिक स्कूल, गुरुकुल एकेडमी, महाराजा अग्रसेन पब्लिक स्कूल, ऐलन हाउस पब्लिक स्कूल, राजकुमार एकेडमी ।