गोरखपुर में आज सीएम योगी का जनसंवाद और राष्ट्रभक्ति का संगम : सुबह जनता से सीधा संवाद, फिर निकली ऐतिहासिक एकता यात्रा
गोरखपुर।। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आज का दिन पूरी तरह जनता और राष्ट्र को समर्पित रहा। रविवार की शाम गोरखपुर पहुंचने के बाद सोमवार सुबह उन्होंने गोरखनाथ मंदिर परिसर में जनता दर्शन के दौरान लोगों की समस्याएं सुनीं, और उसके बाद सुबह 9 बजकर 30 मिनट पर सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती एवं ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूरे होने के अवसर पर निकली एकता यात्रा का नेतृत्व किया। सुबह से दोपहर तक शहर जनसेवा और राष्ट्रभक्ति की भावना से सराबोर रहा।
गोरखनाथ मंदिर स्थित दिग्विजयनाथ सभागार में सुबह जनता दर्शन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए 200 से अधिक फरियादियों से मुलाकात की। किसी ने घर या रास्ते का विवाद बताया, तो किसी ने इलाज में मदद की गुहार लगाई। मुख्यमंत्री ने हर फरियादी की बात ध्यानपूर्वक सुनी और अधिकारियों को मौके पर ही निस्तारण के निर्देश दिए। उन्होंने कहा — “किसी भी नागरिक को अपनी समस्या के समाधान के लिए दफ्तरों के चक्कर न लगाने पड़ें, हर जरूरतमंद को मदद मिलेगी — घर भी मिलेगा और रास्ता भी खुलेगा।”
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि आवास, राजस्व और चिकित्सा से जुड़ी शिकायतों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाया जाए। मौके पर मौजूद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने फरियादियों की समस्याओं को दर्ज कर तत्काल कार्यवाही शुरू की। सीएम योगी का जनता से यह सीधा संवाद और संवेदनशील रवैया जनता के बीच भरोसे की नई मिसाल बना।
जनता दर्शन के तुरंत बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राष्ट्रभक्ति के रंग में रंगे गोरखपुर की सड़कों पर उतरे। सुबह 9 बजकर 30 मिनट पर उन्होंने रानी लक्ष्मीबाई पार्क (नगर निगम कैंपस) से विशंभर पाठक पार्क (गीता वाटिका) तक निकली एकता यात्रा का नेतृत्व किया। यह यात्रा भारत रत्न लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती और राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में निकाली गई थी।
मुख्यमंत्री ने रानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर यात्रा की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि “सरदार पटेल और रानी लक्ष्मीबाई दोनों भारत की एकता, साहस और स्वाभिमान के प्रतीक हैं। व्यक्ति, जाति, मत या मजहब राष्ट्र से बड़ा नहीं हो सकता — राष्ट्र ही सर्वोपरि है।”
पदयात्रा टाउनहॉल स्थित गांधी प्रतिमा से होकर गोलघर, कचहरी चौराहा, गणेश चौक, काली मंदिर और पटेल चौक से होती हुई विशंभर पाठक पार्क (गीता वाटिका) पहुँची। इस दौरान “भारत माता की जय”, “वंदे मातरम्” और “सरदार पटेल अमर रहें” के नारों से पूरा शहर गूंज उठा। जगह-जगह नागरिकों ने पुष्पवर्षा कर मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरदार पटेल ने जिस भारत की नींव रखी, वह अखंडता और आत्मनिर्भरता पर आधारित थी। आज वही भावना “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” के रूप में साकार हो रही है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे सरदार पटेल और अन्य महापुरुषों के आदर्शों से प्रेरणा लेकर राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाएं।
पूरे कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रही। एडीजी जोन मुथा अशोक जैन, डीआईजी एस. चनप्पा, मंडलायुक्त अनिल ढींगरा, जिलाधिकारी दीपक मीणा, एसएसपी राजकरन नय्यर, नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल समेत सभी वरिष्ठ अधिकारी यात्रा के साथ पैदल चलकर व्यवस्थाओं की निगरानी करते रहे।
शहर की सड़कों को तिरंगे झंडों, पुष्प सज्जा और रोशनी से सजाया गया था। ढोल-नगाड़ों और राष्ट्रगीत की धुनों से वातावरण में देशभक्ति का उत्साह चरम पर था।
आज का दिन गोरखपुर के लिए खास रहा — सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता से सीधा संवाद कर जनसेवा का संदेश दिया, और उसके बाद राष्ट्रभक्ति की भावना से ओतप्रोत एकता यात्रा में नेतृत्व कर “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” का संदेश पूरे शहर में गूंजा दिया।










