मुख्यमंत्री ने की प्रयागराज में माघ मेला-2026 की तैयारियों की समीक्षा, मीडिया प्रतिनिधियों को किया सम्बोधित
मेले की तैयारियों की प्रगति उत्तम स्तर पर
आगामी माघ मेला नई ऊंचाई तक पहुंचकर सभी श्रद्धालुओं व कल्पवासियों के संकल्प और साधना को आगे बढ़ाते हुए भव्यता व दिव्यता के साथ होगा सम्पन्न : मुख्यमंत्री
इस बार 800 हेक्टेयर क्षेत्रफल में आयोजित करने की तैयारी की जा रही
पी0डब्ल्यू0डी0 द्वारा कनेकि्ंटग मार्गों के साथ-साथ 07 पान्टून ब्रिज,160 कि0मी0 के दायरे में चेकर्ड प्लेट बिछाने की व्यवस्था
यहां 85 कि0मी0 सीवर लाइन बिछाने की कार्यवाही सम्पन्न होगी, जिससेसीवर की एक भी बूंद का गंगा जी अथवा यमुना जी में रिसाव न होने पाए
उ0प्र0 पुलिस द्वारा मेले को सकुशल सम्पन्न करने के लिए यहां पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की जायेगी तैनाती
मेला क्षेत्र में लगभग 3,800 बसें चलायी जाएंगी,इनमें 3,000 बसें परिवहन निगम की होंगी
लखनऊ 22 नवम्बर, 2025।।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि आज यहां उन्हें माँ गंगा का पूजन व श्री बड़े हनुमान जी का दर्शन करने तथा माघ मेला-2026 की तैयारियां की समीक्षा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। रेलवे व सेना के सभी सम्बन्धित अधिकारियों के साथ बैठक सम्पन्न हुई है। मेले की तैयारियों की प्रगति उत्तम स्तर पर है। आगामी माघ मेला नई ऊंचाई तक पहुंचकर सभी श्रद्धालुओं व कल्पवासियों के संकल्प और साधना को आगे बढ़ाते हुए भव्यता व दिव्यता के साथ सम्पन्न होगा।
मुख्यमंत्री जी आज जनपद प्रयागराज में माघ मेला की तैयारियों की समीक्षा के उपरान्त मीडिया प्रतिनिधियों को सम्बोधित कर रहे थे। इसके पूर्व, उन्होंने माँ गंगा व श्री बड़े हनुमान जी का दर्शन-पूजन तथा माघ मेला क्षेत्र का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री जी ने रामबाग हनुमान मन्दिर में श्री विजय प्रद हनुमान जी की प्राण-प्रतिष्ठा की।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा प्रयागराज मेला प्राधिकरण का गठन कर इसके अध्यक्ष के रूप में मण्डलायुक्त प्रयागराज को नामित किया था। प्रयागराज मेला प्राधिकरण के नेतृत्व में महाकुम्भ के साथ-साथ यहां अन्य सभी आयोजन सम्पन्न होते हैं। माघ मेला-2026 की तैयारियां प्रारम्भ हो चुकी हैं। वर्ष 2024 की तुलना में इस मेले के दायरे को बढ़ाकर 800 हेक्टेयर क्षेत्रफल में आयोजित करने की तैयारी की जा रही है। इस हेतु 07 सेक्टर बनाए गए हैं। यहां की टीम को महाकुम्भ-2025 को सकुशल कराने का अनुभव है। महाकुम्भ-2025 ने देश व दुनिया में अपनी अमिट छाप छोड़ी थी। भारत की सनातन परम्परा के प्रति लोगों के मन में नया उत्साह भरा था। हम लोग इस बार के माघ मेले में भी उसी प्रकार की व्यवस्था देने का प्रयास कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस बार माघ मेला लगभग 15 दिन पूर्व आयोजित हो रहा है। 03 जनवरी को पौष पूर्णिमा है। माघ मेले के 06 प्रमुख स्नानों में 15 जनवरी को मकर संक्रान्ति, 18 जनवरी को मौनी अमावस्या, 23 जनवरी को बसंत पंचमी, 01 फरवरी को माघी पूर्णिमा तथा 15 फरवरी को महाशिवरात्रि के स्नान सम्पन्न होंगे। पौष पूर्णिमा से माघी पूर्णिमा तक कल्पवासियों की बड़ी संख्या रहेगी। ऐसा देखा गया है कि मेले में इस एक माह के दौरान लगभग 20 से 25 लाख कल्पवासी प्रवास करते हैं। प्रवास के दौरान माँ गंगा के सान्निध्य में यहां कल्पवासियों की साधना व कठिन तपस्या चलती है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अन्य मुख्य स्नान पर्वां की तिथियों पर देश व प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों से बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन स्नान करने के लिए आते हैं। ऐसा अनुमान है कि लगभग पूरे डेढ़ महीने के दौरान प्रयागराज में 12 से 15 करोड़ लोग संगम में स्नान करेंगे, इनमें कल्पवासी भी सम्मिलित हैं। प्रत्येक दिन 20 से 25 लाख श्रद्धालु स्नान करेंगे, तो यह स्वयं में एक बड़ी संख्या हो जाएगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि महाकुम्भ के अत्यधिक प्रचार-प्रसार के कारण श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या को देखते हुए व्यवस्था की गई है। प्रदेश सरकार के सम्बन्धित विभागों को इस कार्यक्रम के साथ जोड़ा गया है। सिंचाई विभाग ने यहां पर बाढ़ निरोधक उपाय करने के साथ-साथ जल की उपलब्धता सुनिश्चित करने और शुद्ध पेयजल की आपूर्ति करने की कार्यवाही प्रारम्भ की है। सिंचाई विभाग मेले के दौरान प्रतिदिन 10,000 क्यूसेक जल की उपलब्धता निरन्तर सुनिश्चित कराने हेतु प्रयास कर रहा है। आज जब वह संगम में पूजन करने के लिए गये, तो देखा कि वहां 19,000 से 20,000 क्यूसेक शुद्ध जल की उपलब्धता है। मेले के दौरान लगभग 10,000 क्यूसेक जल की डिमांड होती है। जल की शुद्धता बनाए रखने की जिम्मेदारी नमामि गंगे विभाग को दी गई है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यहां पर पी0डब्ल्यू0डी0 द्वारा कनेक्टिंग मार्गों के साथ-साथ 07 पान्टून ब्रिज तथा 160 किलोमीटर के दायरे में चेकर्ड प्लेट बिछाने की व्यवस्था की जाएगी, ताकि श्रद्धालुओं को आवागमन में किसी भी प्रकार की कोई कठिनाई न हो। उत्तर प्रदेश जल निगम द्वारा 242 किलोमीटर की पेयजल पाइप बिछाने का कार्य प्रारम्भ हो चुका है। यहां 85 किलोमीटर सीवर लाइन बिछाने की कार्यवाही सम्पन्न होगी, जिससे सीवर की एक भी बूंद का गंगा जी अथवा यमुना जी में रिसाव न होने पाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मेले के दौरान उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन नियमित विद्युत आपूर्ति के साथ-साथ इलेक्ट्रिक सेफ्टी की व्यवस्था करेगा। पावर कॉरपोरेशन द्वारा मेला क्षेत्र में 47 किलोमीटर एस0टी0 तथा 360 किलोमीटर की एल0टी0 लाइन बिछाई जानी है, जिसका कार्य प्रारम्भ हो चुका है। यहां 25 अस्थायी विद्युत सबस्टेशन बनाने का कार्य भी प्रारम्भ हो चुका है। यहां श्रद्धालुओं को त्वरित उपचार उपलब्ध कराने के लिए 20-20 बेड्स के 02 चिकित्सालय बनाए जा रहे हैं। 12 पी0एच0सी0 प्राथमिक स्वास्थ्य के हेल्प सेंटर के रूप में यहां पर लोगों को सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे। 01 वेक्टर कन्ट्रोल यूनिट, 05 आयुर्वेदिक, 05 होम्योपैथिक चिकित्सालय तथा 50 एम्बुलेन्स की व्यवस्था की जा रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मेला प्राधिकरण के माध्यम से अन्य अनेक प्रकार के कार्यां के साथ ही नगर विकास द्वारा पर्याप्त संख्या में शौचालय तथा स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था की जा रही है। मेले के दौरान 25,000 शौचालय, 8,000 डस्टबिन, 10 लाख से अधिक लाइनर बैग, 20 सक्शन गाड़ियां तथा 3,000 सफाई कर्मियों की व्यवस्था की जाएगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अलग-अलग रूटों से आने वाले श्रद्धालुओं लिए 42 स्थानों पर पार्किंग की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा मेले को सकुशल सम्पन्न करने के लिए यहां पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती की जा रही है। मेला पुलिस अधीक्षक की तैनाती हो चुकी है। उनके साथ एडिशनल एस0पी0, सी0ओ0, इंस्पेक्टर्स और अन्य पुलिस कार्मिकों की तैनाती पहले चरण में सम्पन्न हो चुकी है। शेष पुलिस बल की तैनाती की प्रक्रिया चल रही है। पुलिस लाइन के निर्माण कार्य को आगे बढ़ाया जा चुका है। मेला क्षेत्र में 17 थाने, 42 पुलिस चौकी, 20 फायर टेण्डर, 07 अग्निशमन चौकी, 20 अग्निशमन के वॉच टावर, 01 जल पुलिस थाना, 01 जल पुलिस कन्ट्रोल रूम तथा 04 जल पुलिस सब कन्ट्रोल रूम स्थापित किये जाएंगे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मेला क्षेत्र में उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा 08 किलोमीटर डीप वॉटर बैरिकेडिंग की जाएगी। नगर विकास विभाग द्वारा सी0सी0टी0वी0 और आर्टिफिशियल इन्टेलिजेंस युक्त कैमरे सहित 400 कैमरों के माध्यम से क्राउड मॉनीटिरिंग और डेन्सिटी एनालिसिस, इन्सिडेन्ट रिपोर्टिंग, स्वच्छता व सुरक्षा निगरानी की जाएगी। प्रदेश सरकार द्वारा यातायात और भीड़ नियंत्रण के लिए अन्तरजनपदीय और अन्तरराज्यीय कार्य योजना विकसित करने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मेला क्षेत्र में लगभग 3,800 बसें चलायी जाएंगी, इनमें 3,000 बसें परिवहन निगम की होंगी। श्रद्धालुओं के शहर से मेला क्षेत्र तथा मेला क्षेत्र से शहर आवागमन हेतु 75 शटल बसें इलेक्ट्रिक बसों के रूप में रहेंगी। 200 बसें रिजर्व में रहेंगी। यहां टेन्ट सिटी का निर्माण भी किया जा रहा है।
इस अवसर पर औद्योगिक विकास मंत्री श्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नन्दी’, जल शक्ति मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।









