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औचक निरीक्षण में मिली खामियां मंत्री ने दी कड़ी चेतावनी :करीब 50 करोड़ की लागत से बनेगा क्रिटिकल केयर यूनिट, व्यवस्था सुधार के दिए कड़े निर्देश

 

 







बलिया।। प्रदेश सरकार के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने सोमवार को जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया जिसमें तमाम खामियां मिलीं। अस्पताल की अव्यवस्था व आम लोगों को आए दिन हो रही तमाम दिक्कतों को देख मंत्री ने काफी नाराजगी व्यक्त की। मंत्री ने सीएमओ व सीएमएस को कड़ी चेतावनी दी। कहा कि यदि व्यवस्था में तत्काल सुधार नहीं हुआ तो निलंबन के लिए तैयार रहिए। मंत्री करीब एक घंटे तक अस्पताल में रहे और इस दौरान इमरजेंसी सहित कई वार्डों की स्थिति को देखा। इस दौरान सारे रजिस्टर भी चेक किए और दवाओं की उपलब्धता, चिकित्सक व अन्य स्टाफ के बारे में जानकारी ली। कहा कि आपातकालीन स्थिति में आने वाले किसी भी मरीज को रेफर करने से पहले देख लिया जाए कि क्या वह वाकई में भेजने लायक है या यहीं ठीक हो सकता है। कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि इमरजेंसी में बैठने वाले चिकित्सक हरहाल में पहले विशेषज्ञ चिकित्सकों को बुलाकर चेक कराएं तभी रेफर करें।



 इस दौरान मंत्री ने काफी अर्से से लंबित क्रिटिकल केयर यूनिट के बारे में जानकारी ली। इसके लिए जमीन नहीं मिलने की बात सामने आने पर तत्काल जेई आदि को बुलाया और अपने सामने नापी कराई। कहा कि करीब 50 करोड़ से अधिक की लागत से क्रिटिकल केयर यूनिट बनना है लेकिन इसमें लापरवाही बरती जा रही है। जमीन का चिन्हांकन हो गया है अब इसे जल्द तैयार कराया जाएगा ताकि गंभीर स्थिति के किसी भी मरीज को बाहर न जाना पड़े। इसी बीच मंत्री ने अटेंडेंट सेल्टर के लिए भी जमीन का चिन्हांकन कराया। कहा कि इंडियन आयल की तरफ से करीब दो करोड़ रुपए की लागत से इसे बनाया जाना है लेकिन अभी तक इसके लिए विभाग जमीन उपलब्ध नहीं करा पा रहा था। अब इसके लिए स्थान का चयन हो गया है तो अस्पताल परिसर में ही ये भी बनेगा। इस बीच मंत्री ने सीएमएस से डायलिसिस आदि के बारे में जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि इसके विशेषज्ञ की ट्रेनिंग चल रही थी और दो-चार दिन में यह शुरू हो जाएगा। मंत्री ने कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि अस्पताल की व्यवस्था हरहाल में दुरुस्त कराया जाए मरीजों के साथ चिकित्सक व सभी स्टाफ संवेदनात्मक व्यवहार करें। इस दौरान राज्यसभा सदस्य नीरज शेखर, पूर्व मंत्री नारद राय, जिला मंत्री अरुण सिंह बंटू आदि मौजूद रहे।



सीएमएस पर चिकित्सकों ने कुछ दिन पहले ही लगाया था गंभीर आरोप 

अभी कुछ दिन ही हुए है जब जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने संयुक्त रूप से हस्ताक्षर करके सीएमएस के खिलाफ शिकायती पत्र उच्चधिकारियों को भेजा था। जिस पर सीएमओ बलिया और एडी आजमगढ़ की टीम ने जांच के समय चिकित्सकों से किसी तरह सिफारिश करके शिकायत को वापस करा दिया था। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार चिकित्सकों ने ड्यूटी लगाने मे सीएमएस की तानाशाही और मरीजों को मिलने वाली दवाओं की अघोषित कमी से मरीजों के इलाज करने मे काफ़ी दिक्क़ते आ रही है। मरीजों के परिजनों को मजबूरन बाहर की दवा खरीदनी पड़ रही है। वही इमरजेंसी मे ड्यूटी लगाने मे भी भ्रष्टाचार की शिकायत की गयी थी।